जम्मू-कश्मीर: अब बच्चे के जन्म के बाद अस्पताल में ही बनेगा आधार कार्ड, इस हॉस्पीटल से शुरू हुई सुविधा
जम्मू-कश्मीर के अस्पतालों में अब जन्म के बाद बच्चों का आधार कार्ड बनेगा। शुरुआत श्री महाराजा गुलाब सिंह अस्पताल से हुई है, जहाँ एक सप्ताह में सौ बच्चों के आधार बने। माता-पिता के आधार और डिस्चार्ज सर्टिफिकेट से पंजीकरण होगा, और नंबर मोबाइल पर भेजा जाएगा।

जम्मू-कश्मीर: अब बच्चे के जन्म के बाद अस्पताल में ही बनेगा आधार कार्ड। फाइल फोटो
रोहित जंडियाल, जम्मू। बच्चों को जल्दी आधार कार्ड मुहैया करवाने जम्मू-कश्मीर के सभी अस्पतालों में अब जन्म के बाद से ही बच्चे का आधार बनना शुरू हो जााएगा। इसकी शुरूआत जम्मू-कश्मीर के सबसे पुराने श्री महाराजा गुलाब सिंह अस्पताल से हुई है। अन्य अस्पतालों में भी जल्दी ही यह सुविधा शुरू हो जाएगी।
श्री महाराजा गुलाब सिंह में एक सप्ताह में अभी तक सौ बच्चों का आधार बनाया गया है। बच्चे के जन्म के बाद उसका आधार बनानेे की प्रक्रिया शुरू हो जाती है। बच्चे का जन्म प्रमाणपत्र निकालने के बाद जब उसकी मां को अस्पताल से छुट्टी होती है तो बच्चे का आधार भी स्वजन बना सकते हैं।
इसके लिए माता-पिता दोनो का आधार होना अनिवार्य है और साथ में ही मां को अस्पताल से जारी होने वाला डिस्चार्ज सर्टिफिकेट भी होना चाहिए। अगर माता-पिता के पास आधार कार्ड है तो फिर बच्चे की फोटो ली जाएगी। बच्चे के आधार के लिए पंजीकरण नंबर माता-पिता के पंजीकृत मोबाइल नंबर पर मैसेज के माध्यम से भेजा जाएगा जिसके बाद वे कहीं से भी आधार कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं इस कार्ड को फिर एक वर्ष के बाद अपडेट किया जाएगा।
श्री महाराजा गुलाब सिंह अस्पताल के मेडिकल रिकार्ड आफिसर मिलाप का कहना है कि हमने आधार बनानेे की प्रक्रिया एक सप्ताह पहले शुरू कर दी थी।सारी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद ही आधार बनाया जा रहा है। श्री महाराजा गुलाब सिंह अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. दारा सिंह का कहना है कि अस्पताल में ही आधार कार्ड जन्म के बाद बनने से बच्चे की राष्ट्रीयता की पहचान बनी रहेगी।
इससे कोई भी बाद में फर्जी आधार नहीं बना पाएगा। इसमें अभिभावकों के आधार कार्ड की जांच करने के बाद ही आधार बनाए जा रहे हैं।गौरतलब है कि जम्मू संभाग में श्री महाराजा गुलाब सिंह अस्पताल में सबसे अधिक प्रसव होते हैं।
वहीं परिवार कल्याण विभाग की निदेशक डा. पूनम सेठी का कहना है कि इस पूरी प्रक्रिया में योजना विभाग भी शामिल है। जन्म से ही बच्चों का पंजीकरण करने के बाद आधार बनाए जाएंगे। जल्दी ही पूरे प्रदेश के अस्पतालों में यह सुविधा होगी।
गौरतलब है कि अभी तक जम्मू-कश्मीर में जन्म के बाद से ही आधार कार्ड बनाने की किसी भी अस्पताल में सुविधा नहीं थी। यह सुविधा शुरू होने से सभी को लाभ होगा। विशेषज्ञों का कहना है कि यह एक अहम शुरूआत है।तीन दशकों से अधिक समय से आतंकवाद से जूझ रहे जम्मू-कश्मीर में इससे फर्जी आधार बनाने की संभावना पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी।

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