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    मोंथा चक्रवात से हुए नुकसान की सूचना किसान टॉल फ्री नंबर पर कॉल कर दें, लोहरदगा उपायुक्त ने कहा-जिन्होंने नहीं कराई है फसल बीमा, वे भी दर्ज कराएं शिकायत

    By Rakesh Sinha Edited By: Kanchan Singh
    Updated: Tue, 04 Nov 2025 04:10 PM (IST)

    लोहरदगा के उपायुक्त ने मोंथा चक्रवात से प्रभावित किसानों से टोल फ्री नंबर पर नुकसान की सूचना देने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि जिन किसानों ने फसल बीमा नहीं कराई है, वे भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं ताकि उन्हें उचित सहायता मिल सके। किसानों को नुकसान की विस्तृत जानकारी देने के लिए कहा गया है।

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    उपायुक्त ने मुखिया, कृषक मित्र और वीएलई को किसानों तक जानकारी पहुंचाने का निर्देश दिया।

    जागरण संवाददाता, लोहरदगा। उपायुक्त डॉ. ताराचंद ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चक्रवात मोंथा से वर्षा के कारण फसलों को हुए नुकसान और मुआवजा प्रक्रिया को लेकर बातचीत की।

    इसमें जिले के सभी अंचलाधिकारी, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, मुखिया, उप मुखिया, कृषक मित्र, वार्ड सदस्य, पंचायत सचिव व सीएससी संचालक शामिल हुए। उपायुक्त ने कहा कि अक्टूबर 2025 के अंत में आए मोंथा चक्रवात से दो-तीन दिनों तक भारी वर्षा हुई।

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    इस दौरान कई किसानों ने धान की कटाई तो कर ली थी, लेकिन कटी हुई फसल खेतों में ही पड़ी रह गई, जिससे उन्हें भारी नुकसान हुआ। डीसी ने कहा कि बिरसा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (बी-पीएमएफबीवाई) के तहत निबंधित किसान फसल क्षति की सूचना घटना के 72 घंटे के भीतर देना अनिवार्य है।

    इसके लिए किसान टॉल फ्री नंबर 14447 पर कॉल कर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। कॉल के दौरान किसान को अपना नाम, आवेदन संख्या, बीमा कंपनी का नाम, गांव, प्रखंड और फसल का विवरण देना होगा।

    शिकायत प्राप्त होने के बाद बीमा कंपनी, जिला कृषि पदाधिकारी और प्रखंड कृषि पदाधिकारी संयुक्त रूप से स्थल निरीक्षण कर नुकसान का आंकलन करेंगे। जिन किसानों की फसल नहीं कटी है, उनके लिए क्रॉप कटिंग एक्सपेरिमेंट के माध्यम से क्षति का मूल्यांकन कर मुआवजा दिया जाएगा।

    जो किसान बीमा योजना में शामिल नहीं हैं, वे भी अपनी शिकायत कृषक मित्र, बीटीएम/एटीएम, प्रखंड कृषि पदाधिकारी या अंचल अधिकारी के माध्यम से दर्ज करा सकते हैं। ऐसे मामलों का भौतिक सत्यापन कर प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा जाएगा ताकि उन्हें आपदा राहत के तहत लाभ मिल सके।

    मुखियाओं से सीधी बातचीत

    डीसी डॉ. ताराचंद ने किस्को व पेशरार प्रखंड के मुखियाओं से सीधी बातचीत कर फसल क्षति की स्थिति की जानकारी ली और सभी से किसानों को जागरूक करने का आग्रह किया।

    कार्यशाला में उप विकास आयुक्त दिलीप प्रताप सिंह शेखावत, जिला पंचायत राज पदाधिकारी अंजना दास, सहकारिता पदाधिकारी विजय प्रताप तिर्की सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। एचडीएफसी ईआरजीओ जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के जिला समन्वयक ने भी बीमा क्लेम की प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी।