खुशखबरी! जम्मू और श्रीनगर में दौड़ेंगी 200 नई इलेक्ट्रिक बसें, लंबे रूट पर होगा संचालन, क्या है प्लान?
जम्मू और श्रीनगर के निवासियों के लिए खुशखबरी है! पीएम ई-बस सेवा योजना के तहत 200 नई इलेक्ट्रिक बसें जोड़ी जाएंगी। इसका उद्देश्य शहरों में प्रदूषण कम करना और यात्रियों को बेहतर, तेज और सुरक्षित यात्रा विकल्प देना है। जम्मू और श्रीनगर दोनों शहरों में 100-100 बसें शामिल होंगी, जिससे व्यस्त मार्गों पर भीड़ कम होगी और यात्रियों को सुविधा मिलेगी।

जम्मू और श्रीनगर में 200 नई इलेक्ट्रिक बसों के साथ ट्रांसपोर्ट में बड़ा सुधार होगा (File Photo)
जागरण संवाददाता,श्रीनगर। जम्मू-श्रीनगर प्रदेश के लोगों के लिए ट्रैफिक के हवाले से एक सुखद खबर है। क्योंकि प्रदेश के दोनों मुख्य शहरों जम्मू व श्रीनगर में पीएम ईस बस सेवा स्कीम के तहत नई 200 इलेक्ट्रिक बसों का नया बेड़ा जुड़ने वाला है। इस पहल का मकसद दोनों स्मार्ट शहरों में ज़ीरो-एमिशन मोबिलिटी को बढ़ाना और यात्रियों को तेज़, साफ़ और ज़्यादा भरोसेमंद यात्रा के आप्शन देना है।
इस स्कीम के तहत जम्मू स्मार्ट सिटी और श्रीनगर स्मार्ट सिटी लिमिटेड दोनों अपने बेड़े में बराबर 100 नई इलेक्ट्रिक बसें शामिल करेंगे। नई तैनाती में जम्मू के लिए 25 12 मीटर और 75 7 मीटर बसें जबकि श्रीनगर के लिए 20,12 -मीटर और 80 9-मीटर बसें शामिल हैं।
श्रीनगर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के जनरल मैनेजर शौकत अहमद ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि यह विस्तार एफएएमई II इलेक्ट्रिक बसों पर आधारित है जो पहले से ही दोनों शहरों में चल रही हैं और रोज़ाना हज़ारों यात्रियों को सेवा दे रही हैं।
उन्होंने कहा कि श्रीनगर में 12-मीटर और 9-मीटर की बसों का मिक्स पंथा चौक, लाल चौक, हज़रतबल और बटमालू जैसे व्यस्त रूट को मज़बूत करेगा।
उन्होंने कहा, “बढ़े हुए फ्लीट साइज़ से भीड़ कम होने, समय पर चलने में सुधार और पीक आवर्स के दौरान यात्रियों की बढ़ती ज़रूरतों को पूरा करने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि दोनों शहर ग्रीन अर्बन मोबिलिटी इनिशिएटिव्स के तहत इंफ्रास्ट्रक्चर अपग्रेड की एक सीरीज़ भी कर रहे हैं। इन सुधारों में डेडिकेटेड बस लेन, देरी कम करने के लिए चौराहों पर क्यू जंपर्स और बेहतर डिज़ाइन वाली पैसेंजर सुविधाएं शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि जम्मू और श्रीनगर में बस क्यू शेल्टर को भी स्मार्ट सिटी मिशन के तहत रीडिज़ाइन किया जा रहा है, और अब इनमें रियल-टाइम इन्फॉर्मेशन डिस्प्ले, रूट मैप, सीसीटीवी सर्विलांस, पैनिक बटन, बेहतर लाइटिंग, सीटिंग और एक्सेसिबिलिटी फीचर्स जैसे रैंप और टैक्टाइल पेविंग होंगे।
इसके अलावा, पैसेंजर के पूरे अनुभव को बेहतर बनाने के लिए, नई बसें इंटेलिजेंट ट्रांजिट मैनेजमेंट सिस्टम और ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम के साथ पूरी तरह से इंटीग्रेटेड होंगी।
उन्होंने कहा,“यात्री क्यूआर-बेस्ड टिकट, एनसएमसी इनेबल्ड स्मार्ट कार्ड और मोबाइल पेमेंट का इस्तेमाल कर सकेंगे। मोबाइल ऐप और एलईडी डिस्प्ले बोर्ड बस की लोकेशन और आने के अनुमानित समय पर रियल-टाइम अपडेट देंगे। उन्होंने कहा कि ये डिजिटल सिस्टम दोनों शहरों को रूट को ज़्यादा प्रभवशाली तरीके से प्लान करने, डिमांड पैटर्न के आधार पर सर्विस को एडजस्ट करने और फ्लीट परफॉर्मेंस को ज़्यादा सही तरीके से मॉनिटर करने में मदद करेंगे।
उन्होंने कहा कि नए डिपो, चार्जिंग स्टेशन और प्रशासनिक सुविधाओं के लिए डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट को सेंट्रल सैंक्शनिंग एंड स्क्रीनिंग कमेटी और यूटी-लेवल कमेटी ने पहले ही मंज़ूरी दे दी है।
उन्होंने कहा कि दोनों शहरों के लिए मीटर के पीछे पावर इंफ्रास्ट्रक्चर को भी मंज़ूरी मिल गई है जिसे जेपीडीसीएल और केपीडीसीएल को पूरा करने का काम सौंपा गया है। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक बस सेवा के विस्तार से जम्मू-कश्मीर में बड़े सामाजिक फायदे होने की उम्मीद है, क्योंकि लोगों को स्कूल, अस्पताल, मार्केट और काम की जगहों तक ज़्यादा सुरक्षित और भरोसेमंद एक्सेस मिलेगा।
उन्होंने कहा, बेहतर फ्रीक्वेंसी और बड़े रूट कवरेज की वजह से महिलाओं, सीनियर सिटिजन और कम इनकम वाले यात्रियों को सबसे ज़्यादा फायदा होने की उम्मीद है।
इलेक्ट्रिक बसों से शहरों के भीड़भाड़ वाले हिस्सों में प्रदूषण का लेवल भी कम होने की उम्मीद है, जिससे हवा साफ होगी और लंबे समय के पर्यावरण लक्ष्यों को सपोर्ट मिलेगा। उनके मुताबिक, इस प्रोजेक्ट से ड्राइवरों, कंडक्टरों, मैकेनिकों, डिपो कर्मचारियों और आईटी सपोर्ट स्टाफ के लिए नौकरी के मौके मिलेंगे।

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