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    रांची के पूर्व उपायुक्त राय महिमापत के खिलाफ ACB ने दर्ज की पीई, खंगाल रही चल-अचल संपत्ति

    Updated: Thu, 06 Nov 2025 08:00 PM (IST)

    रांची के पूर्व उपायुक्त राय महिमापत रे के खिलाफ एसीबी ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में पीई दर्ज की है। आयकर विभाग की रिपोर्ट के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। राय महिमापत रे पर रांची में पदस्थापन के दौरान आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। एसीबी उनकी और उनके परिवार के सदस्यों की चल-अचल संपत्ति की जानकारी जुटा रही है।

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    राज्य ब्यूरो, रांची। रांची के पूर्व उपायुक्त आईएएस राय महिमापत रे के विरुद्ध भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) रांची ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में पीई संख्या 2/25 दर्ज की है। आयकर विभाग की एक रिपोर्ट के आधार पर एसीबी ने उक्त पीई दर्ज की है। मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग से अनुमति मिलने के बाद एसीबी ने उक्त पीई दर्ज की है।

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    झारखंड कैडर के वर्ष 2011 बैच के आईएएस अधिकारी राय महिमापत रे वर्तमान में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं और विश्व बैंक में पदस्थापित हैं। वे फरवरी 2018 से जुलाई 2020 तक रांची के डीसी थे। आरोप है कि उन्होंने रांची में पदस्थापन के दौरान आय से अधिक संपत्ति अर्जित की है।

    पीई जांच के लिए डीएसपी संतोष कुमार को अनुसंधान पदाधिकारी बनाया गया है। उन्होंने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग से पत्राचार कर पीई की जानकारी साझा करते हुए रांची में पदस्थापन काल के दौरान राय महिमापत रे के माध्यम से अर्जित चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा मांगा है।

    अनुसंधानकर्ता ने तत्कालीन उपायुक्त व उनके पारिवारिक सदस्यों के नाम पर निबंधित भूमि की भी जानकारी मांगी है, ताकि रांची में पदस्थापन अवधि के दौरान उनकी अर्जित संपत्ति का आकलन किया जा सके।

    एसीबी के अनुसंधानकर्ता ने परिवहन विभाग से भी पत्राचार किया है और तत्कालीन डीसी राय महिमापत रे व उनके पारिवारिक सदस्यों के नाम पर निबंधित वाहनों की जानकारी मांगी है।

    एसीबी ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग व परिवहन विभाग से जिनके बारे में ब्यौरा मांगा है, उनमें आईएएस अधिकारी राय महिमापत रे के अलावा उनकी पत्नी हेम बोरकर, मां कुमकुर रे व दो बच्चों के नाम शामिल हैं। एसीबी इन सभी के नाम पर निबंधित चल-अचल संपत्तियों की जानकारी ले रही है।