बीएलए नियुक्ति में कोताही; 18 जिलों में एक भी एजेंट नहीं, CEO ने दलों को लगाई फटकार
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने राजनीतिक दलों को बीएलए की नियुक्ति में लापरवाही के लिए फटकार लगाई है। झारखंड के 18 जिलों में एक भी बीएलए की नियुक्ति नहीं होने पर नाराजगी जताई गई। सीईओ ने सभी दलों को तत्काल बीएलए नियुक्त करने के निर्देश दिए हैं, अन्यथा सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।

बूथ लेवल एजेंट नियुक्त करने में राजनीतिक दल नहीं ले रहे रुचि। प्रतीकात्मक तस्वीर
राज्य ब्यूरो, रांची। मतदाता सूची में किसी तरह की विसंगतियां होती हैं तो राजनीतिक दल तरह-तरह के आरोप लगाते हैं। मतदाता सूची के होने वाले विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) के लिए राजनीतिक दलों द्वारा बूथ लेवल एजेंट (बीएलए) की नियुक्ति इसलिए जरूरी है ताकि मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम को और भी पारदर्शी बनाया जा सके।
लेकिन बीएलए नियुक्त करने में राजनीतिक दल उदासीन हैं। स्थिति यह है कि राज्य के 24 जिलों में 6 जिलों में ही विभिन्न राजनीतिक दलों ने कमोबेश अपने-अपने बीएलए नियुक्त किए हैं।
वह भी सभी मतदान केंद्रों के लिए नहीं। 18 जिलों में किसी भी दल ने बीएलए नियुक्त करने में कोई रुचि नहीं दिखाई है। आजसू, बसपा, आप, सीपीआइ-एम ने तो एक भी बीएलए की सूची आयोग को नहीं सौंपी है।
राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने इसपर चिंता जताते हुए सभी राजनीतिक दलों से सभी मतदान केंद्रों के लिए बीएलए नियुक्त करने का आग्रह किया है।
उन्होंने सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों से कहा है कि वे बूथ लेवल एजेंट की नियुक्ति में तेजी लाएं। उन्होंने राजनीतिक दलों को एक पत्र जारी कर कहा कि यह काम बहुत धीमा चल रहा है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा है कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम की तैयारियों एवं इसकी प्रक्रिया में पारदर्शिता तथा विश्वसनीयता को और अधिक बढ़ाने के लिए मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को बूथ लेवल एजेंट नियुक्त करने की सुविधा प्रदान की गई है, जिससे किसी प्रकार की विसंगति को संज्ञान में लाया जा सके एवं राजनीतिक दलों की सक्रिय सहभागिता हो सके।
इसके लिए उनके द्वारा सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों से पूर्व में भी विभागीय पत्रों के माध्यम से एवं विभाग में आयोजित बैठक में बीएलए की नियुक्ति करने का आग्रह किया गया है, लेकिन अभी तक अधिसंख्य राजनीतिक दलों द्वारा उक्त संदर्भ में नियुक्ति की प्रक्रिया काफी धीमी है।
उन्होंने सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों से अनुरोध किया है कि आगामी पुनरीक्षण कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए सभी मतदान केंद्रों के लिए बूथ लेवल एजेंट की नियुक्ति को प्राथमिकता के आधार पर करते हुए इसकी सूचना संबंधित निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी/जिला निर्वाचन पदाधिकारी के कार्यालय में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
क्या है बीएलए नियुक्ति की स्थिति (14 अक्टूबर 2025 तक)
- राज्य में केवल 2,403 बीएलए की ही नियुक्ति हुई है।
- इनमें सबसे अधिक भाजपा ने कुल 1,560 बीएलए नियुक्त किए हैं।
- राजद ने 435, झामुमो ने 332, कांग्रेस ने महज 76 बीएलए नियुक्त किए हैं।
- आजसू, बसपा, आप, सीपीआइ-एम ने एक भी बीएलए की नियुक्ति नहीं की है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।