कश्मीर संभाग में आग का तांडव, दो रिहायशी मकान जलकर राख, वनकर्मी की मौत
कश्मीर संभाग में आग लगने से दो रिहायशी मकान जलकर राख हो गए। आग बुझाने के दौरान एक वनकर्मी की दुखद मौत हो गई। आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। ...और पढ़ें

कश्मीर संभाग में विभिन्न जगहों पर हुई आग की घटनाओं में काफी नुकसान हुआ है। फाइल फोटो।
राज्य ब्यूरो, जागरण, श्रीनगर। कश्मीर संभाग में रविवार को आग का तांडव देखने को मिला। श्रीनगर, अनंतनाग व बड़गाम में हुई आग की घटनाओं में दो रिहायशी मकान जलकर राख हो गए। जबकि जंगलों में लगी आग बुझाने के दौरान एक वनकर्मी की झुलसने से मौत हो गई।
मृतक गुल मोहम्मद शाह निवासी चंगू निवासी के रहने थे और वो वेरीनाग के हेंगीपोरा रेंज के कंपार्टमेंट 48 के प्रभारी थे। संबंधित अधिकारी ने बताया कि शाह आग बुझाने में जुटे हुए थे। इसी दौरान आग की चपेट में आकर वह बुरी तरह झुलस गए, जिससे उनकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि शव को कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के लिए अनंतनाग जिला अस्पताल भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम के बाद शव उसके स्वजन को सौंप दिया जाएगा। विभिन्न जगहों पर हुई आग की घटनाओं में काफी नुकसान हुआ है।
लाल बाज़ार स्थित सिख बाग़ में तीन मंजिला रिहायशी मकान जलकर राख
जानकारी के अनुसार पहली घटना श्रीनगर के लाल बाज़ार स्थित सिख बाग़ में सुबह हुई। इस क्षेत्र में भीषण आग लग गई, जिससे एक तीन मंजिला रिहायशी मकान जलकर राख हो गया। अधिकारियों के अनुसार राज्य अग्निशमन नियंत्रण कक्ष बटमालू को सुबह 7.19 बजे आग लगने की सूचना मिली।
उसके बाद हज़रतबल अग्निशमन केंद्र से एक दमकल गाड़ी तुरंत घटनास्थल पर भेजी गई, लेकिन घटनास्थल के आसपास पानी का कोई स्रोत उपलब्ध न होने के कारण नौशहरा सौरा और रैनावारी स्थित अग्निशमन एवं अग्निशमन विभाग के मुख्यालयों से अतिरिक्त सहायता भेजी गई।
अधिकारियों ने बताया कि दमकल कर्मियों ने मशक्कत के बाद आग को बुझा कर उसे आसपास के मकानों तक फैलने से रोक दिया, जिससे स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली। स्थानीय लोगों का कहना था कि अगर समय रहते दमकर्म आग को फैलने से नहीं रोकते तो घटनास्थल के आसपास स्थित मकानों को भी काफी नुकसान हो सकता था।
अग्निशमन कर्मियों ने असाधारण साहस का परिचय दिया
वहीं घटना की पुष्टि करते हुए अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाओं के उपनिदेशक डा. मीर आकिब हुसैन ने बताया कि डीएफओ मुख्यालय मुजफ्फर हुसैन के नेतृत्व में अग्निशमन कर्मियों ने असाधारण साहस का परिचय दिया और आग को आस-पास के घरों तक पहुंचने से रोकने में कामयाब रहे।
उन्होंने बताया कि इस घटना में एक तीन मंजिला आवासीय इमारत पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। हालांकि इस घटना में कोई भी जानी नुकसान नहीं हुआ है। हालांकि आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। पुलिस आग लगने के कारणों का पता लगाने के लिए छानबीन कर रही है। दूसरी घटना दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग ज़िले के दमहाल गांव में शनिवार देर रात में घटी। अचानक एक रिहायशी मकान में अचाक आग लग गई।
मकान में लकड़ियों के अधिक इस्तेमाल होने के चलते आग कुछ ही देर पूरी इमारत को अपनी चपेट में ले लिया। आसपास के लोग घटनास्थल पर पहुंचे और आग पर काबू पाना शुरू कर दिया, लेकिन आग इतनी भीषण थी कि उसके पास जाना काफी मुश्किल हो रहा था।
आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा
इस बीच दमकल दमकल कर्मी अपने वाहनों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने आग बुझना शुरू कर दिया। आग तो बुझ गई लेकिन मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। अधिकारियों के अनुसार प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है।
वहीं आग की तीसरी घटना अनंतनाग जिले के कापरान के खादर इलाके में हुई। यहां अचानक जंगलों में आग लग गई और सूचना मिलते ही स्थानीय लोग के साथ ही वन विभाग के कर्मी मौके पर पहुंचे। उन्होंने आग बुझना शुरू कर दिया, लेकिन जंगलों में तेजी से फैल रही आग की चपेट में आने से वेरीनाग के हेंगीपोरा रेंज के कंपार्टमेंट 48 के प्रभारी की मौत हो गई।
बड़गाम में आग की भेंट चढ़ी दो दुकानें मध्य कश्मीर के बड़गाम जिले के खग इलाके में रात में भीषण आग लग गई, जिससे दो दुकानें पूरी तरह जलकर खाक हो गईं और प्रभावित दुकानदारों को भारी नुकसान हुआ। आग ने एक सैलून और एक ई-शाप को अपनी चपेट में ले लिया जिससे इलेक्ट्रानिक सामान, फोटोकापी मशीनें, अग्निशमन उपकरण और अन्य कीमती सामान राख हो गए।
इमारतों के अंदर कुछ भी नहीं बचा है
एक दुकानदार ने कहा कि नुकसान बहुत बड़ा था क्योंकि इमारतों के अंदर कुछ भी नहीं बचा है। स्थानीय लोगों, पुलिसकर्मियों और खग के युवाओं के सहयोग से अग्निशमन और आपातकालीन सेवाएं तुरंत घटनास्थल पर पहुंचीं, जिन्होंने आग को आसपास की इमारतों तक फैलने से रोकने के लिए काम किया।
उनके प्रयासों से यह सुनिश्चित हुआ कि नुकसान केवल दो दुकानों तक ही सीमित रहे। घटना में किसी के घायल होने या जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। प्रभावित दुकानदारों ने स्थानीय प्रशासन से तत्काल राहत और मुआवजे की अपील की है ताकि वे अपनी आजीविका फिर से शुरू कर सकें।

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