गढ़वा में ईसाई बने एक ही परिवार के 8 लोगों ने की 'घर वापसी', पंडित जी ने सुनाई सत्यनारायण की कथा
गढ़वा जिले के भंडरिया प्रखंड में एक परिवार के आठ सदस्यों ने ईसाई धर्म त्यागकर हिंदू धर्म में वापसी की। अग्निवीर संस्था ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें सत्यनारायण व्रत कथा सुनाई गई। परिवार ने विवाह संबंधी दिक्कतों के चलते यह निर्णय लिया। हिंदू समाज ने उन्हें प्रोत्साहित किया और संस्था ने सहायता प्रदान की।
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घर वापसी के बाद गजेंद्र मुंडा के परिवार के सदस्यों को छठ पूजा के लिए सामग्री प्रदान करते लोग। (जागरण)
संवाद सूत्र, भंडरिया (गढवा)। गढ़वा जिले के भंडरिया प्रखंड मुख्यालय के फतूटांड़ टोला में एक ही परिवार के आठ लोगों ने ईसाई धर्म का त्याग कर पुन: हिंदू धर्म में घर वापसी की है।
उक्त लोगों को रविवार को अग्निवीर संस्था के तत्वावधान में ईसाई धर्म से पुन: हिंदू धर्म में घर वापसी कराया गया। गजेंद्र मुंडा सहित उनके परिवार के आठ सदस्यों को छठ महापर्व के अवसर पर पंडित विपिन मिश्रा द्वारा सत्यनारायण व्रत कथा सुनाकर हिंदू धर्म में वापसी कराया गया।
बताते चले कि गजेंद्र मुंडा के पिता स्वर्गीय बटेश्वर मुंडा ने मतांतरण कर ईसाई धर्म अपनाया था। बटेश्वर को ऐसी आशंका थी की उनके परिवार में बीमारी व क्लेश का प्रकोप ज्यादा बढ़ गया था। धर्म बदलने से यह ठीक हो जाएगा। बटेश्वर के साथ उसके पुत्र गजेंद्र ने भी वर्ष 2004 में मतांतरण कर लिया था।
जब गजेंद्र को अपने बेटा-बेटी व बहन की शादी में परेशानी होने लगे तो उन्होंने अपने पूरे परिवार के साथ पुन: हिंदू धर्म में घर वापसी का निर्णय लिया।
इसके लिए भंडरिया प्रखंड के हिंदू समाज द्वारा भी उन्हें प्रेरित किया गया था। घर वापसी के बाद संस्था की ओर से उन्हें साड़ी, कंबल व पूजा सामग्री प्रदान किया गया। साथ ही सहायता के रूप में नगद पांच सौ रुपये प्रदान किए।
हिंदू धर्म में वापसी करने वाले गजेंद्र मुंडा, उनकी मां शनिचरी कुंवर, पत्नी अनिता देवी, बहन संगीता कुमारी, पुत्री संध्या कुमारी, रितमनी कुमारी, पुत्र मैन्युअल मुंडा, अपर्णा मुंडा आदि के नाम शामिल है।
इस मौके पर विश्व हिंदू परिषद के नितेश कुमार वर्मा, गांव के प्रधान राजेंद्र मांझी, संजय सिंह, उपेंद्र कुमार विश्वकर्मा, राकेश मांझी आदि उपस्थित थे।

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