कपड़ा सुखाने दरवाजे पर गई महिला गोफ में समा गई, क्या कोयलांचल की धरती जानलेवा बन गई है?
धनबाद-बोकारो मार्ग पर गोधर मोड़ के पास एक घर के सामने अचानक जमीन धंसने से एक महिला गोफ (गड्ढा) में समा गई। शोर सुनकर परिवार और पड़ोसियों ने बांस और सीढ़ी की मदद से उन्हें बाहर निकाला। जिससे इलाके के लोगों में डर का माहौल है। पहले भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी है जिसमें कई लोग जान गवां चुके हैं।
जागरण संवाददाता, धनबाद (केंदुआ)। वो बुधवार की सुबह थी, जब गोधर मोड़ पर रहने वाले सोनू सिंह के घर के बाहर सबकुछ सामान्य था। अचानक एक तेज धमाका हुआ और जमीन ने अपना एक हिस्सा खोल दिया।
इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता घर की सदस्य अंजू देवी, जो कपड़े सुखाने बाहर निकली थीं, उसमें गिर गईं।
गोधर में दरवाजे पर बना गोफ
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि गोधर मोड़ के निकट धनबाद-बोकारो मार्ग के समीप रहने वाले सोनू सिंह के घर के दरवाजे पर अचानक तेज आवाज के साथ गोफ (गड्ढा) बन गया। उस समय वहां सोनू की बहन थी, जो उसमें समा गई। यह देख कोहराम मच गया। स्वजन का शोरगुल सुन आसपास के लोग दौड़े।
सभी ने मशक्कत के बाद अंजू देवी को गोफ से बाहर निकाल कर उनकी जान बचाई। विधायक राज सिन्हा भी मौके पर पहुंचे। पीड़ित परिवार को सुरक्षित स्थान पर बसाने के लिए बीसीसीएल के अधिकारियों से बातचीत की।
रक्षाबंधन पर मायके आई थी बहन
इस घटना से स्थानीय लोगों में भय है। दरअसल, अंजू देवी रक्षाबंधन पर अपने मायके आईं थीं। कपड़े सुखाने के लिए घर से बाहर निकलीं थीं, तभी अचानक गोफ बन गया।
वह संभल भी नहीं सकीं, उसकी चपेट में आ गईं। तभी उनके घर दूध देने के लिए मनोज यादव पहुंचे थे। उन्होंने शोर मचाया व जानकारी सोनू सिंह के पिता देवराज सिंह को दी।
सीढ़ी के सहारे बाहर निकाला
सोनू के भांजे साहिल सिंह ने तुरंत बांस और सीढ़ी की व्यवस्था। आसपास के लोग तब तक आ गए थे। सभी ने उनको सीढ़ी के सहारे बाहर निकाला। सोनू के भाई मनोज ने बताया कि उनका घर रैयती जमीन पर है।
अंजू देवी का कहना है कि अचानक गोफ में गिरने पर उन्हें कुछ समझ में नहीं आया। वे अंदर ही बैठ गईं। गोफ के अंदर गैस नहीं थी, इसलिए जान बच गई। अधिकारियों ने कराई गोफ की घेराबंदी कुसुंडा एरिया के अधिकारी और केंदुआडीह थाने की पुलिस मौके पर पहुंची।
सुरक्षित स्थान पर बसाए जाएंगे
बीसीसीएल अधिकारियों ने घटना की जानकारी ली, गोफ की घेराबंदी करा दी। पीड़ित परिवार को सुरक्षित स्थान पर बसाने की उन्होंने बात कही गई है।
भाजपा नेता राजेश गुप्ता और विजय हलवाई ने बताया कि सोनू सिंह के घर के पास पुराना हवा चानक और बालू बैंकर था। बाद में बैंकर बंद हो गया, लेकिन इसकी ठीक से भराई नहीं होने के कारण यह घटना घटी।
पहले भी हो चुकी है घटनाएं
यह कोई पहला मौका नहीं है, जब झरिया के कोयलांचल में जमीन धंसने की ऐसी घटना हुई हो। केंदुआडीह व झरिया के इंदिरा चौक के पास भी गोफ में समा कर रहवासी जान गवां चुके हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि बंद हो चुके खदानों व आसपास एरिया में बालू बैंकरों की सही भराई नहीं होने से ऐसी दुर्घटनाएं हो रही हैं। प्रशासन ने गोफ की घेराबंदी कर दी है, पर लोगों के मन में डर है कि क्या अगली बारी उनकी हो सकती है?
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।