Hazaribagh News: कुएं में गिरा हथिनी का बच्चा, हाथियों ने घेरा, ग्रामीणों की मदद से 7 घंटे रेस्क्यू के बाद सकुशल बाहर निकाला
हजारीबाग में एक हथिनी का बच्चा कुएं में गिर गया। ग्रामीणों और वन विभाग की टीम ने मिलकर 7 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। हाथियों के झुंड ने कुएं को घेर रखा था, जिससे बचाव कार्य मुश्किल हो गया था। ग्रामीणों की मदद से हथिनी के बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाला गया। वन विभाग ने ग्रामीणों के सहयोग की सराहना की।

मशाल की रोशनी में हाथी के बच्चे का रेस्क्यू करते ग्रामीण व वन विभाग के लोग।
संवादसूत्र, टाटीझरिया (हजारीबाग)। मंगलवार की रात टाटीझरिया प्रखंड के खैरा गांव में एक रोमांचक और भावनात्मक घटना देखने को मिली, जब चार जंगली हाथियों का झुंड गांव की ओर बढ़ा।
ग्रामीणों और वन विभाग की टीम ने मिलकर हाथियों को खदेड़ने की कोशिश की, लेकिन इस दौरान एक हथिनी का बच्चा गांव के अंतिम छोर पर बने एक पुराने कुएं में गिर गया।
मां की ममता और हाथियों का संघर्ष
हथिनी का बच्चा कुएं में गिरते ही हाथियों का झुंड उसके चारों ओर जमा हो गया और अपने तरीके से उसे बाहर निकालने की कोशिश करने लगा। यह दृश्य देखने के लिए गांव के सैकड़ों लोग एकत्र हो गए। हाथियों की बेचैनी और मां हथिनी की ममता से ग्रामीण भी भावुक हो उठे।
जुड़ी जेसीबी, मशालें और मानवीय संवेदनाएं
सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। वनपाल विद्याभूषण प्रसाद, राजकुमार सिंह और शंभू प्रसाद ने ग्रामीणों की मदद से एक जेसीबी मंगवाया।
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान ग्रामीणों ने मशालों के सहारे अंधेरे में उजाला किया। कुएं का एक छोर जेसीबी से तोड़ा गया, ताकि एक सुरक्षित मार्ग बन सके।
सात घंटे की मेहनत के बाद सफलता
लगभग सात घंटे के कठिन प्रयासों और सामूहिक सहयोग से हथिनी के बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। इसके बाद हाथियों का झुंड भी शांत होकर जंगल की ओर लौट गया। इस सफल रेस्क्यू ऑपरेशन में खैरा गांव के ग्रामीणों की भूमिका सराहनीय रही।
स्थानीय लोगों की तारीफ
घटना स्थल पर ग्रामीणों की सजगता, धैर्य और वन विभाग की तत्परता ने एक बड़े हादसे को टाल दिया। यह घटना न केवल वन्य जीवों के प्रति सहानुभूति दर्शाती है, बल्कि मानवीय संवेदनाओं का अद्भुत उदाहरण भी प्रस्तुत करती है।
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