टाटानगर स्टेशन का जल्द होगा कायाकल्प, बस कुछ दिन और फिर री-डेवलपमेंट का काम शुरू
टाटानगर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का कार्य जल्द शुरू होगा जिससे यात्रियों को कम परेशानी होगी। स्टेशन पर प्लेटफार्मों की संख्या बढ़कर आठ हो जाएगी। पार्किंग शुल्क में संशोधन की पहल की जाएगी। चक्रधरपुर मंडल में चल रहे नॉन इंटरलॉकिंग कार्य के कारण ट्रेनों की लेटलतीफी कम होगी। एलीफेंट कॉरिडोर में एआई बेस्ड कैमरे लगाए जाएंगे और पत्थरबाजों पर नियंत्रण के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं।

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। टाटानगर स्टेशन री-डेवलपमेंट का काम जल्द शुरू होगा। मेसर्स रामकृपाल कंस्ट्रक्शन कंपनी के अधिकारी आने के बाद फिर से शुरू होगा विकास का काम। यह कहना है चक्रधरपुर मंडल के वरीय मंडल वाणिज्य प्रबंधक (डीसीएम) आदित्य चौधरी का।
टाटानगर रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार दोपहर पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने बताया कि स्टेशन पुनर्निर्माण का काम इस तरह से शुरू किया जाएगा ताकि ट्रेनों की आवाजाही व यात्रियों को परेशानी न हो। काम शुरू होने से पहले स्टेशन के सामने संचालित मुख्य सड़क के मार्ग को संकटा सिंट पेट्रोल पंप से डायवर्ट किया जाएगा। इसके लिए सबसे पहले वहां स्थित क्वार्टरों-लीज आवंटित दुकानों को हटाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि जल्द ही दुकानदारों को नोटिस देकर खाली करवाया जाएगा। वहीं, कंस्ट्रक्शन कंपनी को अपने सामान रखने के लिए गुड्स शेड को भी खाली कराने का निर्देश दिया गया है ताकि वे अपना काम आसानी से कर सके। उन्होंने बताया कि टाटानगर रेलवे स्टेशन में प्लेटफार्म की संख्या कुल आठ हो जाएगी।
फिलहाल हम फाइनल ड्राइंग आने का इंतजार कर रहे हैं। पत्रकारों से बातचीत के दौरान चक्रधरपुर मंडल के सीनियर डिवीजनल सिक्योरिटी कमांडेंट पी शंकर कुट्टी, टाटानगर के एआरएम समीर सौरभ, स्टेशन निदेशक सुनील कुमार, सीसीआइ एसके झा व संतोष कुमार, आरपीएफ निरीक्षक राकेश मोहन सहित अन्य उपस्थित थे।
पार्किंग में पेनल्टी चार्ज पर होगी संशोधन की पहल
टाटानगर रेलवे स्टेशन पर पार्किंग में लगने वाले पेनल्टी चार्ज पर सीनियर डीसीएम ने कहा कि समझौते के बाद इस पर कुछ नहीं किया जा सकता है। लेकिन इस मामले में रेलवे के वरीय अधिकारियों तक शिकायत पहुंची है। जल्द ही इसमें पार्किंग ठेकेदार से आपसी समन्वय बनाकर संशोधन करने की पहल की जाएगी।
वर्तमान में ड्रॉपिंग लाइन में 20 मिनट से दोगुना और हर 10 मिनट पर शुल्क दोगुना होता रहेगा। इसे लेकर शहरवासियों में नाराजगी है। वहीं, उन्होंने बताया कि ड्रॉपिंग लाइन में पहले 10 मिनट की निशुल्क सुविधा है। इसके बाद शुल्क लगेगा। यह इसलिए भी है ताकि शहरवासी ड्रापिंग लाइन पर गाड़ी खड़ी कर किसी को छोड़ने प्लेटफार्म पर न जाएं।
यात्रियों से सहजता से बात करने का निर्देश
