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    Jharkhand news: रक्त का नहीं होगा रिप्लेसमेंट, स्वैच्छिक रक्तदान से ही होगा संग्रह,स्वास्थ्य विभाग ने दिए सख्त निर्देश

    By Neeraj Ambastha Edited By: Kanchan Singh
    Updated: Thu, 30 Oct 2025 08:52 PM (IST)

    झारखंड में स्वास्थ्य विभाग ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। अब रक्त का रिप्लेसमेंट नहीं होगा, बल्कि रक्त का संग्रह केवल स्वैच्छिक रक्तदान के माध्यम से ही किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव ने सभी सिविल सर्जनों को इस संबंध में सख्त निर्देश जारी किए हैं, जिनका कड़ाई से पालन करना अनिवार्य है।

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    अब हर हाल में केवल स्वैच्छिक रक्तदान से ही रक्त संग्रह किया जाएगा।

    राज्य ब्यूरो, रांची। चाईबासा सदर अस्पताल में थैलेसीमिया पीड़ित पांच बच्चों को एचआइवी संक्रमित खून चढ़ाने की घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग रक्तकोषों के सिस्टम को सुदृढ़ करने में जुटा है। इसे लेकर न केवल रक्तकोषों का निरीक्षण किया जा रहा है, बल्कि बैठकों का सिलसिला जारी है।

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    इस क्रम में विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह ने दूसरी बार सभी सिविल सर्जनों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर रक्तकोषों को लेकर कई निर्देश दिए। उन्होंने रक्त के रिप्लेसमेंट पर रोक लगाते हुए कहा कि हर हाल में केवल स्वैच्छिक रक्तदान से ही रक्त संग्रह किया जाए।

    इसके लिए उन्होंने अधिक से अधिक शिविर लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने इस कार्य में संबंधित क्षेत्र में काम करनेवाले एनजीओ को भी जोड़ने काे कहा।
    अपर मुख्य सचिव ने सभी रक्त कोषों की आडिट रिपोर्ट हर हाल में शनिवार तक देने के निर्देश सिविल सर्जनों को दिए।

    कहा कि डीसी के साथ बैठक कर सभी सरकारी एवं निजी रक्त कोष का आडिट सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि जिन रक्त कोषों में एलिसा से जांच की सुविधा नहीं है, वहां यह सुविधा शीघ्र बहाल किया जाए। साथ ही जांच में फोर्थ जनरेशन किट्स के प्रयोग पर बल दिया।

    बैठक में ब्लड डोनर, थैलेसीमिया और सिकल सेल एनीमिया से पीड़ित मरीजों का पूरा रिकार्ड ई-रक्त पोर्टल पर अपडेट करने के भी निर्देश दिए। साथ ही आरटी-पीसीआर और ट्रूनेट मशीनों को भी अपडेट करने पर जोर दिया गया।

    अपर मुख्य सचिव ने राज्य के सभी जिलों में ब्लड सेपरेशन मशीन की स्थापना शीघ्र करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि रक्तदाताओं में आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएं।बैठक में हेल्थ एंड मेडिकल कारपोरेशन के एमडी अबु इमरान, झारखंड स्टेट आरोग्य सोसाइटी की कार्यकारी निदेशक डा. नेहा अरोड़ा, अभियान निदेशक शशि प्रकाश झा आदि भी मौजूद थे।

    नए लाइसेंस या नवीकरण के लिए करें आवेदन

    अपर मुख्य सचिव ने सभी सिविल सर्जनों को निर्देश दिया कि जिन रक्त कोष को लाइसेंस प्राप्त नहीं है या जिनका नवीकरण नहीं हुआ है, उनके लाइसेंस या नवीकरण के लिए शीघ्र आवेदन ओएनडीएलएस पोर्टल के माध्यम से करें। उन्होंने बैठक में उपस्थित औषधि निदेशालय के पदाधिकारियों को इसकी अपडेट रिपोर्ट भी देने को कहा।

    पैथोलाजिस्ट ही होंगे रक्त कोष के प्रभारी

    अपर मुख्य सचिव ने कहा कि ब्लड बैंक का प्रभारी यथासंभव एमडी पैथोलाजी चिकित्सक ही होना चाहिए। साथ ही उन्हें दूसरी जगह किसी भी हाल में प्रतिनियुक्ति न हो। टेक्निकल स्टाफ और काउंसलर की पर्याप्त नियुक्ति आउटसोर्सिंग के माध्यम से की जाए। जिन जिलों में पैथोलाजिस्ट नहीं हैं, वहां शीघ्र नियुक्ति के निर्देश दिए गए।