Dhanbad: RSS कार्यकर्ता हत्याकांड का खुलासा, जिसे थाने से छुड़वाया... उसी ने कर दी हत्या, आरोपी गिरफ्त से बाहर
पूर्वी टुंडी के दुम्मा निवासी ग्राम रक्षा दल के अध्यक्ष सह आरएसएस कार्यकर्ता शंकर प्रसाद डे हत्याकांड का पर्दाफाश भले ही पुलिस ने कर दिया हो लेकिन मुख्य हत्यारे अब भी पकड़ से दूर है। मुख्य आरोपी समेत आधा दर्जन आरोपी अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। दुर्भाग्य की बात यह है कि शंकर ने जिस व्यक्ति को थाना से छुड़वाया था उसी ने उसकी हत्या कर दी।

धनबाद/पूर्वी टुंडी: पूर्वी टुंडी के दुम्मा निवासी ग्राम रक्षा दल के अध्यक्ष सह आरएसएस कार्यकर्ता शंकर प्रसाद डे हत्याकांड का पर्दाफाश भले ही पुलिस ने कर दिया हो, लेकिन मुख्य हत्यारे अब भी पकड़ से दूर है। मुख्य आरोपी समेत आधा दर्जन आरोपी अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
दुर्भाग्य की बात यह है कि शंकर ने जिस व्यक्ति को थाना से छुड़ाने की पैरवी की थी, उसी ने उसकी हत्या कर दी।
बताया जा रहा है कि इस हत्याकांड को पूर्वी टुंडी व जामताड़ा के साइबर अपराधियों की मिलीभगत से अंजाम दिया गया था। शंकर की हत्या 11 जुलाई की रात दुम्मा हथसरा ग्रामीण पथ पर गोली मारकर की थी। मृतक के बेटे मधुसूदन डे की शिकायत पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की।
जांच के दौरान पांच दिन में चार अपराधियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा तो कर दिया, लेकिन मुख्य आरोपी समेत आधा दर्जन आरोपी अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार, हत्यारे से थानेदार की हुई थी बहस, शंकर ने की थी पैरवी शंकर की हत्या से लगभग ढाई माह पहले पूर्वी टुंडी थाने में प्रतिनियुक्त नए थाना प्रभारी कृष्ण कुमार के साथ हत्याकांड के एक मुख्य आरोपित प्रदीप दां से बहस हुई थी। आरोपित प्रदीप के साथ उस वक्त उसके दो अन्य साथी भी थे।
उसे थानेदार ने अभद्र व्यवहार के आरोप में हिरासत में लिया था। तीनों में एक पंचायत के मुखिया का भतीजा भी था।
बाद में उन तीनों को छुड़ाने के लिए शंकर ने पुलिस के पास पैरवी की और पुलिस ने उन्हें छोड़ भी दिया। बाद में शंकर की हत्या में प्रदीप का नाम मुख्य हत्यारे के रूप में सामने आया है। साइबर अपराधियों ने की है गुपचुप बैठक :पूर्वी टुंडी में शंकर की हत्या के बाद से साइबर अपराधियों का एक बड़ा कांटा हट गया है।
साइबर अपराधियों ने की थी बैठक
सूत्रों के अनुसार, हत्या के कुछ दिन बाद ही पूर्वी टुंडी, जामताड़ा व गिरिडीह के साइबर अपराधियों ने इलाके में एक गोपनीय बैठक भी की। हालांकि, इसकी पुष्टि कोई नहीं कर रहा है।
हत्याकांड के आरोपित का चाचा झामुमो में शामिल शंकर डे हत्याकांड में जिस मुखिया के भतीजे को पुलिस ढूंढ़ रही है। वह मुखिया कन्हाई कुछ दिन पूर्व ही अपने दर्जनों समर्थकों के साथ घुरनीबेडा में एक कार्यक्रम के दौरान झामुमो में शामिल हुआ है, जबकि उसी दिन घटना में संलिप्त चार अपराधियों को पुलिस ने जेल भी भेजा है।
अपराधियों के हौसले बुलंद
शंकर डे हत्याकांड से यह स्पष्ट हो गया है कि पूरे जिले में अपराधियों का हौसला बुलंद है। किसी के मन में पुलिस का भय नहीं है। यही कारण है कि अपराधी आए दिन आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे में पुलिस को चार कदम आगे आकर लोगों को न्याय दिलाने का काम करना चाहिए।
बजरंग दल जिला साप्ताहिक मिलन केंद्र के प्रमुख कन्हाई मंडल ने कहा, 'विदेश दां केंद्रीय अध्यक्ष मयरा मोदक समाज शंकर प्रखंड के सामाजिक कार्यों में हमेशा बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते थे। पुलिस अपना काम ईमानदारी पूर्वक करते हुए उनके हत्यारों को जल्द से जल्द सजा दिलाए। यही ग्रामीणों की भी मांग है।'

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