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    # मैं हूं धनबाद... Nitin Gadkari तक पहुंची बात, गया पुल का जायजा लेने आएगी उच्चस्तरीय टीम

    By MritunjayEdited By:
    Updated: Mon, 29 Nov 2021 05:42 PM (IST)

    गया पुल चाैड़ीकरण को लेकर जिला प्रशासन की पिछले दिनों की पहल के बाद रेलवे और पथ निमार्ण विभाग ने इसके लिए प्रयास शुरू कर दिया है। कई दौर की वार्ता के बाद अब इसके लिए डीपीआर बनाने की जिम्मेवारी रेलवे की अनुषंगी इकाई राइट्स को दी गई है।

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    धनबाद शहर में जाम का सेंटर गया पुल ( फाइल फोटो)।

    जागरण संवाददाता, धनबाद। गया पुल की चौड़ीकरण को लेकर शहर के सामाजिक संस्थाओं की मुहिम ने रंग दिखाना शुरू कर दिया है। इन संस्थाओं ने पिछले महीने इंटरनेट मीडिया ट्विटर पर मैं हूं धनबाद हैश टैग से इसके लिए एक अभियान की शुरूआत की थी और धनबादवासियों से इस हैशटैग को केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन के ट्विटर हैंडल के साथ टैग करते हुए वायरल करने की गुजारिश की थी। अब यह अभियान रंग लाने लगा है। इस अभियान की गुंज जब केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री गडकरी के कानों तक पहुंची तो उन्होंने इस पर त्वरित संज्ञान लेते हुए एक उच्च स्तरीय टीम का गठन करते हुए उसे धनबाद भेजने का निर्देश दिया। इस निर्देश के आलोक में सड़क परिवहन मंत्रालय के अधीन कार्यरत राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा परिषद के सदस्य रवींद्र तिवारी बुधवार को धनबाद आ रहे हैं।

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    जानकारी के अनुसार तिवारी बुधवार को गया पुल का स्थलीय निरीक्षण करेंगे। इसके बाद वह जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति के अध्यक्ष सहित इसके अन्य सदस्यों के साथ बैठक करेंगे। इस बैठक के दौरान गया पुल की वस्तुस्थिति और उसके अन्य तकनीकी पहलुओं पर भी चर्चा करेगी। इस मामले में मैं हूं धनबाद अभियान को लीड कर रही पूजा रत्नाकर कहती हैं कि मंत्रालय ने उनको भी परिषद सदस्य द्वारा की जानेवाली बैठक में शामिल होने का न्यौता मिला है। केंद्रीय मंत्रालय द्वारा किए पहल की सराहना करते हुए पूजा कहती हैं कि इस पुल के चौड़ीकरण हो जाने के बाद शहर की यातायात व्यवस्था कुछ हद तक पटरी पर लौट आएगी। पिछले एक दशक से जाम का सामना कर रहे शहरवासी अब आसानी से एक जगह से दूसरे जगह जा सकेंगे।

    गौरतलब है कि गया पुल चाैड़ीकरण को लेकर जिला प्रशासन की पिछले दिनों की पहल के बाद रेलवे और पथ निमार्ण विभाग ने इसके लिए प्रयास शुरू कर दिया है। कई दौर की वार्ता के बाद अब इसके लिए डीपीआर बनाने की जिम्मेवारी रेलवे की अनुषंगी इकाई राइट्स को दी गई है। राइट्स ने इसके लिए सर्वे कर पूरी रिर्पोट जिला प्रशासन को सौंप दी है। डीपीआर का काम पूरा होने के बाद निविदा निकाल इसके निमार्ण का काम शुरू कर दिया जाएगा।