ब्रेन कैंसर का कारण बन सकती है सिर की चोट, अनदेखी करना पड़ सकता है भारी
एक हालिया अध्ययन में ट्रॉमेटिक ब्रेन इंजरी (TBI) और ब्रेन कैंसर के बीच संबंध पाया गया है। मध्यम से गंभीर सिर की चोट वाले लोगों में घातक ब्रेन ट्यूमर होने की संभावना अधिक होती है। अध्ययन में 75000 से अधिक लोगों के डेटा का विश्लेषण किया गया। आइए जानते हैं इस स्टडी के बारे में विस्तार से।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। हम सभी ने बचपन में बड़े-बुजुर्गों से यह सुना कि सिर पर मत मारो या सिर पर चोट मत लगने दो, वरना भविष्य में परेशानी होगी। ऐसा इसलिए क्योंकि सिर हमारे शरीर के नाजुक हिस्सा होता है और यही वजह है कि हेल्थ एक्सपर्ट्स भी हमेशा सिर का ध्यान रखने की सलाह देते हैं। अब एक ताजा स्टडी में इस बात को सच साबित करता एक हैरान करने वाला खुलासा सामने आया है।
इस ताजा स्टडी में पता कि मीडियम से गंभीर सिर की चोट बाद में ब्रेन कैंसर का कारण बन सकती है। आज इस आर्टिकल में हम इसी स्टडी के बारे में विस्तार से जानेंगे। आइए आपको बताते हैं क्या कहती है ये ताजा स्टडी-
क्या कहती है स्टडी
हाल ही में किए गए शोध, जिसमें ट्रॉमेटिक ब्रेन इंजरी (TBI) से पीड़ित 75,000 से ज्यादा व्यक्तियों का बड़े पैमाने पर विश्लेषण किया गया। इससे पता चलता है कि मध्यम से गंभीर चोटों वाले लोगों में घातक ब्रेन ट्यूमर होने की संभावना काफी ज्यादा होती है। एक अध्ययन ने 2000 और 2024 के बीच 75,000 से ज्यादा प्रतिभागियों के स्वास्थ्य आंकड़ों का विश्लेषण किया, जिसमें हल्के, मध्यम या गंभीर TBI से पीड़ित व्यक्तियों पर नजर रखी गई।
हेड इंजरी और ब्रेन कैंसर का कनेक्शन
इस स्टडी के नतीजे चौंकाने वाले थे। मध्यम से गंभीर TBI वाले लोगों में से 0.6% लोगों में चोट लगने के तीन से पांच साल के अंदर घातक मस्तिष्क ट्यूमर विकसित हो गए। जबकि चोट का इतिहास न रखने वाले व्यक्तियों में यह प्रतिशत काफी कम था। दूसरी ओर, हल्के TBI से कैंसर का खतरा नहीं बढ़ा।
इतना ही नहीं अफगानिस्तान में एक हॉस्पिटल-बेस्ड केस-कंट्रोल अध्ययन में पाया गया कि सिर की चोट के इतिहास वाले व्यक्तियों में ऐसी चोट न लगने वाले व्यक्तियों की तुलना में ब्रेन ट्यूमर होने की संभावना 2.6 गुना ज्यादा थी। इसी प्रकार, ब्राजील के रियो डी जेनेरो में, एक अध्ययन में 1.49 गुना ज्यादा रिस्क दिखाया गया और सिर की चोटों की संख्या बढ़ने के साथ यह संबंध और भी मजबूत देखा गया।
सिर की चोट कैसे बनती है ब्रेन कैंसर का कारण?
सिर में चोट लगने के बाद, सूजन और सेल्स के व्यवहार में बदलाव, कुछ ब्रेन सेल्स जैसे एस्ट्रोसाइट्स को प्रभावित कर सकती है। ऐसे में अगर जेनेटिक म्यूटेशन पहले से ही मौजूद है, तो इन सेल्स के समय के साथ कैंसर में बदलने की संभावना ज्यादा हो सकती है। इसके अलावा, कई अध्ययनों के मेटा-विश्लेषण से पता चला है कि सिर की चोट के बाद ब्रेन ट्यूमर, विशेष रूप से ग्लियोमा और मेनिंगियोमा के जोखिम में मामूली वृद्धि हुई है।
क्या सभी ब्रेन ट्यूमर और चोट के जैसी होती है?
इस अध्ययन से सिर की चोटों और ब्रेन कैंसर के विकास के जोखिम के बीच एक चिंताजनक संबंध का भी पता चला है। हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि हर प्रकार का ब्रेन ट्यूमर सिर की चोटों से जुड़ा नहीं होता है। इसके अलावा, दुर्लभ, सिर की चोटें कैंसर नहीं, बल्कि डिमेंशिया के जोखिम को बढ़ाती हैं, जो इस बात पर प्रकाश डालता है कि अलग-अलग तरह की चोट अलग-अलग परिणामों को जन्म दे सकती है।
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Source:
- Mass General Brigham: https://www.massgeneralbrigham.org/en/about/newsroom/press-releases/link-between-tbi-history-malignant-brain-tumor-development#:~:text=Key%20takeaways%20*%20Mass%20General%20Brigham%20researchers,in%20adults%20with%20moderate%20to%20severe%20TBI.
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