महिलाओं में कैल्शियम की कमी होने पर दिखते हैं ये 10 लक्षण, ध्यान नहीं दिया; तो भुगतना पड़ेगा नुकसान
महिलाओं में कैल्शियम की कमी की समस्या पुरुषों की तुलना में ज्यादा कॉमन है। इसलिए महिलाओं के लिए जरूरी है कि वे अपने कैल्शियम लेवल पर ध्यान दें। कुछ लक्षणों की मदद से इसका पता लगाया जा सकता है। अगर शरीर में कैल्शियम कम होने लगता है, तो कुछ लक्षण (Calcium Deficiency Symptoms) दिखाई देते हैं, जो इस बारे में चेतावनी देते हैं।
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कहीं आप में भी को कम नहीं हो गया है कैल्शियम? (Picture Courtesy: Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। महिलाएं अक्सर अपनी सेहत पर कम ध्यान देती हैं। इसके कारण अक्सर शरीर पोषक तत्वों की कमी हो जाती है, जिसमें कैल्शियम सबसे कॉमन है। महिलाओं में पुरुषों की तुलना में कैल्शियम की कमी (Calcium Deficiency in Women ) का खतरा ज्यादा रहता है। वह भी खासकर मेनोपॉज के बाद।
इसलिए महिलाओं को अपने कैल्शियम लेवल पर ध्यान देना चाहिए। जब शरीर में इसकी कमी होने लगती है, कुछ लक्षण (Calcium Deficiency Sign in Women) दिखाई देने लगते हैं। अगर इन लक्षणों पर ध्यान दिया जाए, तो वक्त पर कैल्शियम की कमी को दूर किया जा सकता है और समस्या को बढ़ने से रोका जा सकता है। आइए जानें महिलाओं में कैल्शियम की कमी के क्या लक्षण हैं।
मांसपेशियों में अकड़न और ऐंठन
यह कैल्शियम की कमी का सबसे आम लक्षण है। कैल्शियम मांसपेशियों के कॉन्ट्रेक्शन और रिलैक्सेशन में अहम भूमिका निभाता है। इसकी कमी होने पर मांसपेशियां अक्सर अकड़ने लगती हैं, खासकर जांघों, बाजुओं और बछड़ों में। रात के समय या सोते वक्त पैरों में ऐंठन इसका साफ संकेत हो सकता है।
(Picture Courtesy: Freepik)
हाथ-पैरों में झनझनाहट या सुन्नपन
कैल्शियम नसों के सही तरीके से काम करने के लिए जरूरी है। इसकी कमी होने पर नसों में असामान्य नर्व सिग्नल ट्रांसमिट होते हैं, जिसके कारण हाथों, उंगलियों, पैरों या होठों के आसपास झनझनाहट या सुन्नपन महसूस हो सकता है।
लगातार थकान और कमजोरी
अगर बिना किसी खास वजह के लगातार थकान, सुस्ती और एनर्जी की कमी महसूस हो रही है, तो यह कैल्शियम की कमी का संकेत हो सकता है। कैल्शियम शरीर में एनर्जी मेटाबॉलिज्म में मदद करता है और इसकी कमी से थकान हो सकती है।
नाखून और बालों का कमजोर होना
कैल्शियम नाखूनों और बालों के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। इसकी कमी होने पर नाखून कमजोर और आसानी से टूटने लगते हैं। इसी तरह बाल रूखे, बेजान हो जाते हैं और ज्यादा झड़ने लगते हैं।
हड्डियों में दर्द और फ्रैक्चर का खतरा
कैल्शियम हड्डियों के लिए सबसे जरूरी पोषक तत्व है। लंबे समय तक इसकी कमी रहने पर हड्डियां कमजोर और खोखली होने लगती हैं, जिससे जोड़ों और हड्डियों में लगातार दर्द रह सकता है। इसके कारण ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है और मामूली चोट से भी फ्रैक्चर हो सकता है।
ब्रेन फॉग
कैल्शियम की कमी का असर दिमाग पर भी पड़ता है। इससे फोकस में कमी, भूलने की बीमारी, चक्कर आना और ब्रेन फॉग हो सकता है। आपको लग सकता है कि आपका दिमाग ठीक से काम नहीं कर रहा है।
दांतों का कमजोर होना
हमारे दांतों का इनेमल कैल्शियम से बना होता है। शरीर में इसकी कमी होने पर दांत कमजोर होने लगते हैं, मसूड़ों की बीमारी, दांतों में सड़न और दांतों में सड़न का खतरा बढ़ जाता है।
पीरियड्स के दौरान तेज क्रैम्प्स और मूड स्विंग्स
महिलाओं में पीरियड्स से पहले होने वाले लक्षण जैसे पेट के निचले हिस्से में तेज ऐंठन, दर्द और मूड में अचानक बदलाव कैल्शियम की कमी से और बढ़ सकते हैं। कैल्शियम महिलाओं में हार्मोन रेगुलेशन में मदद करता है और PMS के लक्षणों को कम कर सकता है।
अनियमित हार्ट बीट
कैल्शियम हार्ट मसल्स के कॉन्ट्रेक्शन और हार्ट बीट को कंट्रोल करने में मदद करता है। इसकी गंभीर कमी होने पर हार्टबीट अनियमित हो सकती है, जिसे हल्के में नहीं लेना चाहिए।
त्वचा का रूखा और बेजान होना
कैल्शियम त्वचा की सेहत के लिए भी जरूरी है। इसकी कमी से त्वचा रूखी, फटी-फटी और बेजान नजर आने लगती है। एक्जिमा जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
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