पटाखों से डरते हैं आपके पेट्स? दीवाली पर उनका खास ख्याल रखने के लिए यहां पढ़ें 'सेफ्टी गाइड'
दीवाली रोशनी का त्योहार है, मगर आपके Pets के लिए यह तनाव भरा समय भी हो सकता है। जी हां, पटाखों का शोर उनकी सुनने की क्षमता से कई गुना तेज होता है, जिससे वे घबरा जाते हैं और छिपने की जगह ढूंढते हैं। उनकी इस घबराहट को दूर करना हमारी जिम्मेदारी है। आइए, जानते हैं इस फेस्टिवल के बीच पालतू जानवरों का ख्याल रखने के कुछ टिप्स।

दीवाली पर अपने पेट्स का ऐसे रखें ख्याल (Image Source: AI-Generated)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। इंसानों के लिए दीवाली का त्योहार खुशियों से भरा होता है, लेकिन हमारे प्यारे पेट्स के लिए यह समय कई बार डर और बेचैनी की वजह भी बन जाता है। ज्यादातर कुत्ते और बिल्लियां तेज आवाजों और रोशनी से घबरा जाते हैं। जी हां, उनका दिल तेज धड़कने लगता है, वे छिपने की कोशिश करते हैं और यहां तक कि कभी-कभी खाना तक छोड़ देते हैं। अगर आपके घर में भी कोई Pet है, तो इस दीवाली उसे सुरक्षित और शांत रखने के लिए यह ‘सेफ्टी गाइड’ जरूर पढ़ लीजिए।
पहले से करें तैयारी
दीवाली के पहले ही दिन से अपने पेट्स को पटाखों की आवाज़ों के प्रति थोड़ा-थोड़ा तैयार करें। आप मोबाइल पर हल्की आवाज में पटाखों की रिकॉर्डिंग चलाकर धीरे-धीरे वॉल्यूम बढ़ा सकते हैं। इससे उन्हें शोर के प्रति सहनशीलता बढ़ाने में मदद मिलेगी। हालांकि, ध्यान रखें कि यह प्रक्रिया कभी भी जबरदस्ती न करें- अगर आपका पेट असहज लगे, तो तुरंत इसे रोक दें।
बनाएं ‘सेफ जोन’
जब आस-पास पटाखों की आवाजें शुरू हो जाएं, तो अपने घर में एक शांत कोना तैयार रखें। यह एक कमरा हो सकता है जिसमें पर्दे लगे हों, दरवाजा बंद हो और हल्की लाइट जल रही हो। अंदर उनका बिस्तर, पसंदीदा खिलौने और पानी रखें। अगर आपके पेट को आपकी खुशबू से सुकून मिलता है, तो अपनी कोई पुरानी टी-शर्ट वहां रख दें क्योंकि इससे उसे सुरक्षा का एहसास होगा।
बाहर न ले जाएं टहलाने
दीवाली की रात या उसके आसपास का समय पेट्स को बाहर टहलाने का नहीं है। पटाखों के धमाके उन्हें डरा सकते हैं और घबराहट में वे भाग सकते हैं। अगर टहलाना जरूरी हो, तो सुबह या दोपहर में ले जाएं जब आसपास सन्नाटा हो। साथ ही, उनके गले में एक आईडी टैग जरूर लगाएं जिसमें आपका नाम और नंबर लिखा हो, ताकि किसी भी स्थिति में वे सुरक्षित वापस आ सकें।
उनके खाने पर रखें ध्यान
डर या तनाव के कारण पेट्स कई बार खाना छोड़ देते हैं। ऐसे में, उन्हें जबरदस्ती खिलाने के बजाय हल्का, पसंदीदा और आसानी से पचने वाला खाना दें। कभी-कभी थोड़ा सा गर्म दूध या उबले हुए चिकन-राइस जैसी चीजें उन्हें आराम देती हैं। ध्यान रखें कि दीवाली के दौरान मिठाइयां और चॉकलेट्स बिल्कुल न दें क्योंकि ये चीजें उनके लिए जहर से कम नहीं हैं।
शांत रहें और साथ दें
आपका पेट आपके मूड को बहुत जल्दी पकड़ लेता है। अगर आप खुद घबराए हुए लगेंगे या उसे बार-बार “डरो मत” कहेंगे, तो उसका डर और बढ़ सकता है। इसके बजाय नॉर्मल रहें, धीरे से उसके सिर पर हाथ फेरें और बात करें जैसे कुछ हुआ ही न हो। यह उसके लिए सबसे बड़ा भरोसा होगा कि वह सुरक्षित है।
दीवाली को बनाएं ‘पेट-फ्रेंडली’
आजकल कई लोग ‘ग्रीन दीवाली’ का हिस्सा बन रहे हैं मतलब बिना शोर और धुएं के त्योहार मनाना। अगर आप चाहें, तो अपने परिवार और दोस्तों से भी कहें कि तेज आवाज वाले पटाखों की जगह दीये, लाइट्स और फूलों से दीवाली मनाएं। इससे न सिर्फ आपके पेट्स, बल्कि बुजुर्गों, बच्चों और पर्यावरण को भी राहत मिलेगी।
दीवाली हमारे लिए खुशियों का पर्व है, लेकिन हमारे पालतू जानवरों के लिए यह डर का समय बन सकता है- अगर हम सावधान न रहें। थोड़ी-सी समझदारी और तैयारी से हम अपने फरी फ्रेंड्स की दीवाली भी सुरक्षित, शांत और प्यार भरी बना सकते हैं।
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