झारखंड की बेटी बसंती ने रचा इतिहास, SAF एथलेटिक्स के लिए बसंती कुमारी का भारतीय टीम में हुआ चयन
झारखंड की बेटी बसंती कुमारी ने साउथ एशियन फेडरेशन (SAF) एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम में जगह बनाकर इतिहास रच दिया है। उनकी इस उपलब्धि से पूरे राज्य में खुशी की लहर है। बसंती के चयन से उनके परिवार और गांव में उत्साह का माहौल है, और यह झारखंड राज्य के लिए गौरव का क्षण है।

SAF एथलेटिक्स के लिए भारतीय टीम में चयनित हुईं कुमारडुंगी की बसंती कुमारी। फोटो जागरण
जागरण संवाददाता, चाईबासा (पश्चिमी सिंहभूम)। झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के सुदूरवर्ती कुमारडुंगी प्रखंड की बेटी बसंती कुमारी ने एथलेटिक्स की दुनिया में नया इतिहास रच दिया है।
बसंती का चयन 24 से 26 अक्टूबर तक रांची में होने वाली SAF एथलेटिक्स प्रतियोगिता के लिए भारतीय टीम में किया गया है। यह प्रतियोगिता भारत समेत भूटान, बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल और मालदीव जैसे दक्षिण एशियाई देशों के एथलीटों के बीच होगी।
बसंती ने हाल ही में रांची में आयोजित ओपन नेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए रजत पदक हासिल किया था। इसी प्रदर्शन के आधार पर उनका चयन भारतीय टीम में हुआ, जिससे जिले और राज्य का मान एक बार फिर बढ़ा।
जिला ओलंपिक संघ के महासचिव एवं बसंती की कोचिंग संभालने वाले अजय नायक ने जानकारी दी कि बसंती कुमारी वर्तमान में बिलासपुर रेलवे में कार्यरत हैं। इसके अलावा उन्होंने वर्ष 2024 और 2025 में वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया है।
बसंती कुमारी की यह उपलब्धि सिर्फ व्यक्तिगत सफलता नहीं, बल्कि जिले की उन तमाम प्रतिभाओं के लिए प्रेरणा है, जो सीमित संसाधनों के बावजूद अपने जुनून और मेहनत के दम पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पटल पर पहचान बना रही हैं।
ग्रामीण पृष्ठभूमि से आने वाली बसंती की इस सफलता ने यह साबित कर दिया कि अगर हौसले बुलंद हों और मार्गदर्शन सही मिले, तो कोई भी मंजिल दूर नहीं। अब जिलेवासियों की निगाहें SAF गेम्स में उनके शानदार प्रदर्शन पर टिकी हैं। बसंती कुमारी की यह उपलब्धि पूरे झारखंड के लिए गर्व की बात है और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणास्रोत भी।
SAF एथलेटिक्स क्या है?
SAF एथलेटिक्स का पूरा नाम South Asian Federation Athletics Championship है, जिसे आमतौर पर साउथ एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप कहा जाता है। यह एक अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता है, जो दक्षिण एशिया के देशों के बीच आयोजित की जाती है। इसमें मुख्य रूप से भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान और मालदीव जैसे देश भाग लेते हैं।
इस चैंपियनशिप का उद्देश्य दक्षिण एशियाई देशों के उभरते एथलीटों को अंतरराष्ट्रीय मंच देने के साथ-साथ क्षेत्रीय खेल प्रतिभाओं को पहचान दिलाना होता है। प्रतियोगिता में ट्रैक एंड फील्ड की विभिन्न स्पर्धाएं होती हैं जैसे- दौड़, कूद, थ्रो और रिले रेस आदि।
SAF एथलेटिक्स न केवल खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय अनुभव प्रदान करता है, बल्कि उन्हें एशियाई और ओलंपिक स्तर के लिए भी तैयार करता है। यह आयोजन हर दो से तीन साल में होता है और इसकी मेजबानी अलग-अलग देश करते हैं।
भारत इस प्रतियोगिता में अब तक सबसे सफल देशों में से एक रहा है। SAF एथलेटिक्स का आयोजन दक्षिण एशियाई एकता, खेल भावना और आपसी सहयोग को भी बढ़ावा देता है।
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