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    दामोदर नदी त्रासदी: कार्तिक स्नान में डूबे 6 में से चार युवकों का शव मिला, 2 की तलाश जारी

    Updated: Fri, 07 Nov 2025 01:21 AM (IST)

    दामोदर नदी में कार्तिक स्नान के दौरान छह युवक डूब गए, जिनमें से चार के शव बरामद हो चुके हैं। स्थानीय प्रशासन और गोताखोर बाकी दो युवकों की तलाश में जुटे हैं। इस घटना से क्षेत्र में शोक की लहर है और प्रशासन ने लोगों से नदी में स्नान करते समय सावधानी बरतने की अपील की है।

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    दो बोट के माध्यम से लापता दोनों युवकों की तलाश करती एनडीआरएफ की टीम। फोटो जागरण

    जागरण टीम, कतरास/महुदा। तेलमोच्चो पुल स्थित दामोदर नदी में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर डूबे छह युवकों की तलाश में गुरुवार का दिन अत्यंत दुखद रहा। धनबाद और बोकारो जिले के स्थानीय गोताखोरों की अथक मेहनत से नदी से तीन और शवों को निकाला गया, जिसके बाद इस भीषण हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर चार हो गई है। अब भी दो युवक लापता हैं, जिनकी तलाश शुक्रवार को भी जारी रहेगी।

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    स्थानीय गोताखोरों की बहादुरी

    इस रेस्क्यू आपरेशन में स्थानीय गोताखोरों ने अहम भूमिका निभाई। मुनीडीह-भटिंडा फाल से गंगाधर महतो के नेतृत्व वाली टीम और बोकारो के खेतको से मो. समरद अंसारी के नेतृत्व वाली टीम ने पूरे दिन खोजबीन की। गंगाधर महतो की टीम ने बुधवार और गुरुवार को एक-एक शव निकाला, जबकि मो. समरद अंसारी की टीम ने गुरुवार को दो शव निकालने में सफलता हासिल की।

    मृतकों की पहचान

    बुधवार शाम को भुली निवासी विजय कुमार यादव का शव बरामद हुआ था। गुरुवार को भुली निवासी रोहन यादव उर्फ गोलू सुबह 8 बजे, भीमकनाली के शन्नी चौहान दोपहर 1 बजे और भुली के रोहित यादव करीब 2 बजे का शव निकाला गया। अब भुली निवासी अनिश यादव और भीमकनाली निवासी सुमित राय सहित दो युवकों की तलाश जारी है।

    गोताखोरों की अपील

    खेतको के कप्तान मो. समरद अंसारी ने कहा कि वे मजदूरी करके जीवन यापन करते हैं और सरकार से मानदेय की व्यवस्था होने पर उनके परिवार को खुशहाली मिल सकती है।

    आक्रोशित ग्रामीणों ने किया फोरलेन जाम

    शवों को निकालने में हो रही देरी और प्रशासनिक शिथिलता से आक्रोशित भीमकनाली के ग्रामीणों ने सुबह करीब 9 बजे धनबाद-बोकारो फोरलेन मार्ग को तेलमोच्चो पुल पर वाहन लगाकर जाम कर दिया।

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    लोगों का कहना था कि पुलिस प्रशासन शवों को निकालने में लापरवाही बरत रहा है और एनडीआरएफ की टीम को बुलाने का प्रयास नहीं कर रही है। जिसके बाद 11 बजे बाघमारा सीओ गिरिजानंद किस्कु एवं कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची।

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    सीओ किस्कु ने एनडीआरएफ टीम जल्द आने का आश्वासन दिया, जिसके बाद 11:30 बजे जाम हटा लिया गया। सड़क जाम के दौरान सन्नी चौहान के चाचा विरू चौहान अचानक बेहोश हो गए। स्वजनों ने उन्हें होश में लाया। चाचा ने रोते हुए कहा कि अब वह किसके सहारे जिएंगे।

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    गुरुवार शाम करीब 3:30 बजे इंस्पेक्टर रविशंकर सरोज और सब इंस्पेक्टर हेमंत तिवारी के नेतृत्व में 30 गोताखोरों की एनडीआरएफ टीम दामोदर नदी तट पर पहुंची। टीम ने 4:11 बजे से 5:15 बजे तक नदी में खोजबीन की, लेकिन कोई शव नहीं मिल सका।

    इंस्पेक्टर रवि शंकर सरोज ने बताया कि रात्रि होने के कारण कार्य रोक दिया गया है और शुक्रवार को सुबह सात बजे से रेस्क्यू फिर से शुरू किया जाएगा। उन्होंने विश्वास जताया कि हरसंभव प्रयास किया जाएगा।

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    बोकारो उपायुक्त अजय नाथ झा, चास सीओ सेवा राम साहू, बाघमारा सीओ गिरिजानंद किस्कु सहित बोकारो और धनबाद के कई आला अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। उपायुक्त अजय नाथ झा ने कहा कि आगे से इस तरह के त्यौहारों पर विशेष व्यवस्था की जाएगी और प्रभावित जिलों के डीसी से बात कर गोताखोरों की एक अच्छी टीम बनाने का विचार है।

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    इस दौरान स्थानीय लोगों में अवैध बालू खनन और प्रशासनिक शिथिलता को लेकर गहरा रोष व्याप्त रहा। लोगों ने मांग की कि इस हादसे की उच्चस्तरीय जांच कर दोषी अधिकारियों और अवैध खनन माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। घटना की सूचना पाने के बाद स्वजनों के आंसू थम नहीं रहे हैं।

    जानलेवा सेल्फी : चेतावनी बोर्डों की अनदेखी कर जान जोखिम में डाल रहें है लोग

    दामोदर नदी के तेलमोच्चो पुल पर स्थापित चेतावनी बोर्डों के बावजूद लोग लगातार लापरवाही बरत रहे हैं। पुल के पिलर पर स्पष्ट रूप से "सेल्फी लेना मना है" और "यहां संभल के चलें" जैसे खतरे के निशान लगे हुए हैं, लेकिन लोग इनकी अनदेखी कर रहे हैं।

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    कार्तिक पूर्णिमा के दौरान हुए भीषण हादसे में इसी लापरवाही का खामियाजा चार युवकों की मौत व दो के लापता होने से चुकाना पड़ा। बावजूद, नदी के तेज बहाव और खतरनाक पत्थरों के बीच खड़े होकर लोग अपनी जान जोखिम में डालकर सेल्फी लेने से बाज नहीं आ रहे हैं।

    प्रशासन द्वारा बार-बार अपील किए जाने और दुर्घटनाओं के बावजूद नियमों का उल्लंघन करना, स्वयं और स्वजन के लिए बड़ा खतरा पैदा कर रहा है। प्रशासन को ऐसे लापरवाह लोगों पर कड़ी कार्रवाई करने की आवश्यकता है।