Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    हजारीबाग में झुंड से बिछड़े हाथी ने मजदूर को कुचला, मुआवजे की उठी मांग

    Updated: Sun, 25 May 2025 06:45 PM (IST)

    हजारीबाग के बरकगागो में एक जंगली हाथी ने मजदूर को कुचलकर मार डाला। मृतक सुखलाल मरांडी गिरिडीह का निवासी था जो मजदूरी के लिए आया था। यह घटना तब हुई जब मजदूर काम से लौट रहे थे। ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग की है और वन विभाग ने तत्काल सहायता प्रदान की है। पुलिस ने सतर्क रहने की अपील की है।

    Hero Image
    बरकटठा में झुंड से बिछडे हाथी ने मजदूर को कुचला। (जागरण)

    संवाद सूत्र, बरकट्ठा (हजारीबाग)। थाना क्षेत्र के ग्राम बरकगागो में झुंड से बिछड़े एक जंगली हाथी ने कुआं खोदाई कर लौट रहे एक मजदूर को अपने चपेट में ले लिया और पैरों व सूंड से कुचल कर उसे मार डाला।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    घटना शनिवार देर शाम की है। मृतक की शिनाख्त 52 वर्षीय सुखलाल मरांडी (पिता टेम्पा मरांडी) ग्राम जोधपुर थाना ताराटांड़ जिला गिरिडीह निवासी के रूप में की गई।

    बताया जाता है कि बरकट्ठा प्रखंड के बरकनगांगो में बतौर मजदूरी के लिए लगभग दर्जन भर मजदूर गिरिडीह से आये हुए हैं। मजदूर शनिवार शाम में खेत से काम कर अपने निवास लौट रहे थे। इसी बीच भुतही जंगल में झुंड से बिछड़े एक जंगली हाथी मजदूरों के सामने आ गया।

    मृतक मजदूर पहले हाथी को नहीं देख पाया। हाथी मजदूरों की ओर दौड़ गया। मृतक के अन्य साथी मजदूर भागकर अपनी जान को बचाया। सुखलाल मरांडी 50 मीटर से ज्यादा की दूरी नहीं दौड़ पाया और हाथी ने पैर और सूंड़ से इन्हें कुचल के मार दिया।

    मालूम हो कि दो वर्ष पूर्व भी बरकनगांगो में दो व्यक्तियों को हाथियों ने कुचलकर मार दिया था। गैंड़ा के उपमुखिया चंद्रदीप पांडेय ने बताया कि बरकनगांगो, सिमरिया और गैड़ा पंचायत के छहरयामो, बसरामों, चलकुशा प्रखंड के परतकोला, मनैया जमसोती में हाथियों का तांडव लगभग नौ दस वर्ष हो रहा है।

    उन्होंने सरकार और वन विभाग से मृतक के परिजन को मुआवजा देने की मांग की है। वहीं, घटना के बाद वन विभाग एवं बरकट्ठा पुलिस ने लाश को पोस्टमार्टम के लिए अनुमंडलीय अस्पताल बरही भेज दी है।

    वहीं, मृतक के परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए 25 हजार की प्राथमिक सहायता वन विभाग द्वारा दी गई है। थाना प्रभारी गौतम उरांव ने स्थानीय ग्रामीणों से अपील की है कि देर शाम प्रभावित क्षेत्रों में नहीं जाए साथ ही सतर्क रहे सही समय पर वन विभाग को सूचित करें ।