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    Jammu News: 'संघर्ष विराम को खत्म करके आतंकी शिविरों पर करें एयर स्ट्राइक', जीडी बख्शी ने आतंकी गतिविधियों पर दी प्रतिक्रिया

    Updated: Mon, 06 May 2024 09:05 PM (IST)

    राजौरी-पुंछ में आतंकी हमले (Terrorist Attack) के बाद रिटायर्ड जनरल जीडी बख्शी (GD Bakshi) ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि संघर्ष विराम को खत्म करके आतंकी शिविरों पर एयर स्ट्राइक करें। राजौरी व पुंछ दोनों जिलों में फिर से आतंकियों ने अपने पांव पसारना शुरू कर दिए है। दोनों जिलों में विदेशी आतंकियों की संख्या में इजाफा हुआ है।

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    जीडी बख्शी ने आतंकी गतिविधियों पर दी प्रतिक्रिया (फाइल फोटो)।

    गगन कोहली, राजौरी। राजौरी-पुंछ में आतंकियों की कमर तोड़ने के लिए साल 1999 में रोमियो फोर्स का गठन किया गया। रोमियो फोर्स ने कई आतंकियों को मौत के घाट उतारा जिसमें 2003 में पुंछ जिले के सुरनकोट तहसील में हील काका क्षेत्रों में ऑपरेशन सर्पविनाश चलाकर 63 आतंकियों को मौत के घाट उतारकर आतंकियों की कमर तोड़ दी।

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    इसी दौरान रोमियो फोर्स की कमान मेजर जनरल जीडी बख्शी के पास आई और 2005 तक उन्होंने राजौरी व पुंछ से अधिकतर आतंकियों का सफाया करके राजौरी व पुंछ दोनों जिलों में आतंकियों की कमर तोड़ दी। अब जीडी बख्शी रिटायर्ड हो चुके है और रक्षा विशेषज्ञ के तौर पर विभिन्न टीवी चैनलों पर अपना अनुभव साझा करते हुए नजर आते है।

    आतंकियों ने फिर से पैर पसारना कर दिया शुरू- जीडी बख्शी

    दैनिक जागरण के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि राजौरी व पुंछ दोनों जिलों में फिर से आतंकियों ने अपने पांव पसारना शुरू कर दिए है। राजौरी व पुंछ से आतंकवाद का सफाया लगभग कर दिया गया था। अब फिर से पहले वाले हालात बन रहे है जिसे देखते हुए लगता है हालात पहले से अधिक खराब हैं और दोनों जिलों में विदेशी आतंकियों की संख्या भी अधिक है।

    संघर्ष विराम समझौते को करना होगा खत्म- जीडी बख्शी

    उन्होंने कहा कि हमें सबसे पहले पाक के साथ हुए संघर्ष विराम समझौते को खत्म करना होगा। ताकि सीमा पर जो आतंकियों के लांच पैड बने हुए है उन्हें ध्वस्त किया जा सके। इसके साथ साथ गुलाम जम्मू व कश्मीर में जो भी आतंकी प्रशिक्षण शिविर चल रहे है उनके ऊपर एयर स्ट्राइक करके उन्हें पूरी तरह से नष्ट करने की जरूरत है ताकि आतंकी ही तैयार न हो सके। इसके अलावा एक और बड़ी सर्जिकल स्ट्राइक की भी सख्त जरूरत है।

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    राजौरी व पुंछ में हम आतंकियों को मारने में इस लिए सफल हुए कि आप लोगों का पूरा सहयोग मिल रहा है। आतंकी किस क्षेत्र में आने वाले है वह भी पता लग जाता था, लेकिन कुछ दूरियां बनी हैं जिस कारण से आतंकियों की पुख्ता जानकारी नहीं मिल पा रही है।

    अधिकारियों को लोगों से मिलना होगा, जानकारी लेनी होगी- जीडी बख्शी

    सेना के अधिकारियों को पहले की तरह बाहर निकलना पड़ेगा लोगों से मिलना होगा और उसने अपने रिश्ते मजबूत करने होंगे जिससे पल-पल की जानकारी अधिकारियों तक पहुंच सके और उसके बाद आतंकियों के सफाया के लिए अभियान छेड़े जाए।

    उन्होंने कहा कि राजौरी व पुंछ से फौज में कमी की गई है, अगर पहले की तरह फौज दोनों जिलों में तैनात रहती तो आतंक फिर से सर नहीं उठा पाता।

    आतंकियों के छिपे होने पर इस्तेमाल करें मोटार्ट

    जनरल जीडी बख्शी का कहना है कि हमें राजौरी व पुंछ में कठोर कदम उठाने की जरूरत है। जिस भी जंगल में आतंकियों के छिपे होने का अंदेशा हो उस जंगल में मोर्टार का प्रयोग करके जंगलों को नष्ट कर दे हम भी अपने समय में ऐसे ही करते रहे है।

    जिन जंगलों में ठिकानों की आशंका है उन ठिकानों को ध्वस्त करने के लिए भारी हथियारों का उपयोग किया जाना चाहिए, लेकिन सबसे जरूरी है कि आम लोगों से मिलकर उनके साथ विश्वास कायम करना होगा तभी राजौरी व पुंछ से आतंकवाद समाप्त हो सकता है।

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