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    आतंकियों के चंगुल से वीवीआइपी को सकुशल कैसे निकालें, एटीएस ने दिखाया कौशल

    By Dilip Kumar Edited By: Kanchan Singh
    Updated: Tue, 14 Oct 2025 07:06 PM (IST)

    रांची में झारखंड पुलिस ड्यूटी मीट के दौरान, एटीएस ने मॉक ड्रिल में वीवीआईपी को आतंकियों से बचाने का प्रदर्शन किया। एटीएस कमांडो ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आतंकियों को मार गिराया और वीवीआईपी को सुरक्षित बचाया। डॉग स्क्वायड ने भी अपनी कुशलता दिखाई, जिसमें एक डॉग ने हत्या के आरोपियों को ढूंढने में पुलिस की मदद की। राज्यपाल ने एटीएस और डॉग स्क्वायड की सराहना की।

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    राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड राज्य पुलिस ड्यूटी मीट के उद्घाटन समारोह के दौरान झारखंड पुलिस की आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने माक ड्रिल के माध्यम से अपने कौशल का परिचय दिया।

    इसका विषय एक वीवीआइपी को आतंकियों के कब्जे से सकुशल मुक्त कराना था। अपराध के सीन से अतिथियों को अवगत कराते हुए बताया गया कि एक वीवीआइपी गिरिडीह से रांची आ रहा था।

    वीवीआइपी को गुप्त ठिकाने पर रखा था, एटीएस के मिला मुक्त कराने का टास्क 

    रास्ते में ही आतंकियों ने उस वीवीआइपी का अपहरण कर लिया और एक गुप्त ठिकाने पर छुपा लिया। झारखंड एटीएस को आतंकियों के उस ठिकाने का पता मिला, जिसकी घेराबंदी करने व उक्त वीवीआइपी को मुक्त कराने का टास्क मिला।

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    एटीएस के जांबाज कमांडो मौके पर पहुंचे और चारों तरफ से उक्त ठिकाने की घेराबंदी की। आतंकियों को मारा और वीवीआइपी को सकुशल मुक्त कराया।

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    एटीएस के इस कौशल को देखकर समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार सहित सभी अतिथियों व दर्शकों ने जमकर तालियां बजाई।

    डाग ने हत्या के आरोपितों तक पुलिस को पहुंचाया

    समारोह में डाग स्क्वायड ने भी अपना कौशल दिखाया। डाग को एक क्राइम सीन दिया गया। एक दंपत्ति अपनी स्कूटी से अपने घर जा रहा था। रास्ते में अपराधियों ने रोककर लूटपाट की।

    विरोध करने पर दंपत्ति की हत्या कर दी और अपराधी फरार हो गए। अपने खेत में जा रहे किसान ने सड़क किनारे दोनों शवों को देखा तो अन्य ग्रामीणों को बुलाया। इसके बाद पुलिस को इसकी सूचना दी गई।

    मौके पर स्निफर डाग के साथ पुलिस पहुंची। घटनास्थल पर अपराधियों के छोड़े गए साक्ष्य को सूंघकर उस डाग ने पुलिस को अपराधियों तक पहुंचाया और अपराधी पकड़े गए। एक अन्य डाग ने राज्यपाल को बुके देकर उनका स्वागत किया।