जेल में बंद शूटर ब्रांडेड कपड़ों में पहुंचा कोर्ट में पेश होने, पूर्व विधायक संजीव सिंह भी दिखे अलग अवतार में
झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह के पति पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड के आरोपितों की मंगलवार को धनबाद कोर्ट में पेशी थी। इस दौरान मुख्य आरोपित पूर्व विधायक संजीव सिंह और शूटर अमन सिंह दोनों ही स्टाइलिश अवतार में नजर आए।

जागरण संवाददाता, धनबाद: झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह के पति पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड के आरोपितों की मंगलवार को धनबाद कोर्ट में पेशी थी। इस दौरान मुख्य आरोपित पूर्व विधायक संजीव सिंह और शूटर अमन सिंह दोनों ही स्टाइलिश अवतार में नजर आए। संजीव सिंह का हेयर स्टाइल बदला हुआ दिखा तो अमन सिंह ब्रांडेड कपड़ों में नजर आया।

दोनों के इस लुक की चर्चा कोर्ट परिसर में होती रही। संजीव सिंह का बदला हुआ हेयर स्टाइल अधिक चर्चा में था। कोर्ट परिसर में कई लोग संजीव सिंह की मोबाइल से तस्वीर लेते भी दिखे। शूटर अमन सिंह का बात करें तो अमल ने टामी हिलफिगर ब्रांड की टी-शर्ट, इसी ब्रांड की टोपी और एडिडास का जूता पहन रखा था। लोग यह भी चर्चा करते दिखे कि जेल में बंद कैदियों को इतना महंगा कपड़ा कहां से मिल जाता है।

नहीं हो सका आरोपितों का सफाई बयान: कांग्रेस नेता व पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड में चार वर्षों से जेल में बंद झरिया के पूर्व भाजपा विधायक संजीव सिंह समेत अन्य अभियुक्तों का सफाई बयान मंगलवार को भी अदालत में दर्ज नहीं हो सका। सफाई बयान के लिए संजीव सिंह समेत सभी अभियुक्तों को कड़ी सुरक्षा के बीच धनबाद जेल से अदालत में हाजिर किया गया था। पूरा अदालत परिसर संजीव के समर्थकों से भर गया था। दिवंगत नीरज सिंह के अनुज अभिषेक सिंह भी कार्रवाई की जानकारी के लिए अदालत पहुंचे थे। संजीव एवं अभिषेक अदालत परिसर में संयोगवश आमने-सामने भी हुए। पुलिस ने घेरा बनाकर दोनों को आगे बढ़ा बढ़ा दिया।

इधर, संजीव सिंह के अधिवक्ता मो. जावेद ने अदालत में आवेदन देकर कहा कि 24 मार्च 2022 को हाई कोर्ट द्वारा पारित किए गए आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे। लिहाजा उन्हें समय दिया जाए। अदालत ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश की प्रतीक्षा में 15 दिन का समय दिया है। एमपी-एमएलए कोर्ट के विशेष न्यायाधीश अखिलेश कुमार की अदालत ने पांच अप्रैल की तिथि अभियुक्तों के सफाई बयान के लिए निर्धारित की थी। अदालत ने सभी अभियुक्तों को सशरीर अदालत में पेश करने का आदेश दिया था। इसी के तहत संजीव सिंह, डबलू मिश्रा, धनजी सिंह, संजय सिंह, पिंटू सिंह, शूटर अमन सिंह, शिबू उर्फ सागर, सोनू उर्फ कुर्बान, सतीश उर्फ रोहित उर्फ चंदन और पंकज सिंह को जेल से सशरीर कोर्ट में पेशी कराई गई थी। अदालत से समय मिलने के कारण आज इनमें से किसी का सफाई बयान दर्ज नहीं किया जा सका।
37 गवाहों का हो चुका है बयान दर्ज: 22 जनवरी 22 को अभियोजन ने अदालत में आवेदन दायर कर कहा था कि अब उन्हें गवाही नहीं देनी है। अभियोजन द्वारा इस मामले में कुल 37 गवाहों का बयान दर्ज कराया जा चुका है। इसके बाद अदालत ने अभियोजन के साक्ष्य को बंद कर दिया था। सभी अभियुक्तों को सशरीर अदालत में पेश करने का आदेश दिया था।
आमने-सामने हुए अभिषेक-संजीव: सुनवाई के समय दोपहर 2:00 बजे विधायक संजीव समेत अन्य अभियुक्तों को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में जेल से कोर्ट में पेशी के लिए लाया जा रहा था। ठीक उसी वक्त दिवंगत नीरज सिंह के भाई अभिषेक सिंह भी अपने समर्थकों के साथ दूसरी तरफ से आ रहे थे। अचानक दोनों एक-दूसरे के आमने-सामने हो गए। पुलिस चौकस हो गई। सुरक्षा घेरा बनाकर दोनों को पुलिस ने निकाल दिया।
दिनदहाड़े हुई थी हत्या: मालूम हो कि 21 मार्च 2017 को संध्या 7 बजे नीरज सिंह अपनी फॉर्च्यूनर कार जेएच10एआर-4500 से सरायढेला स्थित अपने आवास रघुकुल लौट रहे थे। वह ड्राईवर के साथ आगे सीट पर बैठे थे। पीछे की सीट पर उनका सहायक सरायढेला न्यू कॉलोनी निवासी अशोक यादव और दो निजी अंगरक्षक बैठे थे। स्टील गेट के पास बने स्पीड ब्रेकर पर नीरज की गाड़ी की रफ्तार कम होते ही दो बाइक पर सवार हमलावरों ने उनकी कार पर गोलियों की बरसात कर हत्या कर दी थी।

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