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    High BP से जुड़े 7 Myths जो खराब कर सकते हैं सेहत, इन गलतफहमियों को आज ही करें दूर

    Updated: Sat, 17 May 2025 07:58 AM (IST)

    आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव के कारण लोग हाई बीपी का शिकार हो रहे हैं। World Hypertension Day पर डॉक्‍टरों ने High BP से जुड़े 7 Myths के बारे में बताया है जैसे कि यह सिर्फ बुजुर्गों को होता है या दवा की जरूरत नहीं होती। आइए जानते हैं व‍िस्‍तार से-

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    आजकल ज्‍यादातर लोग तनाव का शि‍कार हो रहे हैं। (Image Credit- Freepik)

    लाइफस्‍टाइल डेस्‍क, नई द‍िल्‍ली। आजकल की भागदौड़ भरी ज‍िंदगी में लोग खुद के ल‍िए भी समय नहीं न‍िकाल पा रहे हैं। ऐसे में वे तनाव का शि‍कार हो रहे हैं। हर क‍िसी की लाइफ में क‍िसी न क‍िसी बात को लेकर तनाव जरूर होता है। कभी ऑफ‍िस के काम का स्‍ट्रेस तो कभी घर परि‍वार में लड़ाई-झगड़े के कारण भी लोग तनाव लेने लग जाते हैं।

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    तनाव सेहत के ल‍िए बेहद खतरनाक होता है। इससे आप ड‍िप्रेशन का श‍िकार हो सकते हैं। ओवरऑल ये हमें कई तरीकों से नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में लोग Hypertension का श‍िकार हो जाते हैं। आज यानी क‍ि 17 मई को World Hypertension Day 2025 मनाया जा रहा है। ऐसे में हमने डॉ. टीएस क्लेर, चेयरमैन और एचओडी, बीएलके, मैक्स हार्ट एंड वैस्कुलर इंस्टिट्यूट से बातचीत की।

    उन्‍होंने बताया क‍ि हाइपरटेंशन को साइलेंट क‍िलर कहा जाता है। इसके लक्षण भी द‍िखाई नहीं देते हैं। हालांक‍ि ये दिल का दौरा, स्ट्रोक और किडनी फेल जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। उन्‍होंने उन गलतफहम‍ियाें को भी दूर क‍िया जो लोगों को इस गंभीर बीमारी को हल्के में लेने के लिए मजबूर करती हैं। डॉक्‍टर ने कहा क‍ि जब हमें सही जानकारी होती है तो हम खुद को सुरक्षित रख सकते हैं।

    हाई बीपी होगा तो पता चल जाएगा

    आपने देखा होगा क‍ि ज‍िन लोगों को हाई बीपी की समस्‍या होती है, वे बहुत ही आराम से रहते हैं। इसे जानने का सबसे आसान तरीका है क‍ि आप लगातार चेकअप कराते रहें। हालांक‍ि इस पर ध्‍यान न देने से मामला गंभीर हो सकता है।

    सि‍र्फ बुजुर्गों में ही होती हाई बीपी की समस्‍या

    ये कहना गलत होगा क‍ि स‍िर्फ बुजुर्गों में ही हाई बीपी की समस्‍या देखी जाती है। आजकल के युवा भी हाई बीपी की समस्‍या से जूझ रहे हैं। तनाव, वजन का बढ़ना और वर्कआउट में कमी इसका मुख्‍य कारण है। इसके ल‍िए युवाओं को लगातार चेकअप कराते रहना चाह‍िए।

    मैं ठीक हूं, मुझे दवा की जरूरत नहीं

    डॉक्टर ने बताया क‍ि अगर आप अच्‍छा फील कर रहे हैं, इसके बावजूद आपको दवाई लेनी पड़ेगी। अगर आपने ब‍िना क‍िसी डॉक्‍टर से सलाह क‍िए दवा लेना बंद क‍िया तो ये जानलेवा हो सकती है।

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    होम रेम‍िडीज से हाई बीपी को कंट्रोल कर सकते

    एक्‍सरसाइज करना और हेल्‍दी डाइट लेना सेहत के ल‍िए अच्‍छा माना जाता है लेक‍िन कई मामलों में आपकारे दवाई की जरूरत पड़ती है। आपका डॉक्‍टर ही जानता है क‍ि आपके ल‍िए क्‍या अच्‍छा है और क्‍या नहीं।

    अगर एक नंबर नॉर्मल है तो ठीक है

    ब्लड प्रेशर के दोनों नंबर ऊपर (सिस्टोलिक) और नीचे (डायस्टोलिक) दोनों जरूरी होते हैं। किसी एक का भी हाई होना खतरे का संकेत होता है।

    मेरे परिवार में क‍िसी को हाई बीपी है तो मुझे भी होगा

    अगर आपके पर‍िवार में हाई बीपी का इत‍िहास रहा है तो इसका र‍िस्‍क बढ़ जाता है। हालांक‍ि आप अपने लाइफस्टाइल में बदलाव कर इसे कंट्रोल कर सकते हैं। हेल्‍दी डाइट लें। वॉक करना शुरू कर दें और तनाव न लें।

    बीपी नॉर्मल हाेने पर बार-बार चेक करने की जरूरत नहीं

    डॉक्‍टर ने बताया क‍ि हाई ब्लड प्रेशर की समस्‍या समय के साथ बदल सकती है। इसके लिए लगातार जांच कराना बहुत जरूरी होता है। इससे समय रहते बीमारी को पकड़ा जा सकता है।

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