बडगाम और नगरोटा उपचुनाव में उतरे उम्मीदवारों की संपत्ति की तुलना, जानें कौन है सबसे धनी और कौन है सबसे गरीब?
बडगाम और नगरोटा उपचुनाव के उम्मीदवारों की संपत्ति का विश्लेषण किया गया है। विश्लेषण में सबसे धनी और सबसे गरीब उम्मीदवारों की पहचान की गई है। उम्मीदवारों की संपत्ति मतदाताओं के लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी है, जिससे उन्हें अपने प्रतिनिधि चुनने में मदद मिलती है।

बडगाम और नगरोटा उपचुनाव में संपत्ति का प्रभाव।
राज्य ब्यूरो, जागरण, श्रीनगर। बडगाम और नगरोटा विधानसभा सीट के उपचुनाव में भाग्य आजमा रहे उम्मीदवारों में नेशनल कान्फ्रेंस के आगा सैयद महमूद अल मौसवी सबसे धनी और पीडीपी के आगा सैयद मुंतजिर मेहंदी सबसे कम धनी उम्मीदवार हैं। यह दोनों बडगाम में चुनाव लड़ रहे हैं और आपस में करीबी रिश्तेदार भी हैं।
वहीं नगरोटा में चुनाव लड़ रही देवयानी राणा के पास 91.23 लाख रूपये की चल-अचल संपत्ति हैं। बडगाम और नगरोटा में भाग्य आजमा रहे उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों की जांच 22 अक्टूबर को होगी।
नेकां पूर्व विधायक सबसे अमीर
बडगाम में सत्ताधारी नेशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवार पूर्व विधायक आगा सैयद महमूद अल-मौसवी ने अपनी कुल संपत्ति 14.31 करोड़ रुपये घोषित की है, जो सभी उम्मीदवारों में सबसे अधिक है। उनकी संपत्ति में 28.02 लाख रुपये की चल संपत्ति और 15 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति शामिल है।उनके पास बडगाम में कृषि, वाणिज्यिक और आवासीय संपत्तियां हैं। 97.69 लाख रुपये की देनदारियों, जिनमें मुख्य रूप से संपत्ति पर ऋण शामिल हैं, के साथ उन्होंने व्यवसाय, किराये और पेंशन से 52 लाख रुपये से अधिक की वार्षिक आय की जानकारी अपने हल्फनामे में दीहै।
पीडीपी उम्मीदवार सबसे कम धनी
दूसरी ओर, पीडीपी उम्मीदवार आगा सैयद मुंतज़िर मेहदी के बैंक खाते में केवल 2.37 लाख रुपये हैं। एलएलएम की डिग्री रखने वाले मेहदी के पास कोई अचल संपत्ति या देनदारी नहीं हैं। वह बडगाम में भाग्य आजमा रहे सभी 20 उम्मीदवारों में सबसे कम धनी हैं। जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी के मुख्तार अहमद डार घोषित संपत्ति के मामले में आगा सैयद महमूद अल-मौसवी के बाद दूसरे स्थान पर हैं। उनकी कुल संपत्ति नौ करोड़ रुपये है जबकि देनदारियां 6.59 करोड़ रुपये हैं। डार के पास कृषि और गैर-कृषि भूमि है, उनकी वार्षिक आय 13.55 लाख रुपये है और उन पर धोखाधड़ी से संबंधित एक आपराधिक मामला लंबित है।
विरासत में मिली है अधिकतर संपत्ति
अपनी पार्टी के पूर्व सदस्य और निर्दलीय उम्मीदवार मुंतज़िर मोहिउद्दीन ने 95,000 रुपये की चल संपत्ति और 1.88 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति घोषित की है। उन्होंने दावा किया है कि उनके पास संपत्ति में से अधिकांश उन्हें विरासत में मिली हैं। कोई देनदारी नहीं होने के कारण, उन्होंने पेंशन को अपनी आय का एकमात्र स्रोत बताया है। उन्होंने आर्टस में ग्रेज्युशन की है।
निर्दलीय उम्मीदवार खान के पास 1.35 करोड़ की संपत्ति
