Chaibasa News: शनिवार को आए चक्रवाती तूफान में कई घर क्षतिग्रस्त, कई के सिर से छिन गया छत
Chaibasa News चक्रवात तूफान से नुकसान हुए पीड़ित में संदीप लागुरी का घर का एस्बेस्टस टूटा है और लगभग 7 हजार का आर्थिक नुकसान का अनुमान है। पीड़िता अंकुरा लागुरी का घर का एस्बेस्टस टूटा है और लगभग 20 हजार का नुकसान हुआ है।

चाईबासा, जासं। शनिवार की दोपहर लगभग 3 बजे आयी चक्रवर्ती तूफान हवा से बड़ानंदा पंचायत के सानंदा गांव के टोला बुकासाई में 7 घरों के एस्बेस्टस, टाली व तिरपाल आदि घर के सामान को क्षतिग्रस्त हो गई है। इस प्राकृतिक आपदा कि जानकारी मिलने पर अखिल भारतीय क्रांतिकारी आदिवासी महासभा जिलाध्यक्ष सह जगन्नाथपुर भाग एक के जिला परिषद सदस्य मानसिंह तिरिया पीड़ित लोगों के गांव-घर पहुंचे और आर्थिक नुकसान की जानकारी ली। तिरिया ने बताया की यह दुखद घटना है। लोगों के पास अब रहने को घर पर छत नहीं होने से कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। बरसात का मौसम आ चुका है। इसलिए इन पीड़ित परिवारों को अविलंब आपदा प्रबंधन से मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिलाने का उन्होंने भरोसा दिलाया है।
आंधी तूफान में कई घर टूटे
चक्रवात तूफान से नुकसान हुए पीड़ित में संदीप लागुरी का घर का एस्बेस्टस टूटा है और लगभग 7 हजार का आर्थिक नुकसान का अनुमान है। पीड़िता अंकुरा लागुरी का घर का एस्बेस्टस टूटा है और लगभग 20 हजार का नुकसान हुआ है। इसी तरह फूलमती कोड़ा का 3 हजार, सुरेन कोड़ा का टाली टूटा और लगभग 2 हजार का नुकसान हुआ है। यदुनाथ कोड़ा का घर टाली टूटा और लगभग 2 हजार का नुकसान, रिडु लागुरी का 2 हजार का नुकसान, माना कोड़ा पुआल घर का तिरपाल फट गया और 2 हजार का नुकसान होने का अनुमान लगाया है। मौके पर यादुना लागुरी, भोला लागुरी, कुंटिया कोड़ा, जाणेया लागुरी, नरसिंह पुरती, रितिक गोप, राजेन्द्र सिकू भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे।
तूफान आने से लोगों में मची भगदड़
चाईबासा। शनिवार को आई चक्रवाती तूफान ने क्षेत्र के लोगों में भगदड़ मचा दी। अचानक तेज हवा के साथ आई इस तूफान ने लोगों को घर पहुंचने तक का मौका नहीं दिया। तूफान इतनी तेज था की कही पर घर के छप्पर उड़ गए तो पेड़ की टहनी टूटकर गिरी। चक्रवती तूफान ने खंडकोरी पंचायत के जाम्बनी गांव में दो घर के छप्पर उड़ा दिए। इसमें खंडकोरी पंचायत के नवनिर्मित पंचायत समिति सदस्य घनश्याम जेराई का घर एवं गांव के ही मोटाय सिंकू का शामिल है। घनश्याम जेराई ने बताया कि जब तूफान आया उस वक्त वे कुमारडुंगी में थे। उन्हें फोन के माध्यम से घर का छप्पर उड़ने की खबर मिली। इसके बाद अंचलाधिकारी को इस बारे में जानकारी दे दी गई है। इसी तरह से और कई जगह में घर के छप्पर उड़ गए है।
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