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    जम्मू में अभी डर का माहौल, वर्षा ने बढ़ाई निक्की तवी क्षेत्र के लोगों की चिंताए, मिट्टी से लिपे पड़े हैं घर

    Updated: Mon, 01 Sep 2025 03:42 PM (IST)

    जम्मू में भारी बारिश के कारण निक्की तवी नदी के किनारे बसे गांवों में दहशत का माहौल है। कई जगहों पर मिट्टी कट चुकी है और जलस्तर बढ़ने से पानी गांवों में घुस सकता है। तोप सुम बडेयाल जैसे क्षेत्रों के लोग पहले से ही डरे हुए हैं। खेतों में फसलें बर्बाद हो गई हैं और घरों में मिट्टी जमा हो गई है जिससे लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।

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    सरकार से नदी किनारों पर क्रेट बांधने की मांग की गई है।

    जागरण संवाददाता, जम्मू। वर्षा का दौर फिर शुरू होने से निक्की तवी नदी से सटे गांवों में एक बार फिर भय का माहौल व्याप्त हो गया है।

    अब 2 सितंबर तक पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी ने लोगों में फिर से दहशत पैदा कर दी है। तवी किनारे रह रहे इन क्षेत्रों में अनेकों जगह से मिट्टी कट चुकी है और अगर तवी का जलस्तर फिर बढ़ाता है तो इस बार पानी उछल कर इन गांवों में घुस जाएगा।

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    खासकर तोप, सुम,बडेयाल, ज्वालापुरी,रामबाग, सुड़ेचक, मकवाल कैंप आदि क्षेत्रों के लोग पहले ही डरे हुए हैं। पिछली एक दो रातें अपने रिश्तेदारों में गुजारने के बाद यह लोग अपने गांवों में तो लौटे मगर घरों में चढ़ी मिट्टी की लेप को हटाना आसान नहीं।

    खेतों में फसलें बर्बाद, घरों में जमा हो गई है मिट्टी

    तोप गांव जोकि पानी की थपेड़े सहन कर चुका है, के दो दर्जन घरों का बुरा हाल है। वहीं खेतों पर मिट्टी का लेप चढ़ जाने से फसलें बर्बाद हो गई हैं। अब किसान चाहते हैं कि वे अपने आशियानों में घुसी मिट्टी निकालें मगर मौसम यह काम नहीं करने दे रहा।

    रविवार रात को हुई झमाझम बारिश ने किसानों की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ा दी। बड़याल के नजदीक रहने वाले कुलदीप कुमार जोकि सुबह सुबह शहर में लोगो के घरों में दूध पहुंचाया करते हैं, ने बताया कि अगर वर्षा न हो तो भी कई दिन लोगों को अपना साजो सामान सूखाने में लग जाएंगे। वर्षा से कई घरों की सूरत पूरी तरह से बिगड़ चुकी है।

    कई मवेशी बाढ़ की चपेट में आकर मरे

    वहीं बडेयाल गांव में मोहन लाल की डेयरी के 12 मवेशी खूंटे से बंधे ही पिछले दिनों आई बाढ़ के पानी में ढूब कर मारे गए। गंडू चक स्थित गोशाला के भी कई मवेशियों को अपनी जान गंवानी पड़ी। धीरे धीरे अन्य क्षेत्रों से भी नुकसान की खबरे आ रही हैं। सूड़े चक में तवी वेल्फेयर सोसायटी का कार्यालय भी बारिश के पानी की थपेड़ों से बच नहीं पाया।

    पानी यहां के भवन में घुस गया और सारा फर्नीचर खराब कर दिया। तवी नदी किनारे गांव सुडे चक के निवासी राजेंद्र सिंह ने बताया कि अभी मौसम खुलने के बाद काफी स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। इस समय गांव का अधिकांश भाग गाद की चपेट में है।

    नदी किनारों पर क्रेड बांधे जाएं

    तवी वेल्फेयर सोसायटी के वरिष्ठ सदस्य सुरेंद्र महाजन ने कहा कि सरकार को चाहिए कि निक्की तवी क्षेत्र को सुरक्षित करने के लिए एक विशेष पैकेज की घोषणा करे ताकि निक्की तवी नदी के किनारे सुरक्षित किए जा स कें।

    नदी के अधिकांश भाग के किनारों पर पत्थरों के क्रेड नहीं हैं। ऐसे में हर बार मिट्टी कट जाती है और पानी साथ के गांव क्षेत्र में घुस जाता है। लोगों को सुरक्षित किया जाए। नदी के किनारों पर क्रेट बांधने की योजना बनाई जानी चाहिए।

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