जमशेदपुर में 200 यूनिट फ्री योजना के बावजूद 150 यूनिट पर आया 3.24 लाख का बिल
जमशेदपुर के कदमा में श्यामल प्रमाणिक को 3.24 लाख रुपये का बिजली बिल भेजा गया, जबकि उनकी खपत 150-170 यूनिट थी। 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली के बावजूद, उन्हें भारी बिल मिला। शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई और विभाग ने बिल भुगतान का अल्टीमेटम दिया है। विभाग ने रीडर की गलती से बिल भेजने की बात कही है और जल्द समाधान का आश्वासन दिया है।

फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर । झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) की कार्यप्रणाली एक बार फिर सवालों के घेरे में है। कदमा के भाटिया बस्ती निवासी श्यामल प्रमाणिक को विभाग की ओर से ऐसा बिजली बिल मिला है, जिसने उन्हें सकते में डाल दिया है। श्यामल प्रमाणिक मोहन पथ स्थित अपने दो कमरों के छोटे से घर में पत्नी के साथ रहते हैं, जबकि उनके दो बेटे पढ़ाई के सिलसिले में बाहर हैं। घर में टीवी तक नहीं है। बिजली उपकरणों के नाम पर केवल एक पंखा, ट्यूब लाइट और एक फ्रिज है।
शिकायत के बाद भी नहीं हुई कोई कार्रवाई :
श्यामल प्रमाणिक ने तुरंत कदमा स्थित बिजली विभाग कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई। अधिकारियों ने बिल देखकर लिखित शिकायत देने को कहा। श्यामल ने ऐसा किया भी, लेकिन एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
विभाग ने बिल भुगतान का अल्टीमेटम दिया :
अब विभाग की ओर से छह नवंबर तक बिल भुगतान का अल्टीमेटम दिया गया है। श्यामल परेशान हैं कि जब उनका उपभोग ही 200 यूनिट से कम है और बिजली फ्री है, तो इतने बड़े बिल की जिम्मेदारी आखिर किसकी है। उन्होंने विभाग से त्वरित समाधान की मांग की है ताकि आम उपभोक्ताओं को ऐसी परेशानी से राहत मिल सके।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।