जम्मू सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में लिफ्ट में फंसने से हुई मौत पर एनएचआरसी ने मुख्य सचिव, डीजीपी को जारी किया नोटिस
जम्मू सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में लिफ्ट में फंसने से हुई मौत के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने सख्ती दिखाई है। आयोग ने जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव और डीजीपी को नोटिस जारी कर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने और दोषियों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

एनएचआरसी मामले की गंभीरता से जांच कर रहा है। फाइल फोटो।
राज्य ब्यूरो, जागरण, जम्मू। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने सोमवार को कहा कि उसने जम्मू-कश्मीर प्रशासन और केंद्र शासित प्रदेश के पुलिस प्रमुख को एक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के अधिकारियों द्वारा लिफ्ट के रखरखाव में लापरवाही बरतने के मामले में नोटिस जारी किया है। इससे एक वृद्ध महिला की मौत हो गई।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने बताया कि जब वह लिफ्ट में चढ़ी तो कथित तौर पर लिफ्ट अचानक तेज गति से ऊपर की ओर बढ़ने लगी जिससे उसे गंभीर चोटें आईं।रिपोर्ट में कहा गया है कि पीड़िता ने दम तोड़ने से पहले पांच दिनों तक आईसीयू में संघर्ष किया।
आयोग ने एक बयान में कहा कि उसने एक मीडिया रिपोर्ट का स्वत संज्ञान लिया है जिसमें जम्मू के एक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में लिफ्ट के रखरखाव में अधिकारियों की कथित लापरवाही के कारण 58 वर्षीय महिला की मौत हो गई।
आयोग ने पाया है कि अगर समाचार रिपोर्ट सही है तो इसकी विषयवस्तु मानवाधिकारों के उल्लंघन का गंभीर मुद्दा उठाती है।इसलिएए आयोग ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर दो सप्ताह में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
आयोग ने कहा कि 6 नवंबर को प्रकाशित मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उसे लिफ्ट से निकालने में लगभग 15 मिनट का समय लगा।
अस्पताल की लापरवाही का हवाला देते हुए उसके रिश्तेदारों ने आरोप लगाया कि वहां कोई लिफ्ट आपरेटर या सुरक्षा गार्ड मौजूद नहीं था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अधिकारियों ने लिफ्ट में खराबी के तकनीकी मुद्दों के बारे में कोई चेतावनी संकेत प्रदर्शित नहीं किया।

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