झारखंड गृह रक्षा वाहिनी के कंपनी कमांडर कैलाश यादव बर्खास्त, अब विभाग के 4 अफसरों पर 8 लाख रिश्वत का आरोप
झारखंड गृह रक्षा वाहिनी के कंपनी कमांडर कैलाश यादव को उनके पद से हटा दिया गया है। विभागीय कार्यवाही के दौरान जांच में कैलाश यादव के विरुद्ध लगाए गए आरोप सही पाए गए। अनुसंधान के क्रम में पाया गया कि रांची जिला में गृह रक्षकों की प्रतिनियुक्ति के दौारन उनके द्वारा नामांकन पंजी में छेड़ छाड़ किया गया।

झारखंड गृह रक्षा वाहिनी के कंपनी कमांडर कैलाश यादव बर्खास्त। सांकेतिक तस्वीर
राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड गृह रक्षा वाहिनी के कंपनी कमांडर कैलाश प्रसाद यादव को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। इस संबंध में विभागीय आदेश जारी कर दिया गया है। कैलाश यादव पर षडयंत्र एवं जालसाजी के तहत विभिन्न लोगो को अवैध रूप से होमगार्ड में नामांकित करने का गंभीर मामला सामने आया था। जिसकी जांच के बाद रांची में धुर्वा थाने में 21 सितंबर 2024 को प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।
मामला दर्ज होने के बाद कैलाश यादव को निलंबित कर दिया गया था। विभागीय कार्यवाही के दौरान जांच में कैलाश यादव के विरुद्ध लगाए गए आरोप सही पाए गए। अनुसंधान के क्रम में पाया गया कि रांची जिला में गृह रक्षकों की प्रतिनियुक्ति के दौारन उनके द्वारा नामांकन पंजी में छेड़ छाड़ किया गया।
फर्जी तरीके से कुछ लोगो को गृह रक्षक के रूप में भर्ती किया गया। गृह रक्षकों को इनके द्वारा कमान निर्गत किय गया और राशि का भुगतान कराया गया। उक्त मामले में विभाग की छवि भी धूमिल हुई। विभागीय अनुसंधान के बाद दो दिन पहले 24 नवंबर को कैलाश प्रसाद यादवको सेवा से बर्खास्त कर दिया गया।
कैलाश यादव ने अपने ही विभाग के चार कर्मियों पर लगाए 8 लाख रुपए रिश्वत मांगने के आरोप
इधर बर्खास्त कंपनी कमांडर कैलाश प्रसाद यादव ने अपने ही विभाग के चार कर्मियों के विरुद्ध 26 नवंबर को 8 लाख रुपए रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। जिनके विरुद्ध एसीबी में शिकायत दर्ज कराई गई है, उनमें स्थापना शाखा प्रभारी निरीक्षक अनुज कुमार, डीआईजी गोपनीय के रीडर सूरज प्रकाश सिंह , रीडर डीजी दीपक पुंज और ओटीडी शाखा के निरीक्षक संजय सिंह शामिल है।
इन पर आरोप लगाया है कि इन लोगो ने एक पुराने केस की फाइल फिर से खोलने की धमकी देकर कैलाश यादव से आठ लाख रुपए रिश्वत की मांग की। इन चारों ने कहा कि आप डीआईजी को 3 लाख और डीजी को 5 लाख रूपए देने के लिए दीजिए तब आपके मामले को हम लोग रफा-दफा करा देंगे। अन्यथा आपके विरुद्ध बड़ी कार्रवाई की जाएगी। इनकी धमकियों और दबाव में आकर कैलाश यादव ने इन्हें अपने फोन पे के जरिए व नगद कई बार रुपए दिए।
कैलाश यादव ने यह भी आरोप लगाया है कि जब वे 24 नवंबर को डीजी होमगार्ड से मिलने के लिए गए तो डीजी सेल के रीडर दीपक पुंज ने उन्हें मिलने नहीं दिया। उन्हें कहा गया कि पैसे की व्यवस्था नहीं है इसलिए मिलने मत आईए। इसके बाद कैलाश यादव मानसिक रूप से परेशान हो गए और एसीबी में शिकायत की।
चारों कर्मियों से स्पष्टीकरण लेने के बाद होगी कार्रवाई
इधर जिन चार कर्मियों पर रिश्वत मांगने का आरोप कैलाय यादव ने लगाया है उन्हें डीजी होमगार्ड ने तत्काल प्रभाव से अपने कर्तव्य से वंचित कर दिया है। इन चारों से इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा गया है। इन चारों से स्पष्टीकरण मिलने के बाद इनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

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