सीनियर डीसीएम शुक्रवार को पार्किंग ठेकेदार के साथ भी मीटिंग की। इस दौरान उन्हें सख्त निर्देश दिया गया कि उनके कर्मचारी हमेशा आईडी कार्ड व ड्रेस में रहेंगे। सभी यात्रियों से पूरी सहजता से बात करना है। यदि कोई यात्री आक्रामक होकर बात करते हैं तो वे इसकी शिकायत आरपीएफ से करें।
एनआई वर्क के बाद समाप्त होगी लेटलतीफी की समस्या
सीनियर डीसीएम ने बताया कि वर्तमान में चक्रधरपुर मंडल के अलग-अलग सेक्शन में नान इंटरलाकिंग (एनआई) का काम चल रहा है जिसमें पटरियों व स्लीपरों को बदला जा रहा है। व्यस्ततम रूट होने के कारण ब्लॉक लेकर काम किया जा रहा है इसलिए ट्रेनों को जगह-जगह कंट्रोल करने से वे लेट हो रही हैं।
उन्होंने बताया कि चांडिल सेक्शन सहित मंडल के अलग-अलग क्षेत्रों में रेल विकास का काम चल रहा है। दिसंबर माह में टाटानगर स्टेशन यार्ड का री-मॉडलिंग होना है। इसके बाद आसनबनी से झारसुगुड़ा तक ट्रेनें 130 किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड से चल पाएंगी।
एलीफेंट कॉरिडोर पर लगेंगे एआई बेस्ड कैमरा
सीनियर डीसीएम ने बताया कि चक्रधरपुर सहित दक्षिण पूर्व रेलवे में जहां भी एलीफेंट (हाथी) कॉरिडोर है। वहां सोलर सिस्टम से चलने वाला एआई बेस्ड कैमरे व टावर लगाए जाएंगे। इस तकनीक के तहत यदि रेलवे ट्रैक के 500 मीटर के दायरे में हाथी आते हैं तो स्वचालित अलार्म बज उठेंगे और ट्रेनों का परिचालन रोक दिया जाएगा। वर्तमान में बंडामुंडा-बरसवां सेक्शन में पायलट प्रोजेक्ट के तहत इस तकनीक को लगाया जा चुका है।
घर में झगड़ा होने व मस्ती में युवा करते हैं पत्थरबाजी
आरपीएफ के सीनियर कमांडेंट पी शंकर कुट्टी ने बताया कि अब तक जो मामले सामने आए हैं उसके तहत 15-16 साल के युवा घर में डांट पड़ने, झगड़ा होने या मस्ती में ट्रेनों में पत्थरबाजी करते हैं। कुछ मामले ऐसे भी आए हैं जब संबधित युवक जुए में पैसे हार गए तो उसने पत्थरबाजी की।
वंदे भारत एक्सप्रेस सबसे ज्यादा आकर्षित करती हैं इसलिए इस ट्रेन पर सबसे ज्यादा पत्थरबाजी होती है। उन्होंने बताया कि पत्थरबाजों पर नजर रखने के लिए टाटानगर में छह सहित डांगवापोसी, आदित्यपुर, सीनी, चाईबासा सहित अन्य स्टेशनों पर सोलर पावर से चलने वाले सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं जिसमें 30 दिनों का बैकअप रहेगा। उन्होंने बताया कि पकड़े गए सभी पत्थरबाजों के खिलाफ रेलवे एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया गया है।
चेन पुलिंग करने वालों पर लगाया जा रहा है जुर्माना
आरपीएफ के सीनियर कमांडेंट ने बताया कि त्योहारी सीजन में ट्रेनों में चेन पुलिंग की घटनाएं बढ़ जाती है। प्रतिदिन औसतन दो-तीन घटनाएं ऐसे होती हैं जिसमें किसी को छोड़ने आए तो महिला ट्रेन में चढ़ गई या समय पर स्टेशन नहीं पहुंचने पर या रात के समय संबधित यात्री सो गया और उनका स्टेशन पार हो गया तो भी चेन पुलिंग की घटनाएं हो रही है। ऐसे सभी मामलों में रेलवे एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जा रहा है।
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