Jharkhand News: कौन कर रहा युवाओं के भविष्य से खिलवाड़, झारखंड में नौ साल से नहीं हो रही जेटेट की परीक्षा
झारखंड में नौ वर्षों से जेटेट (झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा) आयोजित न होने से छात्रों में जबरदस्त नाराजगी है। छात्र युवा अधिकार संघ ने राज्य सरकार की उदासीनता के विरोध में चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा की गई। हजारों छात्र एनसीटीई से मान्यता प्राप्त संस्थानों से बीएड या डीएलएड की पढ़ाई पूरी कर चुके हैं और जेटेट परीक्षा में शामिल होने के लिए पूरी तरह से योग्य हैं।
संसू, हजारीबाग। झारखंड में युवाओं के भविष्य के साथ खिलबाड़ किया जा रहा है। नौ वर्षों से जेटेट (झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा) आयोजित न होने से छात्रों में जबरदस्त नाराजगी है।
इसी को लेकर रविवार को हजारीबाग के गांधी मैदान में छात्र युवा अधिकार संघ की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें राज्य सरकार की उदासीनता के विरोध में चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा की गई।
संघ के सदस्य जीवन कुमार ने बताया कि हजारों छात्र एनसीटीई से मान्यता प्राप्त संस्थानों से बीएड या डीएलएड की पढ़ाई पूरी कर चुके हैं और जेटेट परीक्षा में शामिल होने के लिए पूरी तरह से योग्य हैं।
लेकिन 2016 के बाद से परीक्षा आयोजित नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि योग्य अभ्यर्थी वर्षों से सिर्फ इंतजार कर रहे हैं, जो सरकार की गंभीर लापरवाही को दर्शाता है।
बैठक में रविंद्र पासवान ने इसे संविधान के अनुच्छेद 14 (समानता का अधिकार), 16 (रोजगार में समान अवसर) और 21 (जीवन और व्यक्तिगत स्वतंत्रता) का उल्लंघन करार दिया।
उन्होंने कहा कि एनसीटीई की गाइडलाइंस के अनुसार हर वर्ष जेटेट का आयोजन आवश्यक है, लेकिन झारखंड सरकार अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठा सकी है।
विक्रमने बताया कि पूर्व में सरकार द्वारा परीक्षा के लिए आवेदन मंगवाए गए थे, जिसमें 3.5 लाख से अधिक छात्रों ने हिस्सा लिया था। लेकिन प्रक्रिया को बिना किसी स्पष्ट कारण के रद कर दी गई।
जिससे लाखों युवाओं की उम्मीदें टूट गईं। बैठक में आंदोलन की रणनीति तय की गई और जल्द ही इसकी औपचारिक घोषणा करने की बात कही गई।
इस दौरान जीवन कुमार यादव, रविंद्र पासवान, अभिषेक राज, सत्यम सिंह, विक्रम कुमार, विनय कुमार, नीरज, आदर्श आनंद, विष्णु मंडल समेत दर्जनों छात्र उपस्थित रहे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।