Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सोयाबीन जैसे शाकाहारी प्रोटीन से ठीक हो सकता है फैटी लिवर, ILBS में हुआ रिसर्च; रिजल्ट ने चौंकाया

    Updated: Sat, 19 Apr 2025 08:11 PM (IST)

    आईएलबीएस के शोध में पाया गया कि सोयाबीन जैसे शाकाहारी प्रोटीन से फैटी लिवर में सुधार हो सकता है। चूहों पर किए गए अध्ययन में प्रोटीन युक्त भोजन से लिवर में फैट और फाइब्रोसिस कम हुआ। आहार है दवा थीम के साथ यह शोध शाकाहारी प्रोटीन के महत्व को दर्शाता है हालांकि अभी मनुष्यों पर परीक्षण होना बाकी है।

    Hero Image
    सोयाबीन जैसे शाकाहार से लिवर में जमा फैट व फाइब्रोसिस काफी हद तक ठीक हो सकता है। जागरण क्रिएटिव

    रणविजय सिंह, नई दिल्ली। फैटी लिवर की समस्या तेजी से बढ़ रही है। शराब का सेवन करने वाले लोग तो इससे पीड़ित हो ही रहे हैं। शराब का सेवन न करने वाले लोग भी जंक फूड व खराब जीवन शैली के कारण नॉन अल्कोहॉलिक फैटी लिवर से पीड़ित हो रहे हैं, जो आगे चलकर लिवर की गंभीर बीमारी बढ़ने का कारण बन सकता है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इस बीच यकृत व पित्त विज्ञान संस्थान (आईएलबीएस) में किए गए एक शोध में यह बात सामने आई है कि प्रोटीन से भरपूर सोयाबीन जैसे शाकाहार से शराब के कारण लिवर में जमा फैट व फाइब्रोसिस काफी हद तक ठीक हो सकता है।

    आईएलबीएस द्वारा चूहों पर किए गए शोध में यह उत्साहजनक नतीजे पाए गए हैं। हाल ही में यह शोध अमेरिका के अंतरराष्ट्रीय मेडिकल जर्नल क्लीनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित हुआ है।

    इस बार लिवर दिवस का थीम है 'आहार है दवा'

    ऐसे में प्रोटीन से भरपूर शाकाहार भोजन से लिवर की बीमारियों से बचा जा सकता है। 19 अप्रैल को दुनिया भर में विश्व लिवर दिवस मनाया जाएगा, जिसका थीम इस बार 'आहार है दवा' रखा गया है। इसका मकसद लोगों को लिवर की बीमारियों से बचाव के लिए पौष्टिक आहार लेने के प्रति जागरूक करना है।

    अस्पताल के मोलिक्यूलर और सेलुलर मेडिसिन के अतिरिक्त प्रोफेसर डा. श्वेतांक शर्मा ने बताया कि शराब के कारण हुए लिवर रोग पर यह शोध किया गया है।

    मौजूदा समय में शराब के कारण लिवर की बीमारी होने पर फीकल माइक्रोबायोटा ट्रांसप्लांट किया जाता है। इस प्रक्रिया में फीकल में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया को अलग कर ट्यूब के जरिये प्रत्यारोपित किया जाता है।

    ऐसे हुआ शोध

    इसके अलावा मरीजों को प्रोटीन सप्लीमेंट लेने की सलाह दी जाती है लेकिन उसमें स्टेरायड होता है जो नुकसानदायक हो सकता है। इसके मद्देनजर चूहों को तीन वर्गों मेंं बांट कर एक शोध किया गया।

    हर वर्ग में 12-12 चूहे शामिल किए गए। पहले उन्हें आठ सप्ताह अल्कोहल दिया गया। लिवर का रोग होने के बाद एक वर्ग के चूहोंं को सामान्य आहार, दूसरे वर्ग के चूहों को शाकाहारी आहार में 20 प्रतिशत प्रोटीन बढ़ाकर सोया और तीसरे वर्ग के चूहों को अंडा खिलाया गया।

    दो सप्ताह बाद जांच करने पर पाया गया कि सामान्य खानपान की तुलना में सोया व अंडा के सेवन से चूहों के लिवर से फैट व फाइब्रोसिस कम हुआ। अंडा की तुलना में सोया ज्यादा फायदेमंद पाया गया।

    क्या निकला शोध का नतीजा

    शोध में पाया गया कि सामान्य भोजन की तुलना में प्रोटीन युक्त शाकाहारी भोजन से फैटी लिवर की समस्या 83.5 प्रतिशत व फाइब्रोसिस 75 प्रतिशत कम हो गया। जबकि अंडे के सेवन से लिवर में फैट 66.6 प्रतिशत व फाइब्रोसिस 25 प्रतिशत हुआ कम।

    प्रोटीन से भरपूर शाकाहारी आहार से लिवर में एएलटी (एलेनिन ट्रांसएमिनेस) व एएसटी (एस्पारटेट ट्रांसएमिनेज) एंजाइम 40 प्रतिशत और अंडे के सेवन से 27.3 प्रतिशत कम हुआ।

    वहीं अंडे के सेवन की तुलना में शाकाहारी आहार से आंत में क्लाडिन-3 प्रोटीन 61 प्रतिशत व क्लूडिन प्रोटीन 80 प्रतिशत बढ़ गया। सामान्य खानपान की तुलना में प्रोटीन युक्त शाकाहारी आहार से खून में एंडोटॉक्सिन का स्तर 64 प्रतिशत और अंडे के सेवन की तुलना में 32 प्रतिशत कम हुआ।

    आंत में बढ़े अच्छे बैक्टीरिया

    इसके अलावा आंत में अच्छे प्रजाति के बैक्टीरिया बढ़े और हानिकारक बैक्टीरिया कम हुए। साथ ही कई अन्य सकारात्मक बदलाव देखे गए जिससे लिवर को फायदा होता है।

    डॉक्टर बताते हैं कि अल्कोहल के कारण लिवर रोग से पीड़ित हुए लोग यदि शराब का सेवन छोड़ दें तो और खानपान में प्रोटीन 20 प्रतिशत बढ़ा दें तो एक से डेढ़ वर्ष में लिवर में सुधार हो सकता है। लेकिन इंसानों पर अभी यह ट्रायल नहीं हुआ है। आगे चलकर मरीजों पर भी ट्रायल हो सकता है।

    comedy show banner
    comedy show banner