डिजिटल युग में साइबर अपराधों से निपटने के लिए पुलिस को नवीनतम तकनीकों से अवगत कराने को विशेष प्रशिक्षण
डिजिटल युग में साइबर अपराधों की बढ़ती संख्या को देखते हुए, पुलिस विभाग अपने कर्मचारियों को नवीनतम तकनीकों का प्रशिक्षण दे रहा है। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य पुलिस को साइबर अपराधियों को पकड़ने और अपराधों को रोकने में सक्षम बनाना है, जिससे समाज की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

डिजिटल युग में साइबर अपराधों के लगातार बढ़ते मामलों पर चिंता जताई।
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर। शेर-ए-कश्मीर पुलिस अकादमी ऊधमपुर में शुक्रवार से साइबर अपराध की जांच विषय पर आधारित पांच दिवसीय कोर्स का शुभारंभ हुआ। पुलिस अधिकारियों की पेशेवर क्षमता और जांच कौशल को और अधिक मजबूत बनाने के उद्देश्य से आयोजित इस कार्यक्रम में अधिकारियों को बढ़ते साइबर अपराधों का प्रभावी ढंग से निपटने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
शुक्रवार को कार्यक्रम का उद्घाटन एसएसपी एवं डिप्टी डायरेक्टर (इंडोर/ट्रेनिंग) राजिंदर कुमार गुप्ता ने मुख्य अतिथि के तौर पर किया। उन्होंने वर्तमान डिजिटल युग में साइबर अपराधों के लगातार बढ़ते मामलों पर चिंता जताई है।
एसएसपी ने कहा कि ऐसे अपराधों की रोकथाम के लिए पुलिस अधिकारियों को निरंतर नई तकनीकों और जांच विधियों से अवगत रहना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इससे पुलिस बल की तकनीकी और जांच क्षमताओं में उल्लेखनीय सुधार होगा।
इस प्रशिक्षण कोर्स में जम्मू-कश्मीर पुलिस के विभिन्न यूनिटों से 19 अधिकारी इस कोर्स में भाग ले रहे हैं। पांच दिनों तक चलने वाले इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभागियों को आईपी और मैक एड्रेस विश्लेषण, ईमेल और सोशल मीडिया जांच, साइबर फोरेंसिक टूल्स और डेटा रिकवरी, मोबाइल फोरेंसिक, आनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी की पहचान तथा आईटी अधिनियम से संबंधित कानूनी प्रावधानों की जानकारी दी जाएगी।

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