बडगाम उपचुनाव: पर्यटन को बढ़ावा, जिले के समग्री विकास के वादे पर मतदाता दबाएंगे ईवीएम मशीन का बटन
बडगाम उपचुनाव में मतदाता पर्यटन को बढ़ावा देने और जिले के समग्र विकास के वादे पर ईवीएम मशीन का बटन दबाएंगे। उम्मीदवारों ने विकास का वादा किया है और पर्यटन पर जोर दिया जा रहा है। मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

चुनाव आयोग ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की हैं।
रजिया नूर, जागरण, श्रीनगर। मध्य कश्मीर बड़गाम में उपचनाव लड़ने की तैयारी कर रहे प्रत्याश भले ही विपक्षी राजनीतिक पार्टियों को नीचे दिखाने तथा खुद को मतदाताओं के सामन मसीहा कहला अनुच्छेद 370 व स्टेटहुड़ की बहाली के मुद्दों को हल कराने के आश्वासन के साथ मतदाताओं के पास जाएंगे। अलबत्ता मतदाताओं के लिए इस बार भी राजनीतिक नही बल्कि समग्र विकास के मुद्दे ही मुख्य मुद्दा बना रहेगा। इन मुद्दों में जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने का मुद्दा भी छाया रहेगा।
जागरण ने उक्त विस क्षेत्र के कुछ मतदातओं जो अगले महीने 11 नवंबर को होने वाले उपचुनाव में अपने मताधिकारों का प्रयोग करने के लिए मतदान कंद्रों का रूख करेंगे। ऐसे में जागरण ने उनसे बातचीत कर इस आगामी चुनाव में उभारे जाने वाले उनके मुद्दों संबंधित जानकारी बटोरने की कोशिश की, जिस दौरान अधिकांश मतदाताओं ने कहा कि क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने की मांग को लेकर वह ईवीएम मशीन का बटन दबाएंगे।
हमारे जिले में टूरिज्म का बड़ा स्कोप
मोहममद अशरफ वगे नामक एक मतदाता ने कहा, पिछले चुनाव में भी हमारा मुद्दा डेवलोपमेंट था और इस चुनाव में भी हमारा मुद्दा डेवलपमेंट ही रहेगा। वगे ने कहा, हमारे जिले में टूरिज्म का बड़ा स्कोप है। हमारे जिले में पिलिग्रम व एडवेंचर टूरिजम का भी बड़ा स्कोप है। इमामबाड़ा बड़गाम, चरार शरीफ व पखरोपोरा में सिथत दरगाहें पिलिग्रम टूरिजम के लिए बिलकुल पर्फेक्ट हैं। जबकि अशतार, हेजन, तताकोटी, नवकुन, छछकननाड, डिसखल वगैर ट्रेकिंग व हाइकिंग के लिए बिलकुल सही जगहें हैं।
टूरिज्म से खत्म होगी बेरोजगारी की समस्या
वगे ने कहा, हमने बीते चुनावओं में भी यहीं मांग दोहराई थी कि हमारे यहां के टूरिजम को बढ़ावा दिया जाए क्योंकि अगर ऐसा किया गया तो यहां बेरजोगारी काफी हद तक दूर हो जाती और न सिर्फ हमारे पढ़े लिखे युवा बल्कि बाकी बेरोजगार लोगों को भी रोजगार मिल जाता। लेकिन अभी तक हमारी यह मांग पूरी नही की गई। अब यहां फिर से चुनाव होने जा रहे हैं तो ऐसे में हमारी यही मांग रहेगी कि यहां टूरिजम को बढ़ावा दिया जाए।
टूरिस्ट स्पाट बंद होने से हजारों लोग बेरोजगार हो गए है
सरजान अहमद राथर नामक एक अन्य मतदाता ने कहा, बजाए पर्यटन के बढ़ावा देने के हमारे जिले के दो मशहूर टूरिस्ट स्पाट्स दूधपथरी व यूसमर्ग पहलगाम हमले के बाद से लगातार बंद हैं जिसके चलते इन टूरिस्ट स्पाटों पर काम कर अपना रोजगार कमाने वाले हजारों लोग बेरोजगार हो गए है।राथर ने कहा,दोनों टूरिस्ट स्पाटों पर 5000 से अधिक परिवार(लगभग 15000) लोग जनमें होटल व ढाबे वाले,घोड़े वाले तथा दोनों पर्टनस्थलों के आसपास जरूरत की छोटी छोटी चीजें बैचने वाले लोग शामिल हैं,का रोजगार फिलहाल छिन गिया है।
हमारी दूधपथरी व यूसमर्ग लगातार बंद है
राथर ने कहा,पहलगाम घटना की हम भी कड़ी आलोचना करते हैं और चाहते हैं कि ऐसी घटनाएं फ्यूचर में ना घटे, क्योंकि ऐसी घटनाओं से हमारे कश्मीर की एक तो इमेज खराब हो गई और दूसरे यह कि हमारी इकानमी भी बुरी तरह से प्रभावित हो गई। हालांकि अब जबकि सरकार ने उस हमले के बाद से बंद किए गए 48 टूरिस् स्पाटों में से अधिकांश स्पाटों को फिर से खोल दिया है। लेकिन क्या वजह है कि हमारी दूधपथरी व यूसमर्ग लगातार बंद है। ऐसे में इस चुनाव में हमारा एजेंंडा यही रहेगा कि लगातार बीते 6 महीनों से बंद पड़े हमारे इन दोनों टूरिसट स्पाटों को खोल दिया जाए और साथ ही यहां टूरिजम को बढ़ावा दिया जाए।
बेरोजगारी हमारी परेशानियों को और बढ़ा रही है
मोहम्मद असलम नामक एक अन्य निवासी ने कहा,हमारा जिला बुनियादी सुविधाओं से पहले से ही जूझ रहा है। इस पर बेरोजगारी हमारी परेशानियों में और बढ़ा रही है। ऐसे में अगर यहां के टूरिजम को बढ़ावा दिया जाए तो यहां बेरोजगारी की समस्या पर बड़ी हद तक काबू पाया जा सकता है। क्योंकि यहां टूरिजम का बड़ा स्कोप है। असलम ने कहा, हमें इससे कई गर्ज नही कि यहां चुनाव लड़ने वाला किसी राजनीतिक पार्टी से जुड़ा है या नही है। हमें तो बस वह नुमाइंदा वह नेता चाहिए जो हमारी बुनियादी समस्याओं को हल करे और मैं समझता हूं क टूरिजम को बढ़ावा देने से यहां की आधी से ज्यादा समस्याएं हल हो सकती हैं।बड़गाम
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