जीएसटी घोटाले के तीन आरोपितों से जेल में पूछताछ करेगी ईडी
ईडी को जीएसटी घोटाले के तीन आरोपियों से जेल में पूछताछ करने की अनुमति मिली है। इनमें शिव कुमार देवड़ा, अमित गुप्ता और विक्की भलोटिया शामिल हैं। ईडी ने अमित गुप्ता की 15.41 करोड़ की संपत्ति जब्त की है और उन्हें घोटाले का मुख्य सरगना बताया है। इसके अतिरिक्त, जेएससीए स्टेडियम निर्माण में अनियमितता के मामले में भी ईडी जेएससीए अध्यक्ष से पूछताछ करेगी।

राज्य ब्यूरो, रांची। ईडी कोर्ट से जीएसटी घोटाले के तीन आरोपितों से पूछताछ की अनुमति मिल गई है। ईडी केस के आरोपित शिव कुमार देवड़ा, अमित गुप्ता व अमित अग्रवाल उर्फ विक्की भलोटिया से रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा जाकर पूछताछ करेगी।
गुरुवार से सोमवार के बीच जेल में तीनों से पूछताछ की अनुमित कोर्ट ने ईडी को दी है। ईडी ने केस में अबतक मास्टरमाइंड कोलकाता के कारोबारी अमित गुप्ता की 15.41 करोड़ की दस चल संपत्तियों को अस्थाई रूप से जब्त किया है।
जीएसटी खुफिया महानिदेशालय जमशेदपुर में दर्ज है मामला
ईडी ने अनुसंधान में पाया है कि अमित गुप्ता जीएसटी घोटाले का मुख्य सरगना है, जो अपने गिरोह के सहयोगियों के साथ मिलकर जीएसटी घोटाले में शामिल था। ईडी रांची ने जीएसटी खुफिया महानिदेशालय (डीजीजीआइ) जमशेदपुर में दर्ज केस के आधार पर केस दर्ज कर पूरे मामले की जांच शुरू की थी।
डीजीजीआइ ने सबसे पहले जीएसटी घोटाला का मामला पकड़ते हुए जमशेदपुर के कारोबारी अमित अग्रवाल उर्फ विक्की भालोटिया को पकड़ा था। इसके बाद शिव कुमार देवड़ा, अमित गुप्ता व सुमित गुप्ता को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
जेल से छूटने के बाद ईडी ने सभी चारों आरोपियों को अपने केस में गिरफ्तार किया था। ईडी ने गिरफ्तार इनके खिलाफ ईडी की विशेष अदालत में चार्जशीट भी दाखिल की थी। उक्त चार्जशीट पर कोर्ट संज्ञान ले चुका है।
ईडी ने जांच में पाया कि अमित गुप्ता व उसके गिरोह के साथियों ने झारखंड, पश्चिम बंगाल व दिल्ली में 135 फर्जी कंपनियां बनाईं। उन्हीं कंपनियों के माध्यम से फर्जी बिलिंग कर जीएसटी का घोटाला किया।
स्टेडियम निर्माण में हुई अनियमितता मामले में ईडी लेगी जेएससीए अध्यक्ष का पक्ष
झारखंड राज्य क्रिकेट एसोसिएशन (जेएससीए) के स्टेडियम निर्माण में अनियमितता के मामले की जांच कर रही ईडी अब जेएससीए के अध्यक्ष का भी बयान लेगी। इसके लिए ईडी ने चार नवंबर को जेएससीए अध्यक्ष को समन भेजा है।
पूरा मामला पूर्वी सिंहभूम जमशेदपुर के बिष्टुपुृर थाने में वर्ष 2008 से 2013 के दौरान जेएससीए स्टेडियम के निर्माण में हुई अनियमितता मामले में एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। ईडी ने उक्त केस में वर्ष 2022 में ईसीआइआर 07/2022 दर्ज कर जांच शुरू की थी। पूरा मामला करीब 196 करोड़ रुपये से अधिक की अनियमितता का है।
वर्ष 2022 में भी जेएससीए अध्यक्ष काे समन जारी कर ईडी ने उनका बयान लिया था। तब जेएससीए अध्यक्ष ने ईडी को स्टेडियम निर्माण से संबंधित कागजात व अपना पक्ष एजेंसी के सामने रखा था। ईडी ने अब वर्ष 2008 से 2013 के बीच हुए स्टेडियम निर्माण से संबंधित दस्तावेज मांगा है और अपना पक्ष रखने को कहा है।

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