संस्कृति, एकता और उत्सव का संगम बनी झारखंड गौरव यात्रा, बिरसा मुंडा के जयघोष से गूंजा चौका
झारखंड गौरव यात्रा संस्कृति, एकता और उत्सव का प्रतीक बनी। इस यात्रा में राज्य की सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन किया गया और बिरसा मुंडा के जयघोष से चौका क्षेत्र गूंज उठा। यात्रा ने उत्सव और एकता का माहौल बनाया, जिसमें सभी समुदायों के लोगों ने भाग लिया। यह आयोजन झारखंड की सांस्कृतिक विविधता और सामाजिक सद्भाव का प्रतीक था।

चांडिल में झारखंड गौरव यात्रा का स्वागत करते विभिन्न सामाजिक संगठन कार्यकर्ता व छात्र संगठन।
यात्रा का शुभारंभ चौका मोड़ ओवरब्रिज के नीचे से हुआ। नौरंगराय सूर्या देवी सरस्वती शिशु विद्या मंदिर चांडिल के उप प्राचार्य शुभ्रत चटर्जी, सरस्वती शिशु विद्या मंदिर खूंटी के प्राचार्य अशोक कुमार पांडा, सेवानिवृत्त शिक्षक सुचांद उरांव ने मशाल प्रज्वलन के साथ इस यात्रा को ऊर्जा प्रदान की।
यात्रा में सरस्वती शिशु विद्या मंदिर और पालीटेक्निक कालेज चांडिल के छात्र-छात्राओं के साथ एआईडीएसओ के सदस्य, स्थानीय नागरिक और सैकड़ों युवा शामिल हुए। यात्रा चौका मोड़ ओवरब्रिज से शुरू होकर फूलो-झानो चौक पहुंची और फिर वापस चौका मोड़ तक लौटी।



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