अब कश्मीरी सहित नौ भाषाओं में होगा संविधान, पुराने संसद भवन में राष्ट्रपति मुर्मु आज करेंगी अनावरण
राष्ट्रपति मुर्मु आज पुराने संसद भवन में संविधान के कश्मीरी सहित नौ भाषाओं में अनुवादित संस्करण का अनावरण करेंगी। यह कदम संविधान को विभिन्न भाषा-भाषी लोगों तक पहुंचाने में सहायक होगा, जिससे सभी नागरिक संविधान को समझ सकेंगे और इसके मूल्यों को आत्मसात कर सकेंगे। यह अनावरण संविधान के प्रति सम्मान को दर्शाता है।

संविधान अब नौ भाषाओं में: राष्ट्रपति मुर्मु करेंगी अनावरण (File Photo)
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। भारत का संविधान अब कश्मीरी भाषा में भी उपलब्ध होगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 26 नवंबर को संविधान दिवस पर होने वाले एक विशेष कार्यक्रम में कश्मीरी सहित नौ भाषाओं में भारत के संविधान के डिजिटल संस्करणों का अनावरण करेंगी।
जानकारी के अनुसार, संविधान दिवस के उपलक्ष्य में बुधवार की सुबह 11 बजे नई दिल्ली में पुराने संसद भवन के ऐतिहासिक सेंट्रल हाल में आयोजित किए जा रहे इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति के नेतृत्व में संविधान की प्रस्तावना का पाठ किया जाएगा।
इन नौ भाषाओं में जारी होगा संस्करण
इस अवसर पर कश्मीरी, मलयालम, मराठी, नेपाली, पंजाबी, बोडो, तेलुगू, ओड़िया और असमिया सहित नौ भाषाओं में भारत के संविधान का अनुवादित संस्करण जारी किया जाएगा।
इसके साथ ही पहली बार आधिकारिक क्षमता में पूरा भारतीय संविधान कश्मीरी में उपलब्ध हो जाएगा। कार्यक्रम के दौरान एक स्मारक पुस्तिका “भारत के संविधान में कला और कैलिग्राफी” का भी विमोचन किया जाएगा। कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री भी मौजूद रहेंगी।

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