जम्मू में बुलडोजर एक्शन का महबूबा मुफ्ती ने किया विरोध, उमर सरकार पर बोला हमला
जम्मू विकास प्राधिकरण द्वारा एक यूट्यूबर पत्रकार के अवैध मकान को गिराए जाने पर महबूबा मुफ्ती ने नेशनल कॉन्फ्रेंस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पीडीपी द्वारा लाए गए एंटी बुलडोजर बिल को खारिज करने का यह नतीजा है। मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर में अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न का आरोप लगाया और जेडीए की कार्रवाई पर सवाल उठाए।
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पत्रकार का अवैध मकान गिराने का महबूबा मुफ्ती ने विरोध किया है। फाइल फोटो
राज्य ब्यूरो, जम्मू। जम्मू विकास प्राधिकरण जेडीए की जमीन पर एक यूट्यूबर पत्रकार के बने अवैध मकान को गिराए जाने पर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को कड़ा एतराज जताया। उन्होंने कहा कि हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा सत्र में पीडीपी ने एंटी बुलडोजर बिल लाया था, उसे सत्ताधारी नेशनल कॉन्फ्रेंस ने खारिज किया था और अब उसके बुरे नतीजे आना शुरू हो गए हैं।
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि यह उत्तर प्रदेश या देश का कोई अन्य राज्य नहीं हैं, यहां लाचार मुस्लिम परिवारों के घरों को निशाना बनाया जाता है या अल्पंसख्यकों का उत्पीड़न आम बात हो चुकी है। यह जम्मू-कश्मीर है, जहां अरफाज ने 40 वर्ष पहले तीन मरला सरकारी जमीन पर एक मामूली घर बनाया था, उसके घर को कुछ ही सेकेंड में मलबे में बदल दिया गया।
उन्होंने कहा कि हमने जम्मू-कश्मीर के ऐसे ही गरीब लोगों की बेहतरी के लिए एंटी बुलडोजर बिल लाया था, लेकिन मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सदन में इन लोगों को जमीन हड़पने वाला बताकर, हमारे बिल को खारिज कर दिया था। आज उस फैसले के बुरे नतीजे सबके सामने हैं।
इस बीच पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रवक्ता विरेंद्र सिंह सोनू ने जेडीए की कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि बिना नोटिस दिए मकान गिराया गया है। यहां कई लोगों ने जेडीए की जमीन पर कब्जा किया है, लेकिन कार्रवाई कुछ खास लोगों के खिलाफ हो रही हे, जो कई तरह के सवाल पैदा करती है।
उन्होंने कहा कि यहां नेशनल कॉन्फ्रेंस ने चुनाव के समय स्थानीय लोगों के अधिकारों के संरक्षण का यकीन दिलाया था, लेकिन आज यहां लोगों के सिर से छत छीनी जा रही है।

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