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    युवाओं में क्‍यों बढ़ रहा है Colon Cancer? आज ही खाना छोड़ दें ये चीजें; कम हो जाएगा बीमारी का खतरा

    आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में गलत खानपान और अनहेल्‍दी लाइफस्‍टाइल के कारण कोलन कैंसर का खतरा बढ़ रहा है। कोलन कैंसर बड़ी आंत में होता है। यह कैंसर छोटी-छोटी गांठों से शुरू होता है और समय पर इलाज न होने पर घातक हो सकता है। इससे बचाव के ल‍िए खानपान पर ध्‍यान देना जरूरी है।

    By Vrinda Srivastava Edited By: Vrinda Srivastava Updated: Thu, 07 Aug 2025 10:39 AM (IST)
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    कोलन कैंसर से बचाव के ल‍िए इन चीजों से करें परहेज (Image Credit- Freepik)

    लाइफस्‍टाइल डेस्‍क, नई दिल्‍ली। आजकल की भागदौड़ भरी ज‍िंदगी में लोग अपनी सेहत का सही ढंग से ख्‍याल नहीं रख पा रहे हैं। खराब खानपान और अनहेल्‍दी लाइफस्‍टाइल के कारण लोगों को कई गंभीर बीमार‍ियां अपनी चपेट में ले रहीं हैं। कैंसर जैसी घातक बीमारी भी उन्‍हीं में से एक है। कोलन कैंसर (Colon Cancer) का खतरा भी इन द‍िनों तेजी से बढ़ रहा है। आपको बता दें क‍ि ब‍िजी शेड्यूल के कारण लाेग अल्‍ट्रा प्रॉसेस्‍ड फूड्स को प्राथम‍िकता दे रहे हैं।

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    ये भले ही आसानी से तैयार हो जाती है और खाने में स्‍वाद‍िष्‍ट लगती है, लेक‍िन इससे हमारी सेहत को कई तरह के नुकसान हो रहे हैं। आज हम अपने इस लेख में कोलन कैंसर के बारे में बात करेंगे। हम आपको बताएंगे क‍ि कोलन कैंसर क्‍या होता है, इसके लक्षण क्‍या हैं और इसके खतरे को कम करने के ल‍िए हमारी डाइट कैसी होनी चाह‍िए। तो आइए ब‍िना देर क‍िए जानते ह‍ैं व‍िस्‍तार से -

    क्‍या है Colon Cancer?

    क्‍लीवलैंड क्‍लीन‍िक के मुताब‍िक, कोलन कैंसर को कोलोरेक्टल और रेक्टल कैंसर के नाम से भी जाना जाता है। ये इस बात पर न‍िर्भर करता है क‍ि कैंसर बड़ी आंत (Colon) या रेक्‍टम में क‍िस जगह पर हुआ है। जब बड़ी आंत की अंदर की लेयर्स की सेल्‍स असामान्‍य रूप से बढ़ने लगते हैं और उनका कंट्रोल खत्‍म हो जाता है तो ये कैंसर का रूप ले लेता है।

    छोटी-छोटी गांठों से शुरू होता है कैंसर

    आपको बता दें क‍ि ये कैंसर आमताैर पर छोटी-छोटी गांठों से शुरू होता है। अगर सही समय पर इसका इलाज नहीं क‍िया जाता है तो ये कैंसर बन जाता है। स्क्रीनिंग टेस्ट के जरिए इन गांठों को कैंसर बनने से पहले ही पहचाना और हटाया जा सकता है। अगर समय रहते इलाज न हो, तो ये कैंसर आंत की बाहरी लेयर तक फैल सकता है और lymph nodes या खून के जरिए शरीर के दूसरे हिस्सों तक पहुंच सकता है।

    क्या हैं लक्षण?

    • बार-बार दस्त या कब्ज की समस्‍या होना
    • रेक्‍टल ब्‍लीड‍िंग
    • पेट में दर्द, ऐंठन या भारीपन
    • अचानक वजन कम होना
    • थकान या कमजोरी महसूस होना
    • खून की कमी

    क्‍या है कारण?

    • 50 साल से ज्‍यादा उम्र होना
    • पर‍िवार में इत‍िहास
    • स्‍मोक‍िंग और ज्‍यादा शराब पीना
    • मोटापा
    • वर्कआउट में कमी
    • रेड मीट और प्रोसेस्ड मीट को ज्‍यादा खाना

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    कोलन कैंसर को कैसे रोका जा सकता है?

    अच्छी बात तो ये है कि कोलन कैंसर को काफी हद तक रोका जा सकता है। आप अपने खानपान में कुछ बदलाव कर इस तरह के कैंसर के खतरे को कम कर सकते हैं। कुछ फूड्स ऐसे हैं ज‍िनसे आपको परहेज करना चाह‍िए-

    • बीफ, पोर्क, लैंब, बेकन, सॉसेज, हॉट डॉग, हैम, पैक्ड नॉन-वेज मीट जैसी चीजों को खाने से परहेज करना चाह‍िए।
    • इसके अलावा डीप फ्राइड आइटम्‍स से भी दूरी बना लेना बेहतर हो सकता है।
    • अगर आप पैक्‍ड जूस, कैंडी, पेस्‍ट्री, केक या व्‍हाइट ब्रेड खाते हैं तो इन्‍हें कम करना ही आपके ल‍िए बेहतर होगा।
    • अगर आप रोजाना स्‍मोक करते हैं या फ‍िर एल्‍कोहल लेते हैं ताे भी कोलन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
    • चिप्स, नमकीन, इंस्टेंट नूडल्स, रेडी-टू-ईट मीलभ भी कैंसर का खतरा बढ़ा देते हैं।
    • अगर आपकी डाइट में फाइबर की कमी है तो भी आपके ल‍िए नुकसानदायक हाे सकता है।

    क्या खाएं?

    • फल और सब्जियां जैसे ब्रोकली, पत्तेदार हरी सब्जि‍यां, बेरीज
    • साबुत अनाज जैसे ओट्स, ब्राउन राइस, गेहूं की रोटी
    • दालें और बीन्स
    • फरमेंटेड फूड्स जैसे दही, छाछ, किमची

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    Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।