आखिर क्यों बढ़ रहे हैं Grey Divorce के मामले? किन वजहों से 50 की उम्र में भी तलाक ले रहे दंपति
कभी आपने सोचा है कि 50 की उम्र के बाद भी लोग तलाक क्यों ले रहे हैं? जी हां आपने सही सुना! दरअसल यह एक नया ट्रेंड है जिसे ग्रे डिवोर्स (Grey Divorce) के नाम से जाना जाता है। यह तब होता है जब कोई बुजुर्ग दंपति खासकर 50 साल से ऊपर के लोग अपनी शादी को खत्म करने का फैसला लेते हैं। आइए जानें।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। What Is Grey Divorce: शादी, पति और पत्नी के बीच का एक पवित्र बंधन होता है, जिसे प्यार, विश्वास और साथ रहने की कमिटमेंट से मजबूत किया जाता है। यह रिश्ता, जीवन के उतार-चढ़ाव के साथ-साथ, खुशियों और चुनौतियों से भरा होता है। प्यार और मजाक के साथ-साथ, कई बार छोटी-मोटी नोकझोंक भी आम बात है। हालांकि, कभी-कभी ये मतभेद इतने गहरे हो जाते हैं कि रिश्ते को खतरा पैदा हो जाता है। बदकिस्मती से, कई बार ये मतभेद इतने बढ़ जाते हैं कि कपल तलाक लेने का फैसला कर ले लेते हैं।
हाल के वर्षों में, ग्रे डिवोर्स (Grey Divorce) शब्द तेजी से लोकप्रिय हुआ है। यह एक ऐसा शब्द है जिसका इस्तेमाल उन दंपति के लिए किया जाता है जो 50 साल या उससे ज्यादा की उम्र में तलाक (Divorce After 50) लेते हैं। इस तरह के तलाक में कई कारण हो सकते हैं। आइए इस आर्टिकल में विस्तार से जानते हैं इसके बारे में।
ग्रे डिवोर्स क्या है?
सोशल मीडिया पर आजकल "ग्रे डिवोर्स" शब्द काफी सुनने को मिल रहा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसका क्या मतलब होता है? ग्रे डिवोर्स का मतलब है बुजुर्ग दंपतियों का तलाक लेना, यानी जिन दंपतियों ने कई सालों तक साथ बिताए हैं, वे अपनी शादी को तोड़ने का फैसला ले रहे हैं। इस तरह के तलाक में दंपतियों की उम्र 50 साल या उससे ज्यादा होती है।
ग्रे डिवोर्स के संकेत
तलाक से पहले के संकेतों को नजरअंदाज करना आसान है, लेकिन ये संकेत हमें बताते हैं कि रिश्ते में गहराई से समस्याएं हैं। कम्युनिकेशन गैप, बढ़ती दूरियां, और आपसी तालमेल की कमी जैसी बातें इसका संकेत हैं कि शायद पति-पत्नी एक-दूसरे से दूर हो रहे हैं। जब बच्चे घर से चले जाते हैं तो ये भावनाएं और तेज हो सकती हैं, जिससे दंपति के बीच तलाक की स्थिति बन सकती है।यह भी पढ़ें- अलग हुए AR Rahman और Saira Bano, अच्छे नोट पर रिश्ता खत्म करने के लिए अपनाएं ये 7 टिप्स
क्या हैं ग्रे डिवोर्स के कारण?
- बदलता लाइफस्टाइल: आजकल लोगों का लाइफस्टाइल पहले से बहुत बदल गया है। लोग अब अपनी पर्सनल ग्रोथ और खुशियों को ज्यादा तवज्जो देते हैं।
- एम्प्टी नेस्ट सिंड्रोम: जब बच्चे बड़े होकर घर से चले जाते हैं तो माता-पिता के पास एक-दूसरे के अलावा कोई नहीं रह जाता। इससे उनके रिश्ते में खटास आ सकती है।
- विचार न मिलना: लंबे समय तक साथ रहने के दौरान दंपतियों के बीच असहमतियां होना आम बात है, लेकिन अगर इन असहमतियों का समाधान नहीं होता है तो यह तलाक की ओर ले जा सकता है।
- सोशल प्रेशर: समाज में बदलाव के साथ-साथ लोगों पर अलग-अलग तरह के दबाव भी बढ़ गए हैं।
- आर्थिक समस्याएं: कई मामलों में आर्थिक समस्याएं भी शादी को प्रभावित कर सकती हैं।
- सेहत से जुड़ी समस्याएं: अगर किसी दंपति में से किसी एक को कोई गंभीर बीमारी हो जाती है तो इससे भी शादी टूट सकती है।
कितना गहरा है ग्रे डिवोर्स का असर?
ग्रे डिवोर्स का व्यक्तिगत जीवन के साथ-साथ समाज पर भी गहरा प्रभाव पड़ता है। आइए जानें।- मेंटल हेल्थ: तलाक से गुजरना किसी के लिए भी आसान नहीं होता है। इससे व्यक्ति को डिप्रेशन, चिंता और अकेलापन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
- आर्थिक स्थिति: तलाक के बाद आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है, खासकर महिलाओं के लिए।
- सोशल रिलेशन: तलाक के बाद व्यक्ति के सोशल रिलेशन भी प्रभावित हो सकते हैं।
- बच्चों पर असर: अगर दंपति के बच्चे हैं तो तलाक का उन पर भी बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
ग्रे डिवोर्स से कैसे निपटा जाए?
ग्रे डिवोर्स से निपटने के लिए आप कुछ तरीके आजमा सकते हैं। आइए जानें।- काउंसलिंग: अगर आपकी शादी में कोई समस्या है तो काउंसलिंग लेना सबसे अच्छा उपाय है।
- खुले मन से बातचीत: अपने साथी के साथ खुलकर बातचीत करें और अपनी समस्याओं को शेयर करें।
- नए शौक: नई हॉबीज और एक्टिविटीज में शामिल होकर आप खुद को बिजी रख सकते हैं।
- सोशल सपोर्ट: अपने दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताएं।
- खुद पर ध्यान दें: अपनी सेहत का ख्याल रखें और स्वयं पर ध्यान दें।