Guru Nanak Jayanti 2025: सिर्फ 3 चीजों से बनाएं गुरुद्वारे जैसा 'कड़ा प्रसाद', बेहद आसान है रेसिपी
Guru Nanak Jayanti सिखों के पहले गुरु, गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जाने वाला एक बेहद पवित्र और महत्वपूर्ण त्योहार है। यह हर साल कार्तिक पूर्णिमा के दिन आता है, जो साल 2025 में 5 नवंबर, बुधवार को है। अगर आप भी इस खास मौके पर घर पर ही कड़ा प्रसाद बनाने की सोच रहे हैं, तो यह आसान रेसिपी आपके लिए ही है।

Guru Nanak Jayanti 2025: गुरु नानक जयंती पर ऐसे बनाएं कड़ा प्रसाद (Image Source: Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। जब भी हम गुरुपर्व (Guru Nanak Jayanti 2025) के पावन अवसर पर गुरुद्वारे जाते हैं, तो उस प्रसाद का पहला निवाला ही मन को असीम शांति से भर देता है। बता दें, 5 नवंबर 2025 को सिखों के पहले गुरु, गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व मनाया जाएगा।
यह प्रसाद सिर्फ आटा, घी और चीनी का मेल नहीं, बल्कि यह समर्पण, समानता और गुरु की कृपा का प्रतीक है। आज हम आपको इसे तैयार करने की एक ऐसी सिंपल रेसिपी (Kada Prasad Recipe) बताएंगे, जिसके लिए आपको सिर्फ तीन मुख्य सामग्री की जरूरत होगी। आइए, बिना देर किए जानते हैं।

कड़ा प्रसाद बनाने के लिए सामग्री (अनुपात: 1:1:1)
- गेहूं का आटा - 1 कप
- देसी घी - 1 कप
- चीनी - 1 कप
- पानी - 3 कप (चीनी से तीन गुना)
कड़ा प्रसाद बनाने की विधि
- सबसे पहले एक बर्तन में 3 कप पानी और 1 कप चीनी लें।
- इसे धीमी आंच पर तब तक उबालें जब तक चीनी पूरी तरह से घुल न जाए। हमें कोई तार वाली चाशनी नहीं बनानी है, बस चीनी को घोलना है।
- चीनी घुलने के बाद, इस घोल को गरमा-गरम रखने के लिए आंच से उतारकर अलग रख लें।
- एक भारी तले वाली कड़ाही में 1 कप देसी घी गरम करें।
- जब घी पिघल जाए, तो उसमें 1 कप गेहूं का आटा डालें।
- आंच को मध्यम से धीमा रखें और आटे को लगातार चलाते रहें।
- आटे को तब तक भूनें जब तक उसका रंग सुनहरा भूरा न हो जाए और उसमें से धीमी, भीनी खुशबू न आने लगे। इसमें लगभग 10-15 मिनट लग सकते हैं।
- जब आटा अच्छी तरह से भुन जाता है, तो वह थोड़ा दरदरा दिखने लगता है और घी को छोड़ना शुरू कर देता है।
- भुने हुए आटे में, धीरे-धीरे चीनी वाला गरम पानी डालें।
- पानी डालते ही मिश्रण उबलने लगेगा, इसलिए तुरंत तेजी से चलाएं ताकि गांठें न बनें।
- तेज आंच पर तब तक चलाते रहें जब तक हलवा सारा पानी सोख न ले और गाढ़ा न हो जाए।
- जब हलवा कड़ाही के किनारों को छोड़ने लगे और घी वापस ऊपर दिखने लगे, तो समझ लें कि आपका कड़ा प्रसाद तैयार है।
- बस फिर गैस बंद कर दें। बता दें, इस प्रसाद को बनाने में किसी ड्राई फ्रूट्स या इलायची का इस्तेमाल नहीं किया जाता है, इसका शुद्ध स्वाद ही इसे खास बनाता है।
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