बडगाम जिला विकास परिषद के पूर्व चेयरमैन नजीर अहमद खान भी बडगाम में बतौर निर्दलीय मैदान में हैं। उन्होंने अपने हल्फनामें कुल 1.35 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है। उनकी अचल संपत्ति का मूल्य 1.12 करोड़ रुपये है, जिसमें कृषि भूमि और श्रीनगर में एक पट्टे पर दिया गया आवासीय घर शामिल है। उन पर कोई देनदारी नहीं है और उन्होंने अपनी कृषि और बागवानी आय को कर उद्देश्यों के लिए "कर-निर्धारण योग्य नहीं" बताया है।
परवेज अहमद की पांच लाख है वार्षिक आय
रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया (ए) के आईटी पेशेवर और व्यवसायी परवेज अहमद मीर ने 1.03 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति घोषित की है, जिसमें कोई देनदारी नहीं है। उनकी संपत्ति में एक करोड़ रुपये मूल्य का एक विरासत में मिला घर और उनकी पत्नी के स्वामित्व वाला 1.20 करोड़ रुपये मूल्य का एक और घर शामिल है। उनकी वार्षिक आय पांच लाख रुपये है।
भाजपा उम्मीदवार पर आपराधिक मामला है लंबित
वहीं बडगाम में चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों में शामिल भाजपा के आगा सैयद मोहसिन ने 91,000 रुपये की नकारात्मक कुल संपत्ति दिखाई है, जिसमें 1.55 लाख रुपये की चल संपत्ति और 2.46 लाख रुपये की देनदारियां हैं। वह खेती से सालाना 4.27 लाख रुपये कमाते हैं और उन पर एक सरकारी कर्मचारी पर हमला और आपराधिक धमकी से जुड़ा एक आपराधिक मामला लंबित है।
नगरोटा उम्मीदवार देवयानी के पास 91.23 लाख रुपये की संपत्ति
नगरोटा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा की देवयानी राणा – दिवंगत भाजपा नेता देवेंद्र सिंह राणा की बेटी – ने 91.23 लाख रुपये की चल संपत्ति घोषित की है। लास एंजिल्स स्थित कैलिफ़ोर्निया विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त देवयानी राणा के पास न तो ज़मीन है और न ही कोई अचल संपत्ति और न उसकी कोई देनदारी। उनकी वार्षिक आय 2020-21 में 5.22 लाख रुपये से बढ़कर 2023-24 में 33.26 लाख रुपये हो गई, जो इस वर्ष 29.54 लाख रुपये पर स्थिर हो गई। उनके पास टेक वन टेलीविज़न और जमकश ट्रकिंग प्राइवेट लिमिटेड के शेयर भी हैं।
हर्ष देव सिंह हैं 55.71 लाख रुपये की संपत्ति के मालिक
जेकेएनपीपी-आई के उम्मीदवार और पूर्व शिक्षा मंत्री हर्षदेव सिंह ने 44 लाख रुपये की कृषि भूमि और 11.71 लाख रुपये की चल संपत्ति घोषित की है, जबकि उनकी पत्नी मंजू सिंह के पास 62.73 लाख रुपये की चल और 98 लाख रुपये की अचल संपत्ति है। हार्वर्ड विश्वविद्यालय से विधि स्नातक सिंह ने अपने खिलाफ लंबित तीन एफआईआर को "राजनीति से प्रेरित" बताया है।
नेकां की शमीम केवल एक लाख रुपये नकद
नेशनल कान्फ्रेंस की 37 वर्षीय शमीम बेगम, जो उर्दू में स्नातकोत्तर हैं, ने केवल 1.03 लाख रुपये नकद और 35 लाख रुपये मूल्य के 27 तोले सोने की घोषणा की है, उनके पास कोई ज़मीन या बैंक जमा नहीं है। उनकी वार्षिक आय 1.80 लाख रुपये है जबकि उनके पति, जो एक सरकारी कर्मचारी हैं, 7.68 लाख रुपये कमाते हैं।
भाजपा पूर्व सरपंच भी लाखों की संपत्ति के मालिक
पूर्व सरपंच और भाजपा के बागी निर्दलीय अनिल शर्मा ने 28.55 लाख रुपये की चल संपत्ति और 3.21 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति घोषित की है, जिसमें जिंद्राह, रूप नगर और तोप शेरखानियां में दुकानें और आवासीय घर शामिल हैं। उनकी पत्नी के पास 38.22 लाख रुपये की चल संपत्ति है, जिसमें 37.18 लाख रुपये का सोना शामिल है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।