रेलवे की नई पहल से स्टेशन बना घाट, छठ गीतों ने रच दिया भक्ति का माहौल
जमशेदपुर के टाटानगर रेलवे स्टेशन पर छठ महापर्व के गीतों से भक्तिमय माहौल बन गया है। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों का स्वागत छठ गीतों से किया, जिससे स्टेशन पर बिहार और झारखंड की संस्कृति का सम्मान हो रहा है। छठ पूजा के अवसर पर, यह पहल यात्रियों को घर की याद दिला रही है और उन्हें खुशी दे रही है। देश के अन्य स्टेशनों पर भी ऐसे ही गीत बज रहे हैं।

टाटानगर स्टेशन
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। छठ महापर्व की आस्था अब सिर्फ घाटों तक सीमित नहीं रही, बल्कि रेल पटरियों से होते हुए अब स्टेशनों पर भी गूंज रही है। यात्रीगण कृपया ध्यान दें... की औपचारिक घोषणा के बीच अब टाटानगर रेलवे स्टेशन पर केलवा के पात पर उगेलन सुरजदेव... और छठी मइया के करब हम वरतिया... जैसे पारंपरिक गीतों की मधुर ध्वनि वातावरण को भक्ति से सराबोर कर रही है।
दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर मंडल की यह अनोखी पहल यात्रियों के दिलों में उत्साह और भावनाओं की नई लहर जगा रही है। छठ पर्व को देखते हुए टाटानगर, चक्रधरपुर, राउरकेला और झारसुगुड़ा स्टेशनों पर शुक्रवार से यह सांस्कृतिक पहल शुरू की गई है। रेलवे प्रशासन ने घोषणा के बीच-बीच में छठ गीतों का प्रसारण कर यात्रियों का स्वागत करना शुरू किया है। यह प्रयास न केवल माहौल को धार्मिक बना रहा है बल्कि बिहार-झारखंड की संस्कृति को सम्मानित करने का सुंदर उदाहरण भी बन गया है।
छठ पूजा बिहार और पूर्वी भारत का लोक आस्था का सबसे पवित्र पर्व माना जाता है, जहां सूर्य देव और छठ मइया की उपासना की जाती है। महिलाएं निर्जला व्रत रखकर परिवार, समाज और देश की समृद्धि की कामना करती हैं। अब जब यात्री अपने घरों की ओर छठ मनाने निकल रहे हैं, तो स्टेशन पर छठ गीतों की यह मधुर झंकार उन्हें अपने गांव-घरों की याद दिला रही है।
टिकट के लिए कतार में लगे यात्री गुनगुना रहे छठ गीत : यात्रियों ने भी इस पहल का खुले दिल से स्वागत किया है। कोई गुनगुनाते हुए टिकट काउंटर की कतार में है, तो कोई प्लेटफार्म पर ही मंगलमय हो छठ पर्व की कामना करता नजर आ रहा है। स्टेशन परिसर अब पूजा की तैयारियों जैसा दृश्य पेश कर रहा है। यहां श्रद्धा, उत्साह और लोक संगीत का संगम दिख रहा है। रेल प्रशासन का कहना है कि यह पहल विशेष रूप से महिला यात्रियों को प्रसन्न कर रही है, क्योंकि छठ गीत उनकी भावनाओं से गहराई से जुड़े हैं। इन गीतों में छठ मइया से आशीर्वाद की याचना झलकती है।

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