इस स्टेशन के रेलवे कर्मचारियों की अनूठी परंपरा, ट्रेन हादसा रोकने के लिए करते हैं मां काली की पूजा
पश्चिम बंगाल के दक्षिण दिनाजपुर जिले के बुनियादपुर रेलवे स्टेशन के कर्मचारी ट्रेन दुर्घटनाओं को रोकने के लिए माँ काली की पूजा करते हैं। वे कई सालों से इस परंपरा का पालन कर रहे हैं और उनका मानना है कि माँ काली की पूजा करने से स्टेशन पर होने वाली दुर्घटनाओं को टाला जा सकता है। वे हर साल स्टेशन पर माँ काली की मूर्ति स्थापित करते हैं और विशेष पूजा-अर्चना करते हैं।

चक्रधरपुर में रेलवे कर्मचारियों की ओर से इस वर्ष बनाया गया पूजा पंडाल। फोटो जागरण
जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर। सरंक्षा एवं सुरक्षा के लिए हर वर्ष चक्रधरपुर स्टेशन के समीप रेलकर्मी करते है मां काली की धूमधाम से पूजा। पूजा के लिए स्टेशन काली पूजा समिति द्वारा भव्य पंडाल का निमार्ण किया जा रहा है।
पूजा के आयोजकों ने बताया कि 1973 से काली पूजा की शुरूवात की गई थी। 20 से 23 अक्टूबर तक यहां कालीपूजा महोत्सव मनेगा। 20 अक्टूबर की शाम को पंडाल का उद्घाटन चक्रधरपुर रेल मंडल के डीआरएम तरुण हुरिया द्वारा किया जाएगा।
वहीं पूजा उत्सव के दौरान 21 अक्टूबर को चक्रधरपुर मंडल सांस्कृतिक संघ की ओर से आकर्षक गीत संगीत रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। वहीं 22 अक्टूबर को स्थानीय कलाकारों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं कराओके गायन का आयोजन होगा।
आयोजक समिति ने कालीपूजा पंडाल को बनाने का कार्य कोलकाता के बापी टेंट हाउस को सौपा है। टेंट हाउस के 10 कारीगर दिन रात कार्य कर पंडाल को अंतिम रूप देने में लगे हुए है। पंडाल को काल्पनिक मंदिर का स्वरूप दिया जा रहा है।
जिसकी उंचाई करीब 45 फीट व चौड़ाई 35 फीट है। तीन दिनों तक चलने वाली काली पूजा में पंडाल, लाईटिंग, ढाकी, भोग एवं पूजन में करीब छह लाख रुपये खर्च किए जाएगे।
काली पूजा समिति के सदस्यों ने बताया कि 1973 में पोटरखोली पश्चिम कैबिन के समीप पत्थर से लदी मालगाड़ी एवं बांस से भरी मालगाड़ी के बीच जोरदार टक्कर हुआ। टक्कर इतना भयानक था कि मालगाड़ी के डिब्बे एक दूसरे के उपर चढ़ गए थे। जिससे जान व माल की हानी हुई थी।
उसके बाद से चक्रधरपुर स्टेशन में मां काली की पूजा की शुरूवात की गई थी। तब से लेकर आज तक सरंक्षा व सुरक्षा के लिए मां काली की पूजा प्रति वर्ष की जाती है। इस पूजा में रेलवे स्टेशन प्रबंधक, गार्ड, लोको पायलट एवं ऑपरेटिंग व मैकेनिकल विभाग के कर्मचारी मिल कर आपसी सहयोग से करते है।
समिति पदाधिकारियों में अध्यक्ष जे बन्दा, सचिव रंजीत चटर्जी एवं कोषाध्यक्ष के रूप में शेखर कुमार, शंभू कुमार सिंह, गौरी शंकर मुखी और राजकुमार सिंह शामिल हैं।
वहीं सक्रिय सदस्यों में एसके प्रसाद, एम शंकर राव, एसके. चौधरी, राकेश तिवारी, गोपाल रावणी, तपन चक्रवर्ती, रामू शर्मा, उत्तम दास, अंजनालु, पीके हालदार, किशोर प्रधान, बीएन सिंह, राहुल, एमएन दास, आरके सिंह और सीबी मिश्रा प्रमुख रूप से सक्रिय हैं। इसके अलावे सलाहकार मंडल में केके बनर्जी और बीएन जामूदा शामिल हैं, जो समिति को मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।
इन जगहों में भव्य पंडाल बना कर मां काली की होती है पूजा
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