Chaitra Navratri 2025: देवी के पांचवे स्वरूप स्कंदमाता को लगाएं केले की खीर का भोग, बेहद आसान है रेसिपी
चैत्र नवरात्र (Chaitra Navratri 2025) के पांचवे दिन देवी स्कंदमाता की पूजा की जाती है। देवी स्कंदमाता कार्तिकेय की माता हैं इसलिए इनके इस स्वरूप को स्कंदमाता कहा जाता है। देवी स्कंदमाता को केले का भोग बहुत प्रिय है। इसलिए नवरात्र की पंचमी (Skandmata Bhog) को केले से बना भोग लगाना शुभ माना जाता है। आइए जानें स्कंदमाता को भोग लगाने के लिए केले के खीर की रेसिपी।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। चैत्र नवरात्र (Chaitra Navratri 2025) का पर्व 30 मार्च से शुरू हो चुका है। इसमें नौ दिनों तक देवी के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। नवरात्र की पंचमी तिथि को देवी के स्कंदमाता रूप की पूजा की जाती है। भगवान कार्तिकेय (स्कंद) की माता होने के कारण देवी के इस स्वरूप को स्कंदमाता कहा जाता है।
देवी स्कंदमाता को पद्मासना भी कहा जाता है, क्योंकि देवी कमल के आसन पर विराजती हैं। ऐसा माना जाता है कि देवी स्कंदमाता की पूजा करने से संतान से जुड़ी परेशानियां दूर होती हैं और सुख-समृद्धि और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। भगवती देवी के इस स्वरूप को सफेद रंग और केले का भोग (Skandmata Favourite Bhog) बेहद प्रिय है।
इसलिए इन्हें केले या चावल की खीर का भोग लगाया जाता है। लेकिन आज हम आपको एक बेहद खास भोग के बारे में बताएंगे। देवी स्कंदमाता को आप केले की खीर का भी भोग लगा सकते हैं। केले की खीर बहुत स्वादिष्ट होती है और इसे बनाना भी काफी आसान होता है (Skandmata Bhog Recipe)। आइए, जानते हैं कि स्कंद माता को भोग लगाने के लिए केले की खीर (Kele Ki kheer) कैसे बनाएं।
स्कंदमाता के भोग के लिए केले की खीर कैसे बनाएं?
केले की खीर बनाने की सामग्री (Ingredients for Banana Kheer)
- 2 पके हुए केले
- 1 लीटर दूध (फुल क्रीम)
- 4-5 चम्मच चीनी (स्वादानुसार)
- ½ कप चावल (धोकर भिगोए हुए)
- 4-5 हरी इलायची (पिसी हुई)
- 10-12 काजू (बारीक कटे हुए)
- 10-12 बादाम (बारीक कटे हुए)
- 1 चम्मच घी
- केसर के कुछ धागे
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केले की खीर बनाने की विधि (Banana Kheer Step-by-Step Recipe)
- सबसे पहले केलों को छीलकर उन्हें अच्छे से मैश कर लें। इससे खीर को मलाईदार बनावट मिलेगी। इसके बाद एक भारी तले की कड़ाही में दूध डालकर मध्यम आंच पर उबालें।
- जब दूध एक उबाल आ जाए, तो इसे 5-7 मिनटऔर पकने दें। दूध को चलाते रहें, ताकि यह न जले।
- दूसरी तरफ एक कड़ाही में घी गर्म करें और उसमें काजू-बादाम को भूनकर एक तरफ रख दें।
- अब चावल को अच्छी तरह धो लें और भिगे हुए चावलों को दूध में डालें और धीमी आंच पर पकाएं।
- चावलों के नरम होने तक इसे पकाएं (लगभग 15-20 मिनट)।
- जब चावल पक जाएं, तो इसमें मसले हुए केलों को अच्छी तरह मिलाएं।
- अब इसमें चीनी डालें और अच्छी तरह मिलाएं। चीनी की मात्रा का ध्यान रखें, क्योंकि केलों के कारण खीर पहले ही कुछ हद तक मीठी हो जाएगी।
- अब पिसी हुई इलायची और केसर डालें।
- खीर को 5-7 मिनट तक और पकाएं, ताकि यह गाढ़ी हो जाए।
- गैस बंद करके इसे ठंडा होने दें और देवी स्कंदमाता को भोग लगाएं।
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