Latehar news: केंद्रीय टीम ने किया उत्तर कोयल परियोजना का निरीक्षण, इसके पूरे होने से किसानों के घर ऐसे आएगी खुशहाली...
लातेहार में केंद्रीय टीम ने उत्तर कोयल परियोजना के अधूरे कार्यों का निरीक्षण किया। इस परियोजना के पूरा होने से किसानों के जीवन में खुशहाली आने की संभावना है। सिंचाई सुविधा बढ़ने से फसल उत्पादन में वृद्धि होगी और किसानों की आर्थिक स्थिति सुधरेगी। अधिकारियों ने कार्यों को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए हैं ताकि किसानों को जल्द लाभ मिल सके।

उत्तर कोयल परियोजना के अधूरे कार्यों का केंद्र सरकार की एक उच्चस्तरीय टीम ने निरीक्षण किया।
संवाद सूत्र, जागरण बरवाडीह (लातेहार) । बरवाडीह की उत्तर कोयल परियोजना के अधूरे कार्यों का केंद्र सरकार की एक उच्चस्तरीय टीम ने निरीक्षण किया। यह भारत सरकार के जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण विभाग और सेंट्रल वॉटर कमीशन की संयुक्त टीम है।
टीम के दौरे का उद्देश्य परियोजना के विभिन्न चरणों की समीक्षा कर कार्य की प्रगति को गति देने की बात कही गई। निरीक्षण टीम ने बीडीओ रेशमा रेखा मिंज के नेतृत्व में मंडल डैम स्थल का दौरा किया। टीम ने स्थल के ऊपरी और निचले हिस्सों का बारीकी से निरीक्षण किया।
वहीं कंपनी के इंजीनियरों से विस्तृत टीम ने परियोजना स्थल पर निर्माण की जानकारी ली और उन स्थानों का मुआयना किया जहां अब भी कार्य अधूरे हैं। अधिकारियों ने स्पष्ट निर्देश दिया कि गुणवत्ता से समझौता किए बिना कार्य में तेजी लाना अनिवार्य है।
आइएएस शिल्पा शिंदे (सीएमडी) ने कहा उत्तर कोयल परियोजना क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक विकास से जुड़ी एक महत्वपूर्ण योजना है। इसे निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा करना सरकार की प्राथमिकता है।
निरीक्षण टीम में योगेंद्र पथनकर (मेंबर सेक्रेटरी, सेंट्रल वॉटर कमीशन), एच. एस. सेंगर (मुख्य अभियंता), संजय शर्मा (सीनियर जीएम) और मानिक घोष शामिल थे। इन अधिकारियों ने मंडल डैम के दोनों हिस्सों का निरीक्षण करने के बाद स्थानीय प्रशासन के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने परियोजना से जुड़े तकनीकी बिंदुओं, वित्तीय स्थिति और समयबद्ध पूर्णता पर चर्चा की।
मौके पर अंचलाधिकारी लवकेश सिंह, एसडीपीओ भरत राम, और थाना प्रभारी अनूप कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे । वही सभी ने परियोजना से जुड़े अवरोधों, भूमि अधिग्रहण की स्थिति और रहे। श्रमिकों की उपलब्धता से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा की। प्रशासन ने केंद्र टीम को भरोसा दिलाया कि स्थानीय स्तर पर हर संभव सहायता दी जाएगी।
बता दें किउत्तर कोयल परियोजना के पूरा होने के बाद लातेहार, पलामू और चतरा जिले के हजारों किसानों को सिंचाई की सुविधा मिलेगी। परियोजना के तहत जल संग्रहण, बांध निर्माण और नहर प्रणाली को सुदृढ़ किया जा रहा है।
बढ़ जाएगी खेतीयोग्य भूमि का रकवा, किसानों की आय बढ़ेगी
इसके पूरा होने से क्षेत्र की खेती योग्य भूमि में वृद्धि, जल संरक्षण में सुधार और कृषि उत्पादन में बढ़ोतरी होगी। वहीं योगेंद्र पथनकर (मेंबर सेक्रेटरी) ने कहा कि परियोजना से झारखंड के सूखाग्रस्त क्षेत्रों में सिंचाई की व्यवस्था बेहतर होगी और किसानों की आय में उल्लेखनीय बढ़ोतरी होगी।
टीम ने निर्माण कंपनी के इंजीनियरों को तकनीकी खामियों को दूर करने और मॉनिटरिंग रिपोर्ट नियमित रूप से प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अब परियोजना के प्रत्येक चरण की समीक्षा केंद्र स्तर पर की जाएगी ताकि कोई भी काम लंबित नहीं हो।
साथ ही, निर्माण सामग्री की गुणवत्ता की जांच और सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित करने पर भी बल दिया। उत्तर कोयल परियोजना झारखंड की सबसे महत्वाकांक्षी जल योजनाओं में से एक है। इस परियोजना के माध्यम से न केवल सिंचाई व्यवस्था सुधरेगी, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी नई दिशा मिलेगी। केंद्र और राज्य के समन्वय से यदि इस परियोजना को समय पर पूरा किया गया, तो यह क्षेत्र के विकास में ऐतिहासिक भूमिका निभाएगी।
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