रूम हीटर के इस्तेमाल से हो सकती हैं ये 5 परेशानियां, यहां पढ़ें इसे इस्तेमाल करने का सही तरीका
सर्दी का मौसम आते ही रूम हीटर का इस्तेमाल शुरू हो जाता है। हालांकि, यह कमरे को गर्म जरूर रखता है, लेकिन इसके कुछ साइड इफेक्ट (Room Heater Side Effects) भी हो सकते हैं। जी हां, रूम हीटर के इस्तेमाल से सेहत को कुछ नुकसान हो सकते हैं। इतना ही नहीं, अगर इसका इस्तेमाल सही तरीके से न किया जाए, तो यह जानलेवा भी साबित हो सकता है।

क्या है रूम हीटर इस्तेमाल करने का सही तरीका? (Picture Courtesy: Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। सर्दी का मौसम आते ही लोग अपने घर को गर्म रखने के लिए रूम हीटर का इस्तेमाल शुरू कर देते हैं। इससे कमरा भले ही गर्म और आरामदायक रहता है, लेकिन जरा सी लापरवाही भी जानलेवा साबित हो सकती है। जी हां,रूम हीटर का इस्तेमाल करने के कुछ जोखिम (Side Effects of Room Heater) भी होते हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
आइए जानें कि रूम हीटर किन परेशानियों को जन्म दे सकता है और इसके इस्तेमाल का सुरक्षित तरीका (How to Safely Use Room Heater) क्या है, ताकि सुरक्षित तरीके से इसका फायदा उठाया जा सके।

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रूम हीटर के साइड इफेक्ट्स
- हवा में नमी कम होना- रूम हीटर चलने पर कमरे की नमी तेजी से कम हो जाती है। इससे वातावरण शुष्क हो जाता है, जिसके कारण त्वचा में रूखापन, आंखों में जलन और गले में खराश जैसी समस्याएं हो सकती हैं। सूखी हवा नाक की झिल्लियों को प्रभावित कर सकती है, जिससे एलर्जी और अस्थमा के लक्षण बढ़ सकते हैं।
- सांस से जुड़ी समस्याएं- ड्राई एयर सांस लेने की दिक्कत बढ़ा सकती है। जिन लोगों को पहले से अस्थमा, ब्रोंकाइटिस या एलर्जी की शिकायत है, उन्हें रूम हीटर से निकलने वाली गर्म और शुष्क हवा और ज्यादा परेशान कर सकती है। इससे खांसी, सीने में जकड़न और सांस फूलने की समस्या बढ़ सकती है।
- धूल और एलर्जन का बढ़ना- हीटर चलने पर कमरे में मौजूद धूल और एलर्जन हवा में ज्यादा समय तक तैरते रहते हैं। लगातार इनके संपर्क में रहना सेंसिटिव लोगों में छींक, आंखों में पानी आना या सांस की एलर्जी को बढ़ा सकता है।
- कार्बन मोनोऑक्साइड का खतरा- कुछ तरह के रूम हीटर, खासकर गैस या केरोसिन वाले, कार्बन मोनोऑक्साइड रिलीज करते हैं। यह गैस बिना रंग और गंध की होती है, लेकिन जानलेवा साबित हो सकती है। खराब वेंटिलेशन वाले कमरे में इसका स्तर बढ़ने पर सिरदर्द, चक्कर आना, मतली और बेहोशी जैसी स्थिति हो सकती है।
- आग लगने का खतरा- गलत वायरिंग, खराब क्वालिटी के हीटर या आसानी से आग पकड़ने वाली चीजों को हीटर के पास रखने से आग लगने का खतरा बढ़ सकता है। अगर हीटर गिर जाए या ओवरहीट हो जाए, तो यह गंभीर हादसे का कारण बन सकता है।
रूम हीटर इस्तेमाल करते समय इन बातों का रखें ध्यान
- हीटर से दूरी बनाए रखें- हीटर और किसी भी आसानी से आग पकड़ने वाली चीज के बीच कम से कम 3 फीट की दूरी रखें। पर्दे, फर्नीचर, कागज या बिस्तर की चीजें हीटर के करीब न रखें।
- सपाट जगह पर रखें- हीटर हमेशा जमीन पर सपाट, मजबूत और स्थिर सतह पर रखें। इसे टेबल, स्टूल या मोटे कारपेट पर रखने से गिरने या ओवरहीट होने का खतरा बढ़ जाता है।
- पानी या नमी वाले स्थानों से दूर रखें- बाथरूम, किचन या किसी भी नम जगह में हीटर का इस्तेमाल न करें। पानी के संपर्क में आने से शॉक, शॉर्ट सर्किट जैसी दुर्घटनाएं हो सकती हैं।
- बिना निगरानी के न छोड़ें- कमरे से बाहर जाते वक्त या सोने से पहले हीटर को हमेशा बंद कर दें। लगातार चलने से ओवरहीटिंग और कार्बन मोनोऑक्साइड बढ़ने का खतरा रहता है।
- सही इलेक्ट्रिकल कनेक्शन का इस्तेमाल करें- हीटर को सीधे वॉल सॉकेट में लगाएं। एक्सटेंशन कॉर्ड या मल्टीप्लग का इस्तेमाल न करें, क्योंकि इससे वायर गर्म होकर आग लगने का रिस्क बढ़ाती है।

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