बोकारो इस्पात संयंत्र में मैनपावर बढ़ाने की तैयारी, नए साल में 135 कर्मियों की होगी नियुक्ति
बोकारो इस्पात संयंत्र में जनवरी से मार्च तक 135 नए कर्मियों की नियुक्ति होगी। सेल मुख्यालय ने भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिसमें अभियंता और चिकित्सक शामिल हैं। जैविक उद्यान के लिए पशु चिकित्सक भी नियुक्त किया जाएगा। यह कदम उत्पादन लक्ष्य और चिकित्सा सेवा को बेहतर बनाने के लिए उठाया गया है। तकनीकी रूप से दक्ष ठेका श्रमिकों की बहाली पर भी जोर दिया जा रहा है।

बोकारो इस्पात संयंत्र
जागरण संवाददाता, बोकारो। महारत्न कंपनी सेल की महत्वपूर्ण इकाई में शुमार बोकारो इस्पात संयंत्र में 135 नए कर्मियों की नियुक्ति जनवरी से मार्च माह के अंत तक कर ली जाएगी। इससे नए साल में बीएसएल की मैनपावर क्षमता बढ़ जाएगाी।
सेल मुख्यालय नई दिल्ली की ओर से उम्मीदवारों की बहाली की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। इनमें बीएसएल में प्रबंध प्रशिक्षु तकनीकी के पद पर कुल 124 अभियंता के साथ बोकारो जनरल अस्पताल में पांच तथा माइंस के अस्पताल में पांच चिकित्सक बहाल किए जाएंगे।
पशु चिकित्सक की भी नियुक्ति
वहीं बीएसएल के जैविक उद्यान में वन्य प्राणियों के बेहतर देखभाल के लिए एक पशु चिकित्सक की भी नियुक्ति अनुबंध पर की जाएगी। सेल प्रबंधन चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 के अंतिम तिमाही यानी की जनवरी से मार्च माह में अपने उत्पादन के लक्ष्य को प्राप्त करने के साथ मैनपावर पर संतुलन बनाए रखने के लिए बोकारो इस्पात संयंत्र में नए व युवा अभियंता को बहाल करने का निर्णय ली है।
वहीं बोकारो जनरल अस्पताल तथा झारखंड ग्रुप आफ माइंस के अस्पताल की चिकित्सा सेवा को और बेहतर करने के लिए यहां अनुबंध पर कुल दस नए चिकित्सक का चयन जनवरी माह के अंत तक कर लिया जाएगा।
इस पद की अर्हता रखने वाले उम्मीदवारों का साक्षात्कार आगामी 6 दिसंबर 2025 को बीजीएच के ईडी मेडिकल सम्मेलन कक्ष में सुबह दस बजे से शाम पांच बजे तक होगा। सेल प्रबंधन के इस फैसले के बाद मैनपावर की कमी झेल रहे स्थानीय प्रबंधन को काफी राहत मिलेगी।
तकनीकी रूप दक्ष ठेका श्रमिक होंगे बहाल
बोकारो इस्पात संयंत्र में विभागीय कार्यप्रणाली को उन्नत करने के साथ संभावित कार्य दुर्घटना को रोकने के लिए अब यहां तकनीकी रूप से दक्ष ठेका श्रमिक ही बहाल किए जाएंगे। ठेका श्रमिकों की नियुक्ति से पूर्व उनके पूर्व के कामकाज का अनुभव तथा शैक्षणिक प्रमाण पत्र का मूल्यांकन कर ही नया गेट पास बनाया जाएगा।
जहां इस बात का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा की नया गेटपास बनाने वाला ठेका श्रमिक शारीरिक रूप से फिट है की नही। इसके लिए बीएसएल के सुरक्षा, कार्मिक तथा अन्य विभाग के अधिकारियों की एक कमेटी बनाई गई है। जिसमें बीजीएच के चिकित्सक भी शामिल है।
इसके साथ ही बीएसएल में अब ऐसे ठेकेदारों, श्रमिक नेताओं या अधिकारियों पर शिकंजा कंस जाएगा जो की अपने निजी स्वार्थ के लिए मनमाने तरीके से किसी भी व्यक्ति का गेटपास बनवा दिया करते थे।

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