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    बंगाल के बाद झारखंड में होती है अधिक ग्रामीण लड़कियों की कम उम्र में शादी, सामने आई चौंकाने वाली रिपोर्ट

    Updated: Sat, 17 May 2025 07:24 PM (IST)

    Jharkhand News झारखंड में कम उम्र में लड़कियों की शादी एक गंभीर समस्या बनी हुई है खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में। नवीनतम एसआरएस रिपोर्ट के अनुसार झारखंड इस मामले में बंगाल के बाद दूसरे स्थान पर है जहाँ 5.8 प्रतिशत लड़कियों की शादी 18 वर्ष से पहले हो जाती है। बाल विवाह लड़कियों की शिक्षा स्वास्थ्य और विकास को बाधित करता है।

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    बंगाल के बाद झारखंड में होती है अधिक ग्रामीण लड़कियों की कम उम्र में शादी

    नीरज अम्बष्ठ, रांची। कम उम्र में शादी होने का नकारात्मक असर लड़कियों के विकास, उनकी शिक्षा और स्वास्थ्य पर पड़ता है।

    हालांकि 18 वर्ष से कम उम्र में लड़कियों की शादी होने के मामले में झारखंड ने काफी सुधार किया है। लेकिन यहां के ग्रामीण क्षेत्रों में यह समस्या अभी भी चिंताजनक है।

    स्थिति यह है कि ग्रामीण क्षेत्रों में लड़कियों की 18 वर्ष से कम आयु में शादी के मामले में झारखंड देश में बंगाल के बाद दूसरे स्थान पर है।

    रजिस्ट्रार जनरल ऑन इंडिया इंडिया द्वारा सात मई को जारी सैंपल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (एसआरएस) की रिपोर्ट में यह तथ्य सामने आया है।

    एसआरएस की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, झारखंड में तीन प्रतिशत लड़कियों की शादी 18 वर्ष से पूर्व हुई। इस मामले में झारखंड बंगाल, छत्तीसगढ़ तथा असम के बाद है।

    हालांकि तीन वर्ष पूर्व 2022 में जारी रिपोर्ट में 18 वर्ष से कम उम्र में लड़कियों की शादी के मामले में झारखंड पहले स्थान पर था।

    उस समय ऐसी लड़कियों का प्रतिशत 5.8 था। इसी तरह, झारखंड के ग्रामीण एवं शहरी दोनों क्षेत्रों में ऐसी शादी में कमी आई है।

    इसके बावजूद ग्रामीण क्षेत्रों में कम उम्र में शादी के मामले में झारखंड बंगाल (छह प्रतिशत) के बाद बना हुआ है। यहां 5.8 प्रतिशत लड़कियों की शादी 18 वर्ष से पूर्व होती है।

    शहरी क्षेत्रों के मामले में, 18 वर्ष की आयु से पहले शादी करनेवाली महिलाओं का प्रतिशत पश्चिम बंगाल (8.2 प्रतिशत) में सबसे अधिक है, उसके बाद उत्तराखंड (4.3 प्रतिशत), ओडिशा (3.4 प्रतिशत), गुजरात (3.0 प्रतिशत), असम (2.6 प्रतिशत), बिहार (1.0 प्रतिशत), मध्य प्रदेश तथा तमिलनाड़ु (0.8 प्रतिशत) है।

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    इसके बाद झारखंड (0.6 प्रतिशत) का स्थान है। बताते चलें कि कम उम्र में लड़कियों की शादी के कई गंभीर परिणाम होते हैं। इससे लड़कियों की शिक्षा और विकास रुक जाता है।

    साथ ही स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं जैसे गर्भावस्था और प्रसव संबंधित जटिलताओं का सामना उन्हें करना पड़ता है। इसके अलावा, बाल विवाह के कारण घरेलू हिंसा का भी उन्हें सामना करना पड़ता है।

    यह है पूरे भारत की स्थिति

    पूरे भारत की बात करें तो देश में 2.6 प्रतिशत लड़कियों की शादी 18 वर्ष की आयु से पहले होती है। वहीं, 27.6 प्रतिशत लड़कियों की शादी 18-20 वर्ष की आयु तथा 69.8 प्रतिशत की शादी 21 वर्ष या उससे अधिक आयु में होती है।

    ग्रामीण क्षेत्रों में यह प्रतिशत क्रमशः तीन प्रतिशत, 30.4 प्रतिशत और 66.7 प्रतिशत है, जबकि शहरी क्षेत्रों में यह क्रमशः 1.8 प्रतिशत, 20.2 प्रतिशत और 78.0 प्रतिशत है।

    झारखंड में महिलाओं की शादी की उम्र (आंकड़े प्रतिशत में)

    एसआरएस-2020 (2022 में जारी रिपोर्ट के अनुसार)

    • कुल 5.8 48.8 45.4
    • ग्रामीण 7.3 58.9 33.8
    • शहरी 3.0 29.5 67.5
    • एसआरएस-2021 (2025 में जारी रिपोर्ट के अनुसार)
    • कुल 3.0 36.5 60.5
    • ग्रामीण 5.8 49.1 45.1
    • शहरी 0.6 25.7 73.8

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