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    जम्मू संभाग के जिला सांबा में जमोडा की पहाड़ी खिसकी, लोगों के घरों में आई बड़ी-बड़ी दरारें, खाली करवाए

    Updated: Mon, 01 Sep 2025 02:40 PM (IST)

    जम्मू कश्मीर के सांबा में बाढ़ के कारण जमोडा गांव के पास सड़क और घरों में दरारें आ गई हैं। सांबा-मानसर-उधमपुर मार्ग पर स्थित इस गांव में जमीन खिसकने से आठ घर टूटने के कगार पर हैं। जिला प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सभी घरों को खाली करवाकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया है। प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री रहने के लिए टेंट मुहैया कराए गए।

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    पीड़ित परिवारों ने सरकार से जल्द मदद की गुहार लगाई है।

    निश्चंत सिंह संब्याल, जागरण, सांबा। जम्मू कश्मीर में आई बाढ़ में जम्मू प्रांत के लोगों ने बहुत कुछ खोया है। बाढ़ के बाद नुकसान दिखाई देना शुरू हो गए है। जिला सांबा के सांबा मानसर उधमपुर सड़क मार्ग पर स्थित जमोडा गांव के पास सड़क के बीचों-बीच बड़ी बड़ी दरारें पड़ गई जिसके बाद सड़क किनारे बने बक्करवाल समुदाय के लोगों के घरों में भी दरारें पड़ गई।

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    वहीं मौजूदा स्थिति यह बन गई है कि इन सभी घरों के नीचे की जमीन पूरी तरह से खिसक रही है और आधे किलोमीटर के दायरे में एक लंबी दरार पड़ गई है। दरार पहाड़ी के साथ साथ साथ ही लगती मानसर मार्ग की मुख्य सड़क के बीचों बीच भी पड गई है।

    जानकारी के अनुसार पिछले कुछ दिनों से लगातार वर्षा के चलते नड ब्लाक की पापड़ अवतारा पंचायत की जमोडा एसटी बस्ती के घर सांबा मानसर उधमपुर सड़क के किनारे एक छोटे से टापू पर बने हुए है। वहीं पहली वर्षा में कुछ घरों में दरारें आई थी परन्तु अब स्थिति यह है कि धीरे धीरे वहां पर रहने वाले प्रत्येक घर टूटने की कगार पर पहुंच गए है।

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    हर घर में दरारें-दीवारें अलग हो रही

    नीचे से जमीन खिसकने से हर घर में दरारें और दीवारें अलग हो रही है और ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि यह हिस्सा कभी भी अलग हो सकता है। जिला प्रशासन सांबा ने तुरंत संज्ञान लेते हुए सभी घरों को खाली करवा दिया है। प्रशासन ने उन्हें सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित कर दिया है। सड़क के बीच दरार पड़ने से ग्रामीण चिंतित हो गए देखते ही देखते दरारें बढ़ती गई और यह दरारें लोगों के घरों में आना शुरू हो गई।

    प्रशासन ने 8 घरों को करवाया खाली

    स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना जिला प्रशासन को दी। प्रशासन ने तुरंत हरकत में आकर सभी घरों को खाली करवाना शुरू कर दिया है। लगभग सभी घर खाली हो चुके हैं। अन्य गांवों में भी जांच की जा रही है। फिलहाल बेघर हुए लोगों को खाने पीने के सामान समेत रहने के लिए टेंट दिए गए हैं। अन्य जरुरी सामान भी उपलब्ध कराया गया है।प्रशासन ने 8 घरों को खाली करवाया है।

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    कुछ परिवारों को वन विभाग कार्यालय में रखा गया

    कुछ परिवारों को बिंदु दे बेड़ा में बने वन विभाग के कार्यालय में रखा गया है और कुछ परिवार जमोडा गांव में स्थित सरकारी स्कूल में रह रहे है। सभी परिवारों को राहत सामग्री दे दी गई है ताकि किसी को दिक्कत का सामना न करना पड़े। वहीं पीड़ित परिवार के सदस्यों का रो रो कर भूरा हाल है उन्होंने बताया कि जिंदगी भर की कमाई के बाद अपना घर बनाया था आज घरों में बड़ी बड़ी दरारें पड़ गई है हमारे सिर में हमेशा खतरा मंडरा रहा है। सरकार से आग्रह है कि हमारी कोई जल्द से जल्द मदद करें।

    सूचना मिलने पर जिला प्रशासन ने तुरंत संज्ञान लेते हुए सभी 8 घरों को स्थानांतरित कर सुरक्षित स्थान पर भेज दिया है। सभी पीड़ित परिवारों को खाने पीने के साथ साथ राहत सामग्री भी दे दी गई है। कुछ परिवारों को जमोडा गांव में स्थिति सरकारी स्कूल में, कुछ को टेंट दिए है कुछ को वन विभाग के कार्यालय में रखा गया है ताकि किसी का कोई नुकसान न हो। - शब्बीर अहमद, तहसीलदार सांबा 

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