विश्व दिव्यांग दिवस: रघुनाथपुर वन विश्रामागार से निकाली गई रैली, दिव्यांगों के हक में उठी आवाजें
विश्व दिव्यांग दिवस पर रघुनाथपुर वन विश्रामागार से प्रखंड मुख्यालय तक एक रैली निकाली गई जिसका मकसद दिव्यांगों के हक में आवाज उठाना था क्योंकि यह दुन ...और पढ़ें

चांडिल, संवाद सूत्र। बीते तीन दिसंबर को मनाए गए विश्व दिव्यांग दिवस (world disabled day) के मौके पर झारखंड विकलांग संरक्षण समिति (Jharkhand Disabled Protection Society) की ओर से रघुनाथपुर वन विश्रामागार से प्रखंड मुख्यालय (Block headquarter) तक रैली निकाली गई। विकलांग समिति के सलाहकार सलिल महतो व नीमडीह प्रखंड समिति के अध्यक्ष अरुणेंद्र नारायण सिन्हा के नेतृत्व में रैली में शामिल लोग नीमडीह प्रखंड कार्यालय पहुंचे। इसके बाद मुख्यमंत्री के नाम प्रखंड विकास पदाधिकारी को 10 सूत्री मांगपत्र सौंपा।
दिव्यांग दुनिया का सबसे बड़ा अल्पसंख्यक समुदाय
इस दौरान बीडीओ ने आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा। ग्राम प्रधान महासंघ के प्रदेश उपाध्यक्ष वैधनाथ महतो ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ (United Nations organization) की रिपोर्ट के अनुसार, पूरे विश्व में लगभग 15 प्रतिशत लोग दिव्यांगों की श्रेणी में शामिल हैं। इस प्रकार इस समुदाय को दुनिया का सबसे बड़ा अल्पसंख्यक समुदाय (Minority community) माना गया है।
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सरकार दिव्यांगों को सुविधाओं से कर रही वंचित: वैधनाथ महतो
उन्होंने कहा कि दिव्यांगों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने व उन्हें विभिन्न राजनीतिक, आर्थिक व सामाजिक अधिकार प्रदान करने के लिए प्रतिवर्ष विश्व विकलांग दिवस का आयोजन किया जाता है, लेकिन वर्तमान सरकार की ओर से दिव्यांगों को कई सुविधाओं से वंचित किया जा रहा है।
मौके पर कई ने दर्ज कराई उपस्थिति
झारखंडी भाषा खतियानी संघर्ष समिति के तरूण महतो ने दिव्यांगों के बीच कंबल वितरण किया। तरूण महतो ने कहा कि सरकार दिव्यांगों को विशेष दर्जा देकर उपयुक्त अधिकार उपलब्ध कराए। इस अवसर पर ग्राम प्रधान महासंघ के प्रदेश उपाध्यक्ष वैधनाथ महतो, सुरेंद्र नाथ महतो, झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के सक्रिय सदस्य तरुण महतो, अनूप कुमार महतो, शंकर महतो आदि उपस्थित थे।

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