Move to Jagran APP

Jharia sabha Chunav Result: झरिया में कौन मारेगा बाजी? देवरानी-जेठानी के बीच कांटे की टक्कर, जयराम की पार्टी भी रेस में

Jharia sabha Chunav Result झरिया विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की लड़ाई है। कांग्रेस से पूर्णिमा नीरज सिंह और भाजपा से रागिनी सिंह मैदान में हैं। जेएलकेएम के प्रत्याशी रुस्तम अंसारी इस लड़ाई को त्रिकोणीय बना रहे हैं। महागठबंधन टेंशन में है क्योंकि रुस्तम ग्रामीण और अल्पसंख्यक वोटरों को साधकर अपने पक्ष में समीकरण बनाने में जुटे हैं।

By Jagran News Edited By: Mukul Kumar Updated: Sat, 23 Nov 2024 07:37 AM (IST)
Hero Image
झरिया में कौन मारेगा बाजी? फाइल फ़ोटो
डिजिटल डेस्क, धनबाद। झरिया विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की लड़ाई है। कांग्रेस से एक बार फिर विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह और भाजपा से रागिनी सिंह मैदान में हैं। पूर्णिमा रघुकुल का प्रतिनिधित्व करती हैं, रागिनी सिंह मेंशन का।

इस लड़ाई को टाइगर जयराम महतो की पार्टी जेएलकेएम के प्रत्याशी रुस्तम अंसारी त्रिकोणीय बना रहे हें। वे ग्रामीण व अल्पसंख्यक वोटरों को साधकर अपने पक्ष में समीकरण बनाने में जुटे हैं।

इस समीकरण से महागठबंधन टेंशन में है। लड़ाई के त्रिकोणीय होने की स्थिति में भाजपा को फायदा होने की परिस्थिति बन सकती है। रुस्तम अंसारी 2014 के चुनाव में मार्क्सवादीर समन्वय समिति से झरिया से लड़े थे।

उस समय करीब 19 हजार वोट लाकर उन्होंने सभी को चौंकाया था। तब कांग्रेस पिछड़ गई थी और भाजपा ने बाजी मार ली थी। इस बार रुस्तम जेएलकेएम से प्रत्याशी हैं। इस पार्टी के सुप्रीमो जयराम का ग्रामीण क्षेत्रों में अच्छा जनाधार है। मुस्लिम वोटरों में खुद रुस्तम की पकड़ है।

ऐसे में इस समीकरण के सहारे चुनावी मैदान में रुस्तम कितना सफल होंगे, यह समय ही बताएगा। भगतडीह के मंटू आलम एवं महबूब अंसारी कहते हैं कि रुस्तम लोगों की मदद के लिए हमेशा खड़े रहते हैं। इसलिए जनता का बड़ा वर्ग उनके साथ रहेगा।

भगतडीह के मीनू सिंह एवं झरिया के सुरेंद्र कनौडिया भी मंटू और महबूब की बातों से सहमति जताते हैं। महागठबंधन मुस्लिम वोटरों को कांग्रेस के साथ बनाए रखने की पूरी कोशिश कर रहा है। इधर जयराम महतो की सभा अभी तक झरिया में नहीं हुई है। उनकी सभा के बाद चुनावी माहौल और गरमाएगा।

उधर, भाजपा प्रत्याशी रागिनी सिंह पूर्णिमा पर झरिया को पीछे ले जाने का आरोप लगा रही हैं। पांच साल तक झरिया में रागिनी की सक्रियता का लाभ भाजपा को मिल रहा है। अभी तक झरिया में न तो भाजपा और न ही कांग्रेस का स्टार प्रचारक पहुंचा है। उनके आगमन के बाद राजनीतिक घमासान और तेजी पकड़ेगा।

पार्षद भी रहे रुस्तम

जेएलकेएम प्रत्याशी रुस्तम अंसारी वार्ड नंबर 35 के वर्ष 2010 में पार्षद रहे हैं। वह पार्षद मंच के अध्यक्ष भी रहे हैं। रुस्तम के पिता प्रकाश अंसारी मुखिया भी रहे। रुस्तम कहते हैं कि उनके बताए गए मार्ग पर चल लोगों की समस्या दूर करने की कोशिश कर रहे हैं।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।